शब्द | संधि-विच्छेद |
---|---|
आविष्कार | आविः + कार इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
अधोगति | अधः + गति अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
सरोवर | सरः + वर अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
धनुर्ज्ञान | धनुः + ज्ञान इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
यशोधरा | यशः + धरा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशोवर्धन | यशः + वर्धन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आविर्भूत | आविः + भूत इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
मनोमालिन्य | मनः + मालिन्य अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तपोमय | तपः + मय अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अंतश्चेतना/अंतःचेतना | अंतः + चेतना विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
बृहस्पति | बृहः + पति अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
बहिरंग | बहिः + अंग इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
यशोभिलाषा | यशः + अभिलाषा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
ज्योतिर्विद् | ज्योतिः + विद् इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
मनोयोग | मनः + योग अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अधोहस्ताक्षरकर्ता | अधः + हस्ताक्षरकर्ता अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तपोनिष्ठ | तपः + निष्ठ अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
द्विरागमन | द्विः + आगमन इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
वाचस्पति | वाचः + पति अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
मनोभिलाषा | मनः + अभिलाषा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोवृत्ति | मनः + वृत्ति अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
शिरोरुह | शिरः + रुह अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोगत | मनः + गत अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
वयोवृद्ध | वयः + वृद्ध अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अंततोगत्वा | अंततः + गत्वा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अंभोज | अंभः + ज अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोरंजन | मनः + रंजन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
धनुष्टंकार | धनुः + टंकार विसर्ग + मूर्धन्य अघोष व्यजंन (ट) = विसर्ग ➡️ ष् : + ट = ष्ट (विसर्ग संधि) |
तपोबल | तपः + बल अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तपश्चर्या | तपः + चर्या विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
अधोवस्त्र | अधः + वस्त्र अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोभिराम | मनः + अभिराम अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आशीर्वचन | आशीः + वचन इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
तिरोभाव | तिर + भाव अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पुरोगामी | पुरः + गामी अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पुरोवाक् | पुरः + वाक् अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
प्रातस्स्मरण/प्रातःस्मरण | प्रातः + स्मरण विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
रजोगुण | रजः + गुण अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशोदा | यशः + दा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोविनोद | मनः + विनोद अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
शिरोधार्य | शिरः + धार्य अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोविज्ञान | मनः + विज्ञान अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अधोभूमि | अधः + भूमि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
सर्वतोमुखी | सर्वतः + मुखी अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
चतुस्सीमा | चतुः + सीमा विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
रजोदर्शन | रजः + दर्शन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आयुर्वेद | आयुः + वेद इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
सोहम् | सः + अहम् अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पयोज | पयः + ज अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पयोनिधि | पयः + निधि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशश्शेष | यशः + शेष विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
पयोधर | पयः + धर अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
नभोमंडल | नभः + मंडल अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
धनुर्धर | धनुः + धर इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
चतुष्काष्ठ (चौखट) | चतुः + काष्ठ इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
नमस्कार | नमः + कार अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
मनोभव | मनः +भव अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आयुष्मान | आयुः + मान इ:/उः + म = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
मनोहारी | मनः + हारी अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
चतुष्पाद (चौपाया) | चतुः + पाद इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
धनुर्विद्या | धनुः + विद्या इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
मनश्चेतना | मनः + चेतना विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
मनोरोग | मनः + रोग अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
चक्षुष्मान् (सुंदर आँखवाला) | चक्षुः + मान् इ:/उः + म = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
तिरस्कार | तिरः + कार अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
शिरोरेखा | शिरः + रेखा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तेजोमूर्ति | तेजः + मूर्ति अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
श्रेयस्कर | श्रेयः+ कर अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
प्रादुर्भूत | प्रादु + भूत इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
तेजोरूप | तेजः + रूप अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
चतुर्दिक | चतुः+दिक् इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
अतएव | अतः + एव अः + इ/ए स्वर = विसर्ग का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोनुकूल | मनः + अनुकूल अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पुरस्सर | पुरः + सर विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
यशश्शरीर | यशः + शरीर विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
सरोरुह | सरः + रुह अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पुरोधा | पुरः + धा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
कश्चित् | कः + चित् विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
अन्योन्य | अन्यः + अन्य अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
बहिर्भाग | बहिः + भाग इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
तिरोहित | तिर + हित अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनश्चिकित्सा | मनः + चिकित्सा विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
मनोभावना | मनः +भावना अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोमंथन | मनः +मंथन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अधोमुखी | अधः + मुखी अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोधारा | मनः + धारा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
चतुष्कोण | चतुः + कोण इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
पुरोहित | पुरः + हित अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तमोगुण | तमः + गुण अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशइच्छा | यशः + इच्छा अः + इ/ए स्वर = विसर्ग का लोप (विसर्ग संधि) |
तपोभूमि | तपः + भूमि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोबल | मनः +बल अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आयुष्मती | आयुः + मती इ:/उः + म = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
ज्योतिष्मती | ज्योतिः + मती इ:/उः + म = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
मनोविकार | मनः + विकार अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पयोधि | पयः + धि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आविर्भाव | आविः + भाव इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
ज्योतिर्मय | ज्योतिः + मय इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
मनोदशा | मनः + दशा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोरथ | मनः +रथ अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
परोक्ष | परः + अक्ष अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
नमस्ते | नमः + ते विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
पुरश्चरण | पुरः + चरण विसर्ग + तालव्य अघोष व्यजंन ( च , श) = विसर्ग ➡️ श् : + च = श्च : + श = श्श (विसर्ग संधि) |
मनोनयन | मनः + नयन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनस्ताप | मनः + ताप विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
परस्पर | परः + पर अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
शिरोभूषण | शिरः + भूषण अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
स्वर्ग | स्वः + ग इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
धनुर्वेद | धनु + वेद इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
यशोगान | यशः + गान अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तपोवन | तपः + वन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोरम | मनः + रम अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
सरोज | सरः + ज अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोनिग्रह | मनः +निग्रह अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
शिरस्त्राण | शिरः + त्राण विसर्ग + दंत्य अघोष व्यजंन (त, स ) = विसर्ग ➡️ स् : + त = स्त : + स = स्स (विसर्ग संधि) |
पुरस्कार | पुरः + कार अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
मनोहर | मनः + हर अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशोमती | यशः + मती अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अधोलिखित | अधः + लिखित अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यजुर्वेद | यजुः + वेद इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
भास्कर | भाः + कर अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
मनोव्यथा | मनः + व्यथा अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
बहिर्द्वंद्व | बहिः + द्वंद्व इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
अधोगामी | अधः+ गामी अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
उरोज | उरः + ज अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
शिरोभाग | शिरः + भाग अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
बहिर्मुखी | बहिः + मुख़ी इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
चतुर्दिश | चतुः + दिशा (आ का लोप) इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
चतुष्पथ | चतुः + पथ इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
बहिष्कृत | बहिः + कृत इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
बहिराक्रमण | बहिः + आक्रमण इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
शिरोमणि | शिरः + मणि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
प्रादुर्भाव | प्रादुः + भाव इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
मनोमय | मनः +मय अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
अधोभाग | अधः + भाग अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
ज्योतिरादित्य | ज्योतिः + आदित्य इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
चतुष्पद | चतुः + पद इ:/उः + क/प = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
बहिर्द्वार | बहिः + द्वार इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
पुरस्कृत | पुरः + कृत अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
मनोनीत | मनः +नीत अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
पयोद | पयः + द अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोनुभूति | मनः + अनुभूति अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
यशोभूमि | यशः + भूमि अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोनुसार | मनः + अनुसार अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
आशीर्वाद | आशी + वाद इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
तपोधन | तपः + धन अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोज | मनः + ज अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तेजोमय | तेजः + मय अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
छंदोमय | छंदः + मय अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तिरोधान | तिरः+ धान अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
वपुष्मान (सुंदर शरीरवाला) | वपुः (शरीर) + मान इ:/उः + म = विसर्ग ➡️ ष् (विसर्ग संधि) |
मनोवेग | मनः + वेग अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
धनुर्धारी | धनुः + धारी इः/ईः/उः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ विसर्ग ➡️ र् (विसर्ग संधि) |
(विसर्ग संधि) | |
तमोमय | तमः + मय अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
तिरोभूत | तिर + भूत अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
मनोग्राह्य | मनः + ग्राह्य अः + घोष ध्वनि[स्वर + व्यंजन(3,4,5+ य र ल व ह)] ⬇️ अ:➡️ओ और स्वर का लोप (विसर्ग संधि) |
भास्पति | भाः + पति अः/आः + क/प = विसर्ग ➡️ स् : + क = स्क : + प = स्प (विसर्ग संधि) |
उज्जयिनी | उद् + जयिनी त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
भगवल्लीन | भगवत् + लीन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छृंखल | उद् + शृंखल त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छादन | उद् + छादन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
शरल्लास | शरद् + लास त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तडिल्लेखा | तडित् + लेखा त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उद्धरण | उद् + हरण त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
जगच्छाया | जगत् + छाया त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छिष्ट | उद् + शिष्ट त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उल्लंघन | उद् + लंघन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
बृहट्टीका | बृहत् + टीका त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
समुच्चय | सम् + उद् + चय त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्छिष्य | सत् + शिष्य त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
भगवच्चिंतन | भगवत् + चिंतन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युज्जाल | विद्युत् + जाल त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्चारण | उद् + चारण त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युल्लेखा | विद्युत् + लेखा त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उद्धृत | उद् + हृत त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छासन | उद् + शासन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तद्धित | तद् + हित त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उड्डयन (उड़ान) | उद् + डयन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
जगज्जननी | जगत् + जननी त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्छास्त्र | सत् + शास्त्र त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उपनिषच्चिंतन | उपनिषद् + चिंतन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
पद्धति | पद् + हति त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्चिदानंद | सत् + चित् + आनंद त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सज्जन | सत् + जन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
जगच्छांति | जगत् + शांति त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
जगल्लीला | जगत् + लीला त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
भगवल्लीला | भगवत् + लीला त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
यावज्जीवन | यावत् + जीवन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
वियल्लोक | वियत् + लोक त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छवास | उद् + श्वास त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युल्लता | विद्युत् + लता त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तडिज्योति | तडित् + ज्योति त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विपल्लीन | विपद् + लीन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युच्चालक | विद्युत् + चालक त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उल्लेख | उद् + लेख त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
श्रीमच्छंकराचार्य | श्रीमत् + शंकराचार्य त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उज्ज्वल | उद् + ज्वल त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्छासन | सत् + शासन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्छिक्षा | सत् + शिक्षा त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उल्लास | उद् + लास त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उल्लिखित | उद् + लिखित त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तल्लीन | तद् + लीन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विपज्जाल | विपद् + जाल त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छेद | उद् + छेद त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युज्ज्योति | विद्युत् + ज्योति त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
शरच्छशि | शरद् + शशि त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छिन्न | उद् + छिन्न त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तज्जनित | तद् + जनित त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छ्वसन | उद् + श्वसन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उद्धार | उद् + हार त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्युच्चक्र | विद्युत् + चक्र त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्छास्त्र | उद् + शास्त्र त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
विद्वज्जन | विद्वत् + जन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तडिच्चालक | तडित् + चालक त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
सच्चरित्र | सत् + चरित्र त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
मृच्छकटिक | मृद् + शकटिक त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उच्चाटन | उद् + चाटन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
तज्जन्य | तद् + जन्य त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
उपनिषट्टीका | उपनिषद् + टीका त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
बृहज्जन | बृहत् + जन त् / द्+च = च्च त् / द्+छ = च्छ त् / द्+ज = ज्ज त् / द्+ट = ट्ट त् / द्+ड = ड्ड त् / द्+ल = ल्ल त् / द्+ह= द्ध त् / द्+श = च्छ (त् / द् की व्यंजन संधि ) |
निष्पक | निस् + पंक [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्चिंत | निस् + चिंत [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्प्रयोजन | निस् + प्रयोजन [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कपट | निस् + कपट [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कलुष | निस् + कलुष [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्कर्म | दुस् + कर्म [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्प्रभ | निस् + प्रभ [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कलंक | निस् + कलंक [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्परिणाम | दुस् + परिणाम [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्क्रम | दुस् + क्रम [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुश्चरित्र | दुस् + चरित्र [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्फल | निस् + फल [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पक्ष | निस् + पक्ष [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्क्रिय | निस् + क्रिय [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्कर | दुस् + कर [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कर्ष | निस् + कर्ष [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुश्शील | दुस् + शील [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पाप | निस् + पाप [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्फल | दुस् + फल [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पादन | निस् + पादन [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पन्न | निस् + पन्न [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्शब्द | निस् + शब्द [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्काम | निस् + काम [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्छल | निस् + छल [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पलक | निस् + पलक [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कासन | निस् + कासन [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्शेष | निस् + शेष [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्कंटक | निस् + कंटक [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्चय | निस् + चय [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्प्रचार | दुस् + प्रचार [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्प्रहार | दुस् + प्रहार [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्क्रमण | निस् + क्रमण [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्कृत्य | दुस् + कृत्य [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निष्प्राण | निस् + प्राण [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुश्शासन | दुस् + शासन [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निश्चित् | निस् + चित् [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्पाच्य | दुस् + पाच्य [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
निश्शत्रु | निस् + शत्रु [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निश्चल | निस् + चल [ दुस् / निस् + तालव्य ध्वनियाँ (च, छ, श) = दुश् / निश् ] (स् का तालव्यीकरण) ( व्यंजन संधि ) |
निष्पत्ति | निस् + पत्ति [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
दुष्काल | दुस् + काल [ दुस् / निस् + क, प, फ = दुस् -> दुष् / निस् -> निष् ] (स् का मूर्धन्यीकरण ) ( व्यंजन संधि ) |
प्रयाण | प्र + यान इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निष्णात | नि + स्नात इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
उत्तरायण | उत्तर + अयन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निष्ठर | नि + स्थुर इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिणति | परि + नति इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अभिषेक | अभि + सेक इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
सुषुप्त | सु + सुप्त इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
सुषुम्ना | सु + सुम्ना इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रमाण | प्र + मान इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिणय | परि + नय इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
पूर्वाह्ण | पूर्व + अहन् इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
उपनिषद् | उपनि + सद् इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
शूर्पणखा | शूर्प + नखा इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रतिष्ठा | प्रति + स्था इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अनुष्ठान | अनु + स्थान इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रांगण | प्र + अंगन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अधिष्ठाता | अधि + स्थाता इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणव (ओम) | प्र + नव इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणाम | प्र + नाम इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
विषण्ण | वि + सन्न इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अधिष्ठान | अधि + स्थान इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
युधिष्ठिर | युधि (युद्ध) + स्थिर इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्राण | प्र + आन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणेता | प्र + नेता इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिमाण | परि + मान इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिषद् | परि + सद् इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
विषम | वि + सम इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणय (नीति) | प्र + नय इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रण | प्र + न इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
पोषण | पोष + अन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निषिद्ध | नि + सिद्ध इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निषाद | नि + साद इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिणत | परि + नत इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अनुषंगी | अनु + संगी इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणीत (रचित) | प्र + नीत इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निष्ठा | नि + स्था इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अपराह्ण | अपर + अहन् इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रतिष्ठापन | प्रति + स्थापन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निष्णात (कुशल) | नि + स्नात इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
विष्ठा (मल) | वि + स्था इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
पुराण | पुरा + न इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणत | प्र + नत इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रतिष्ठित | प्रति + स्थित इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निषण्ण (बैठा हुआ) | नि + सन्न इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
परिणाम | परि + नाम इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
सुष्मिता | सु + स्मिता इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रतिषेध | प्रति + सेध इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
प्रणयन (रचना करना) | प्र + नयन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
नारायण (जल स्थान) | नारा (जल) + अयन (स्थान) इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
विषाद | वि + साद इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
सुषमा | सु + समा इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
निषेध | नि + सेध इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
रामायण | राम + अयन इ/उ + स = ष इ / ऋ / र् / ष् + न = ण (मूर्धन्य व्यंजन संधि ) |
अनुच्छेद | अनु + छेद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
अपच्छाया | अप + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
दंतच्छद | दंत + छद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
आच्छन्न | आ + छन्न [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
मूलच्छिन्न | मूल + छिन्न [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिष्कृत | परि + कृत [ ष् का आगम - परि के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिष्कर्ता | परि + कर्ता [ ष् का आगम - परि के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
आच्छादन | आ + छादन [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
रदच्छद | रद + छद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
संस्कृति | सम् + कृति [ स् का आगम - सम् के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
संस्कार | सम् + कार [ स् का आगम - सम् के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
तरुच्छाया | तरु + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
शीतलच्छाया | शीतल + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
प्रतिच्छवि | प्रति + छवि [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिच्छद | परि + छद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
छत्रच्छाया | छत्र + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
पदच्छेद | पद + छेद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिच्छेद | परि+छेद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
अंगच्छद | अंग + छद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
संस्कर्ता | सम् + कर्ता [ स् का आगम - सम् के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
संस्करण | सम् + करण [ स् का आगम - सम् के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
मातृच्छाया | मातृ+छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
प्रतिच्छाया | प्रति + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिष्करण | परि + करण [ ष् का आगम - परि के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
विच्छेद | वि + छेद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
संस्कृत | सम् + कृत [ स् का आगम - सम् के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
मुखच्छाया | मुख + छाया [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिष्कार | परि + कार [ ष् का आगम - परि के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
अंगच्छेद | अंग + छेद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
स्वच्छंद | स्व + छंद [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
परिष्कृति | परि + कृति [ ष् का आगम - परि के बाद कृ धातु ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
प्रच्छन्न | प्र + छन्न [ च् का आगम ] ( व्यंजन आगम संधि ) |
व्यायाम | वि + आयाम इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्वीक्षण | अनु + ईक्षण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्युषण | परि + उषण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
वध्वर्थ | वधू + अर्थ इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
वध्वागमन | वधू + आगमन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्याशित | प्रति + आशित इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्यागत | अभि + आगत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यवेक्षक | परि + अवेक्षक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मात्रुपयोगी | मातृ + उपयोगी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
इत्यलम् | इति + अलम् इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यंत | परि + अंत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्यधिक | अति + अधिक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्यर्थी | अभि + अर्थी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्याप्त | वि + आप्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
यद्यपि | यदि + अपि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्यापक | अधि + आपक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यक्ष | प्रति + अक्षि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
उपर्युक्त | उपरि + उक्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
वाण्यौचित्य | वाणी + औचित्य इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मत्यनुसार | मति + अनुसार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अग्न्याशय | अग्नि + आशय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्राज्ञा | पितृ + आज्ञा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्युत्थान | अभि + उत्थान[उद् + स्थान ] इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्वच्छ | सु + अच्छ इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यय | वि + अय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
नार्युद्धार | नारी + उद्धार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्त्र्युपयोगी | स्त्री + उपयोगी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
सख्यागमन | सखी + आगमन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
गत्यवरोध | गति + अवरोध इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यावर्तन | वि + आवर्तन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यटन | परि + अटन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
राश्यंतरण | राशि + अंतरण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
न्याय | नि + आय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यूष | प्रति + ऊष इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
त्रयक्षर | त्रि + अक्षर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्रनुमति | पितृ + अनुमति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्वागत | सु + आगत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यष्टि | वि + अष्टि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यवेक्षण | परि + अवेक्षण [अव + ईक्षण] इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्याघात | वि + आघात इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्याप्त | परि + आप्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यंक | परि + अंक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्युत्तम | अति + उत्तम इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
इत्यादि | इति + आदि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
लघ्वोष्ठ | लघु + ओष्ठ इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्युत्तर | प्रति + उत्तर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यंजन | वि + अंजन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्यादेश | अधि + आदेश इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यास | वि + आस इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यय | प्रति + अय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
नद्यर्पण | नदी + अर्पण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्यक्ष | अधि + अक्षि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्युदय | अभि + उदय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यपकार | प्रति + अपकार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्येक | प्रति + एक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यभिज्ञ | प्रति + अभिज्ञ इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्विष्ट | अनु + इष्ट इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यवसान | परि + अवसान इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
देव्यर्पण | देवी + अर्पण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्वस्त्ययन | स्वस्ति [सु + अस्ति]+ अयन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्वल्प | सु + अल्प इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्रादेश | पितृ + आदेश इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्यल्प | अति + अल्प इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यूह | प्रति + ऊह इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
नद्यामुख | नदी + आमुख इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यावर्तन | प्रति + आवर्तन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्त्र्युचित | स्त्री + उचित इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्युक्ति | अति + उक्ति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्युपकार | प्रति + उपकार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्याख्यान | वि + आख्यान इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यसन | वि + असन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मात्रानंद | मातृ + आनंद इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यूह | वि + ऊह इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मात्रिच्छा | मातृ + इच्छा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यभिचार | वि + अभिचार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्राप्त्याशा | प्राप्ति + आशा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्यास | अभि + आस इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्वय | अनु + अय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
द्व्यर्थी | द्वि + अर्थी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्वेषक | अनु + एषक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्रुपदेश | पितृ + उपदेश इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्यंतर | अभि + अंतर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
रीत्यनुसार | रीति + अनुसार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मध्वाचार्य | मधु + आचार्य इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्रेषणा | पितृ + एषणा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
जात्यभिमान | जाति + अभिमान इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यर्थ | वि + अर्थ इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्युत्पन्न | प्रति + उत्पन्न इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
न्यास | नि + आस इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्याय | अधि + आय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्वीक्षा | अनु + ईक्षा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
स्वस्ति | सु + अस्ति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्यक्षर | अधि + अक्षर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
गुर्वादेश | गुरु + आदेश इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
न्यस्त | नि + अस्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
आद्यंत | आदि + अंत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्याभूति | प्रति + आभूति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्यात्म | अधि + आत्म इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्यावरण | परि + आवरण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यग्र | वि + अग्र इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्विति | अनु + इति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्याकुल | वि + आकुल इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्यंत | अति + अंत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्युत्पत्ति | वि + उत्पत्ति इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अध्ययन | अधि + अयन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यारोप | प्रति + आरोपण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्युष्ण | अति + उष्ण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
नार्युचित | नारी + उचित इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
साध्वाचरण | साधु + आचरण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अभ्यर्थना | अभि + अर्थना इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
धात्विक | धातु + इक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्याख्यान | प्रति + आख्यान इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मध्वरि | मधु + अरि इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
ध्वन्यात्मक | ध्वनि + आत्मक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पित्रिच्छा | पितृ + इच्छा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्याकरण | वि + आकरण [आ + कर] इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यवहार | वि + अवहार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
परमाण्वस्त्र | परमाणु + अस्त्र इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्याचार | अति + आचार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यंचा | प्रति + अंचा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
गत्यनुसार | गति + अनुसार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
न्यून | नि + ऊन इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्याशी | प्रति + आशी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
त्र्यंबक | त्रि + अंबक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अत्यावश्यक | अति + आवश्यक इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्याशा | प्रति + आशा इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
आद्युपांत | आदि + उपांत इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
साध्वाचार | साधु + आचार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यक्त | वि + अक्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
व्यस्त | वि + अस्त इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मन्वंतर | मनु + अंतर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
पर्याय | परि + आय इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
देव्यैश्वर्य | देवी + ऐश्वर्य इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यर्पण | प्रति + अर्पण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
मह्याधार | मही + आधार इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
तन्वंगी | तनु + अंगी इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
प्रत्यंतर | प्रति + अंतर इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
अन्वेषण | अनु + एषण इ/ई + असमान स्वर (-इ/ई) = य् + स्वर उ/ऊ + असमान स्वर (-उ/ऊ) = व् + स्वर ऋ + असमान स्वर (-ऋ) = र् + स्वर (यण स्वर संधि) |
जगद्रूप | जगत् + रूप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दृगंचल (पलक) | दृक् (आँख) + अंचल अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
साक्षाद्धर्म | साक्षात् + धर्म अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
चिदणु | चित् + अणु अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदानंद | जगत् + आनंद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
णिजंत | णिच् + अंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्राग | षट् + राग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्गज | दिक् + गज अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्रूप | सत् + रूप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्युद्ध्वज | विद्युत् + ध्वज अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्वस्तु | सत् + वस्तु अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्दत्ता | वाक् + दत्ता अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विराडायोजन | विराट् + आयोजन अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्बोध (दिशाओं का ज्ञान) | दिक् + बोध अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदंबा | जगत् + अंबा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्जाल | वाक् + जाल अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्गजेंद्र/दिग्गजेन्द्र (दिशाओं के हाथी) | दिक् + गजेंद्र अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदात्मा | सत् + आत्मा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वागर्थ (भाषा का अर्थ) | वाक् + अर्थ अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दृग्विकार (दृष्टिदोष) | दृक् + विकार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदाचार | सत् + आचार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
अब्द | अप् + द अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्वद्वर्ग | विद्वत् + वर्ग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्युद्वेग | विद्युत् + वेग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्गीता | भगवत् + गीता अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्गुण | षट् + गुण अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्वंश | सत् + वंश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्गुण | सत् + गुण अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्ज्ञान | दिक् + ज्ञान अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्युद्धारा | विद्युत् + धारा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदानंद | सत् + आनंद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्वज्र | वाक् + वज्र अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
स्याद्वाद | स्यात् + वाद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वृहदारण्यक | वृहत् + आरण्यक अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदालोक | जगत् + आलोक अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सच्चिदानंद | सत् + चित् + आनंद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विराड्रूप | विराट् + रूप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिगंबर (नंगा) | दिक् (दिशा)+ अंबर (वस्त्र) अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्विवेक | सत् + विवेक अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्भुजा (दुर्गा) | षट् + भुजा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्व्यवहार | सत् + व्यवहार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्यंत्र | षट् + यंत्र अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्विजय | दिक् + विजय अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
अब्धि | अप् + धि अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सुबंत | सुप् + अंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
चिदाकाश | चित् + आकाश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्भ्रम | दिक् + भ्रम अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदीश | जगत् + ईश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्विदग्धता (हाज़िरजवाबी) | वाक् + विदग्धता अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
पश्चाद्वर्ती | पश्चात् + वर्ती अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाधारा (वाणी-प्रवाह) | वाक् + धारा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्भक्ति | भगवत् + भक्ति अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगद्गति | जगत् + गति अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
चिद्रूप | चित् + रूप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्दुष्ट | वाक् + दुष्ट अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्जड़ता | वाक् + जड़ता अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदुपदेश | सत् + उपदेश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वृहदाकार | वृहत् + आकार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
त्वग्विकार (चर्मरोग) | त्वक् + विकार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
श्रीमद्भागवत | श्रीमत् + भागवत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्विलास (गपशप) | वाक् + विलास अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्ऋतु | षट् + ऋतु अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्व्यापार | वाक् + व्यापार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदुद्योग | सत् + उद्योग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदाचार्य | जगत् + आचार्य अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्घरि | वाक् + हरि [वाग्हरि / वाग्घरि - दोनों सही है]वाक् + हरि [वाग्हरि / वाग्घरि - दोनों सही है] अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
तिबंत | तिप् + अंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदुपयोग | सत् + उपयोग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
प्रागैतिहासिक | प्राक् (पहले) + ऐतिहासिक अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदिच्छा | सत् + इच्छा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
ऋग्वेद | ऋक् + वेद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्गति | सत् + गति अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्वधू | दिक् + वधू अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्हरि | वाक् + हरि [वाग्हरि / वाग्घरि - दोनों सही है] अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्विग्रह | भगवत् + विग्रह अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षडक्षर (मंत्र) | षट् + अक्षर अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वणिग्व्यापार | वणिक् + व्यापार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
पृथगधर्म (अलग धर्म) | पृथक् + धर्म अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
तिर्यग्गति (टेढ़ी चाल) | तिर्यक् + गति अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्गीता | भगवत् + गीता अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्रूप | भगवत् + रूप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्वैभव | वाक् + वैभव अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिगंत | दिक् (दिशा) + अंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
ऋग्वेद | ऋक् + वेद अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सदाशय | सत् + आशय अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्वेग | सत् + वेग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
महदर्थ | महत् + अर्थ अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
अब्ज | अप् + ज अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्रस | षट् + रस अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विराडाकार | विराट् + आकार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
अजंत | अच् + अंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
पोद्दार | पोत् + दार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्बोध (दिशाओं का ज्ञान) | दिक् + बोध अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्दर्शन | दिक् + दर्शन अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
प्राग्वैदिक (वेदों से पूर्व) | प्राक् + वैदिक अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वागीश्वरी (सरस्वती) | वाक् + ईश्वरी अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
महदाकाश | महत् + आकाश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सम्यग्दर्शन | सम्यक् + दर्शन अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षड्दर्शन | षट् + दर्शन अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
महदिच्छा | महत् + इच्छा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्वितंड (जवाबी लड़ाई) | वाक् + वितंड अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्दिगंत | दिक् + दिगंत अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सम्यग्वाणी | सम्यक् + वाणी अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्भाव | सत् + भाव अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वागीश (बृहस्पति) | वाक् (वाणी) + ईश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगद्देव | जगत् + देव अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगद्गुरु | जगत् + गुरु अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्दंड | वाक् + दंड अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षडंग | षट् + अंग अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्युद्दीप | विद्युत् + दीप अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षडभिज्ञ (बुद्ध) | षट् + अभिज्ञ अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
चिद्विलास | चित् + विलास अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्धर्म | सत् + धर्म अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्विचार | सत् + विचार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सम्यग्ज्ञान | सम्यक् (उपयुक्त) + ज्ञान अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वियुद्गंगा | वियुत् (आकाश) + गंगा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
चिदाकार | चित् + आकार अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भगवद्ध्यान | भगवत् + ध्यान अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
भवदीय | भवत् (आप) + ईय अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
षडानन (कार्तिकेय) | षट् + आनन अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्दान | वाक् + दान अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
सद्बुद्धि | सत् + बुद्धि अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
दिग्हस्ती | दिक् + हस्ती अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वाग्देवी (सरस्वती) | वाक् + देवी अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
विद्युद्गति | विद्युत् + गति अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
वृहदाकाश | वृहत् + आकाश अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
जगदात्मा | जगत् + आत्मा अघोष व्यंजन [1,2]+ घोष ध्वनि [ स्वर + घोष व्यंजन (3,4,5)-न/म ] ⬇️ क् ➡️ ग् च् ➡️ ज् ट् ➡️ ड् त् ➡️ द् प् ➡️ ब् (अघोष व्यंजन संधि) |
महौषध | महा + औषध अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
अधरोष्ठ | अधर + ओष्ठ अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
एकैक | एक + एक अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
महौषधि | महा + औषधि अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
मतैक्य | मत + ऐक्य अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
पुत्रैषणा | पुत्र + एषणा अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
धनैषणा | धन + एषणा अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
विचारैक्य | विचार + ऐक्य अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
स्वैच्छिक | स्व + ऐच्छिक अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
सदैव | सदा + एव अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
विश्वैक्य | विश्व + ऐक्य अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
प्रियैषी | प्रिय + एषी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
परमौषध | परम + औषध अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
वसुधैव | वसुधा + एव अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
वनौषध | वन + औषध अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
शुभैषी | शुभ + एषी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
मंत्रौषधि | मंत्र + औषधि अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
हितैषी | हित + एषी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
तथैव | तथा + एव अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
जलौक | जल + ओक अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
प्रौढ़ | प्र + ऊढ़ अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
जलौषध | जल + औषध अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
जलौषधि | जल + औषधि अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
अक्षौहिणी | अक्ष + ऊहिनी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
परमौजस्वी | परम + ओजस्वी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
बिंबौष्ठ | बिंब + ओष्ठ अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
जलौघ | जल + ओघ अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
वित्तैषणा | वित्त + एषणा अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
धनैषी | धन + एषी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
महैश्वर्य | महा + ऐश्वर्य अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
लोकैषणा | लोक + एषणा अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
महौज | महा + ओज अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
प्रौद्योगिकी | प्र + औद्योगिकी अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
मंत्रौषध | मंत्र + औषध अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
परमौदार्य | परम + औदार्य अ/आ + ए/ऐ = ऐ अ/आ + ओ/औ = औ (वृद्धि स्वर संधि) |
महीश | मही + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधीक्षक | अधि + ईक्षक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
देशांतर | देश + अंतर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
निशांत | निशा + अंत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सतीश | सती + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भाषाबद्ध | भाषा + आबद्ध अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अंधानुगामी | अंध + अनुगामी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
महाशय | महा + आशय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विकलांग | विकल + अंग अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
द्राक्षावलेह | द्राक्षा + अवलेह अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कुशासन | कुश + आसन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हस्तांतरण | हस्त + अंतरण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
आयुधागार | आयुध + आगार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
महामात्य | महा + अमात्य अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दिव्यास्त्र | दिव्य + अस्त्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जनाकीर्ण | जन + आकीर्ण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्राप्तीच्छा | प्राप्ति + इच्छा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वाध्याय | स्व + अध्याय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कारावास | कारा + आवांस अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रेमासक्त | प्रेम + आसक्त अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कंटकाकीर्ण | कंटक + आकीर्ण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वारीश | वारि + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वाधीन | स्व + अधीन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शीताकुल | शीत + आकुल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दीपाधार | दीप + आधार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रचनात्मक | रचना + आत्मक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अभीप्सा | अभि + ईप्सा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अतीत | अति + इत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
त्रिपुरारि | त्रिपुर + अरि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
धर्मार्थ | धर्म + अर्थ अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कामायनी | काम + अयनी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मोहांध | मोह + अंध अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वेच्छाचार | स्वेच्छा + आचार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सहस्राब्दी | सहस्र + अब्दी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अर्धांश | अर्ध + अंश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधिकांश | अधिक + अंश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अद्यावधि | अद्य + अवधि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विरहातुर | विरह + आतुर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सिंधूर्मि | सिंधु + ऊर्मि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
देशाटन | देश + अटन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सर्वांगीण | सर्व + अंगीन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ग्रामांचल | ग्राम + अंचल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
निशानन | निशा + आनन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शाकाहारी | शाक + आहारी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शोकाकुल | शोक + आकुल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सुखानुभूति | सुख + अनुभूति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ऊर्ध्वाधर | ऊर्ध्व + अधर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
उदयाचल | उदय + अचल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्नेहाकांक्षी | स्नेह + आकांक्षी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
साभिप्राय | स + अभिप्राय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हास्यास्पद | हास्य + आस्पद अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नयनाभिराम | नयन + अभिराम अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सावधि | स + अवधि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
फलाहार | फल + आहार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शोकातुर | शोक + आतुर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विरहानल | विरह + अनल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
तुषाराच्छन्न | तुषार + आच्छन्न अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
आमाशय | आम + आशय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नदीश्वर | नदी + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अपराह्ण | अपर + अहन् अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सुधींद्र | सुधी + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मृत्युपरांत | मृत्यु + उपरांत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गुरूपदेश | गुरु + उपदेश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
द्राक्षासव | द्राक्षा + आसव अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भूर्ध्व | भू + ऊर्ध्व अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मरणासन्न | मरण + आसन्न अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जठराग्नि | जठर + अग्नि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मुखापेक्षी | मुख + अपेक्षी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
आग्नेयास्त्र | आग्नेय + अस्त्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हिमागम | हिम + आगम अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रतीत | प्रति + इत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
आर्यावर्त | आर्य + आवर्त अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्थानापन्न | स्थान + आपन्न अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दीक्षांत | दीक्षा + अंत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कारागार | कारा + आगार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विषयासक्त | विषय + आसक्त अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पदावनत | पद + अवनत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शतायु | शत + आयु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गर्भाशय | गर्भ + आशय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
तिलांजलि | तिल + अंजलि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मुनींद्र | मुनि + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
धर्मात्मा | धर्म + आत्मा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अनूदित | अनु + उदित अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
साष्टांग | स + अष्ट + अंग अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दिवसावसान | दिवस + अवसान अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पत्रांक | पत्र + अंक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नीलांचल | नील + अंचल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कृपाकांक्षी | कृपा + आकांक्षी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रत्नावली | रत्न + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सौभाग्याकांक्षिणी | सौभाग्य + आकांक्षिणी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
राष्ट्राध्यक्ष | राष्ट्र + अध्यक्ष अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गमनागमन | गमन + आगमन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मेघालय | मेघ + आलय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दावाग्नि | दाव + अग्नि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पराधीन | पर + अधीन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
श्रद्धालु | श्रद्धा + आलु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
लोकायुक्त | लोक + आयुक्त अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वीक्षक | वि + ईक्षक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वर्गारोहण | स्वर्ग + आरोहण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कीटाणु | कीट + अणु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ध्वंसावशेष | ध्वंस + अवशेष अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शोकान्वित | शोक + अन्वित अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रेक्षागार | प्रेक्षा + आगार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मधूत्सव | मधु + उत्सव अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
चमूत्साह | चमू + उत्साह अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वातायन | वात + अयन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विचाराधीन | विचार + अधीन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दयानंद | दया + आनंद अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अस्ताचल | अस्त + अचल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दृश्यावली | दृश्य + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मुरारि | मुर + अरि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भयाकुल | भय + आकुल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मिताहार | मित + आहार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
बहूद्देशीय | बहु + उद्देशीय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नवांकुर | नव + अंकुर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्राणायाम | प्राण + आयाम अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दावानल | दाव + अनल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
उपाध्याय | उप + अधि+आय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रतीक्षित | प्रति + ईक्षित अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विषाणु | विष + अणु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शीतांशु | शीत + अंशु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सुषुप्तावस्था | सुषुप्त + अवस्था अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हर्षातिरेक | हर्ष + अतिरेक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रतीक्षा | प्रति + ईक्षा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ऐक्यात्म | ऐक्य + आत्म अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अंत्याक्क्षरी | अंत्य + अक्षरी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
परीक्षण | परि + ईक्षण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मर्मातंक | मर्म + अंतक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दिवसांत | दिवस + अंत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भयाक्रांत | भय + आक्रांत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अतींद्रिय | अति + इंद्रिय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मकराकृति | मकर + आकृति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रजनीश | रजनी + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रांगण | प्र + अंगन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हरीश | हरि + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मेघावली | मेघ + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जलाशय | जल + आशय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
परीक्षा | परि + ईक्षा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
फणीश्वर | फणी + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जनार्दन | जन + अर्दन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भ्रष्टाचार | भ्रष्ट + आचार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नयनांबु | नयन + अंबु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पूर्णाहुति | पूर्ण + आहुति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भावाविष्ट | भाव + आविष्ट अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अन्याश्रित | अन्य + आश्रित अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
योगींद्र | योगिन् + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रसाभास | रस + आभास अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
छात्रावास | छात्र + आवास अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कवींद्र | कवि + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शचींद्र | शची + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सुधांशु | सुधा + अंशु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मूल्यांकन | मूल्य + अंकन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मंजूषा | मंजु + उषा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
दीपावली | दीप + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
परीक्षित | परि + ईक्षित अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पोषणाभाव | पोषण + अभाव अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वीक्षण | वि + ईक्षण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
बीजांकुर | बीज + अंकुर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सावयव | स + अवयव अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
क्रमांक | क्रम + अंक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
परीक्षक | परि + ईक्षक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
चिंतातुर | चिंता + आतुर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधीन | अधि + इन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्पर्शानुभूति | स्पर्श + अनुभूति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
तीर्थाटन | तीर्थ + अटन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
नारीश्वर | नारी + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पुरावतंश | पुरा + अवतंश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
क्रियात्मक | क्रिया + आत्मक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अतीव | अति + इव अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
क्षितीश | क्षिति + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वधूक्ति | वधू + उक्ति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भग्नावशेष | भग्न + अवशेष अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रतीक | प्रति + इक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हुतासन | हुत + असन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विवादास्पद | विवाद + आस्पद अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
देहातीत | देह + अतीत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मेघाच्छन्न | मेघ + आच्छन्न अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पुरावशेष | पुरा + अवशेष अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
चिकित्सालय | चिकित्सा + आलय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
द्राक्षारिष्ट | द्राक्षा + अरिष्ट अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विधूदय | विधु + उदय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पाठांतर | पाठ + अंतर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
महींद्र | मही + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भानूदय | भानु + उदय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शयनागार | शयन + आगार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वानुभूत | स्व + अनुभूत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मुनीश्वर | मुनि + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शताधिक | शत + अधिक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रसानुभूति | रस + अनुभूति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
लोकापवाद | लोक + अपवाद अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ब्रह्मांड | ब्रह्मा + अंड अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गीतांजलि | गीत + अंजलि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भूपरि | भू + उपरि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मणींद्र | मणि + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
युवावस्था | युवन् + अवस्था अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
क्वथनांक | क्वथन + अंक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सिंहासन | सिंह + आसन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
क्रियान्वयन | क्रिया + अन्वयन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वार्थ | स्व + अर्थ अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सहानुभूति | सह + अनुभूति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कुसुमाकर | कुसुम + आकर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वार्तालाप | वार्ता + आलाप अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सावधान | स + अवधान अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अक्षांश | अक्ष + अंश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जीवाश्म | जीव + अश्म अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
धर्माधिकारी | धर्म + अधिकारी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गुरुत्वाकर्षण | गुरुत्व + आकर्षण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
वधूल्लास | वधू + उल्लास अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हिमालय | हिम + आलय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कटूक्ति | कटु + उक्ति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शतांश | शत + अंश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
श्रद्धांजलि | श्रद्धा + अंजलि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
धूमाच्छादित | धूम + आच्छादित ( आ + छादित ) अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गतानुगतिक | गत + अनुगतिक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हिमावृत | हिम + आवृत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
जनादेश | जन + आदेश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पंचायत | पंच + आयत अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मध्याह्न | मध्य + अहन् अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विद्यार्जन | विद्या + अर्जन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्नेहाविष्ट | स्नेह + आविष्ट अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
तथ्यान्वेषण | तथ्य + अन्वेषण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शताब्दी | शत + अब्दी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पूर्णांक | पूर्ण + अंक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सरयूर्मि | सरयू + ऊर्मि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
लोहितांग | लोहित + अंग अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
शशांक | शश + अंक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मतांतर | मत + अंतर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रसंगानुकूल | प्रसंग + अनुकूल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पित्ताशय | पित्त + आशय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
फणींद्र | फणी + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रामायण | राम + अयन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रचनावली | रचना + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गर्भाधान | गर्भ + आधान अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अभीष्ट | अभि + इष्ट अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सत्याग्रह | सत्य + आग्रह अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गिरीश | गिरि + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
श्रीश | श्री + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विजयाकांक्षी | विजय + आकांक्षी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वर्णाभ | स्वर्ण + आभ अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
स्वत्वाधिकार | स्वत्व + अधिकार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हरीच्छा | हरि + इच्छा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
छिद्रान्वेषी | छिद्र + अन्वेषी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हिमाद्रि | हिम + अद्रि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
द्वारकाधीश | द्वारका + अधीश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मध्यावधि | मध्य + अवधि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
परमार्थ | परम + अर्थ अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
योगीश्वर | योगिन् + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गीतावली | गीत + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
उत्तरार्द्ध | उत्तर + अर्द्ध अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
यातायात | यात + आयात अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सूक्ति | सु + उक्ति अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
गिरींद्र | गिरि + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
ऊहापोह | ऊह + अपोह अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
लघूत्तम | लघु + उत्तम अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सत्तांतरण | सत्ता + अंतरण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
सानुरोध | स + अनुरोध अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधीक्षण | अधि + ईक्षण अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
कपीश | कपि + ईश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
युगांतर | युग + अंतर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
हिमांशु | हिम + अंशु अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
भयानक | भय + आनक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पूर्वाह्ण (पूर्वाह्न) | पूर्व + अहन् अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
महतीच्छा | महती + इच्छा अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
तथापि | तथा + अपि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रेरणास्पद | प्रेरणा + आस्पद अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
खगाश्रय | खग + आश्रय अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
उत्तराधिकार | उत्तर + अधिकार अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
पदार्थ | पद + अर्थ अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विक्रमाब्द | विक्रम + अब्द अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
विंध्याचल | विंध्य + अचल अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मध्यावकाश | मध्य + अवकाश अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
न्यूनाधिक | न्यून + अधिक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
प्रार्थी | प्र + अर्थी अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रत्नाकर | रत्न + आकर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
आनंदातिरेक | आनंद + अतिरेक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रसायन | रस + अयन अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधीश्वर | अधि + ईश्वर अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
यतींद्र | यती + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
रवींद्र | रवि + इंद्र अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
मुक्तावली | मुक्ता + अवली अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
लघूर्मि | लघु + ऊर्मि अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अधिकाधिक | अधिक + अधिक अ/आ + अ/आ = आ > इ/ई + इ/ई = ई > उ/ऊ + उ/ऊ = ऊ ( दीर्घ स्वर संधि ) |
अंतः पुर | अंतर् + पुर [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
नीरस | निर् + रस [ र् का लोप ] [- दुर् / निर् + र = दुर् -> दु / निर् -> नि ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
युववाणी | युवन् + वाणी [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनः प्रसारण | पुनर् + प्रसारण [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतस्ताप | अंतर् + ताप [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पक्षिगण | पक्षिन् + गण [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
स्वामिभक्त | स्वामिन् + भक्त [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अहर्मुख | अहन् + मुख अहन् + र् -> अहो अहन् + अन्य वर्ण -> अहर् ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतश्चेतना | अंतर् + चेतना [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
मनीष | मनस् + ईष [ स् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतःराष्ट्रीय | अंतर् + राष्ट्रीय [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अहर्निश | अहन् + निशा अहन् + र् -> अहो अहन् + अन्य वर्ण -> अहर् ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनःसर्जन | पुनर् + सर्जन [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतः स्राव | अंतर् + स्राव [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
राजप्रासाद | राजन् + प्रासाद [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
युवाचार्य | युवन् + आचार्य [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनः प्राप्ति | पुनर् + प्राप्ति [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अहरह | अहन् + अहन् अहन् + र् -> अहो अहन् + अन्य वर्ण -> अहर् ( व्यंजन लोप संधि ) |
अहोरूप | अहन् + रूप अहन् + र् -> अहो अहन् + अन्य वर्ण -> अहर् ( व्यंजन लोप संधि ) |
मनीषा | मनस् + ईषा [ स् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पक्षिराज | पक्षिन् + राज [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
आत्महंता | आत्मन् + हंता [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
युवराज | युवन् + राज [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतः क्रिया | अंतर् + क्रिया [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अहोरात्र | अहन् + रात्रि अहन् + र् -> अहो अहन् + अन्य वर्ण -> अहर् ( व्यंजन लोप संधि ) |
नीरव | निर् + रव [ र् का लोप ] [- दुर् / निर् + र = दुर् -> दु / निर् -> नि ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनःसंधान | पुनर् + संधान [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतस्तल | अंतर् + तल [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
राजगृह | राजन् + गृह [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
युवावस्था | युवन् + अवस्था [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनःसंस्कार | पुनर् + संस्कार [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
नीरंध्र | निर् + रंध्र [ र् का लोप ] [- दुर् / निर् + र = दुर् -> दु / निर् -> नि ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनश्च | पुनर् + च [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
नीरोग | निर् + रोग [ र् का लोप ] [- दुर् / निर् + र = दुर् -> दु / निर् -> नि ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनः प्रेषण | पुनर् + प्रेषण [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
योगीश्वर | योगिन् + ईश्वर [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
युववर्ग | युवन् + वर्ग [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
राजकोष | राजन् + कोष [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
पुनश्चर्वण | पुनर् + चर्वण [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतःचेतना | अंतर् + चेतना [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
राजर्षि | राजन् + ऋषि [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
दूराज | दुर् + राज [ र् का लोप ] [- दुर् / निर् + र = दुर् -> दु / निर् -> नि ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
प्राणिमात्र | प्राणिन् + मात्र [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
सन्न्यासिवर्ग | सन्न्यासिन् + वर्ग [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
आत्मविश्वास | आत्मन् + विश्वास [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतस्सलिला | अंतर् + सलिला [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
प्राणिविज्ञान | प्राणिन् + विज्ञान [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतः कथा | अंतर् + कथा [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
शशिकला | शशिन् + कला [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
अंतः करण | अंतर् + करण [ र् का स्/श् या विसर्ग में परिवर्तन ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
मंत्रिमंडल | मंत्रिन् + मंडल [ न् का लोप ] ( व्यंजन लोप संधि ) |
प्रभु | प्र + भू ( स्वर संधि का अपवाद ) |
अहोरात्र | अहन् + रात्रि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
विश्वामित्र | विश्व + मित्र ( स्वर संधि का अपवाद ) |
अल्पेच्छ | अल्प + इच्छा ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दिवारात्र | दिवा + रात्रि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
वैदिक | वेद + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
नैतिक | नीति + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
पार्थक्य | पृथक् + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दांड्यायन | दांड्य + आयन ( स्वर संधि का अपवाद ) |
मूसलाधार | मूसल + धार ( स्वर संधि का अपवाद ) |
प्रतीहारी (द्वारपाल) | प्रति + हारी ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सारंग | - सार + अंग ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सीमांत | सीम + अंत ( स्वर संधि का अपवाद ) |
कुलटा | कुल + अटा ( स्वर संधि का अपवाद ) |
राघव | रघु + अ ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सौजन्य | सुजन + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
मार्तंड | मार्त + अंड ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दाशरथि | दशरथ + इ ( स्वर संधि का अपवाद ) |
यौगिक | योग + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
मानव | मनु + अ ( स्वर संधि का अपवाद ) |
औपचारिक | उपचार + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सीमंत (सिर में माँग) | सीम + अंत ( स्वर संधि का अपवाद ) |
व्यावहारिक | व्यवहार + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
प्रतीकार | प्रति + कार [प्रतिकार भी सही है] ( स्वर संधि का अपवाद ) |
पतंजलि | पतत् + अंजलि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
प्रायोगिक | प्रयोग + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
स्वास्थ्य | स्वस्थ + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दांपत्य | दंपती + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दैविक | देव + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
वासुदेव | वसुदेव + अ ( स्वर संधि का अपवाद ) |
गांगेय | गंगा + एय ( स्वर संधि का अपवाद ) |
प्रत्यक्ष | प्रति + अक्षि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
ऐश्वर्य | ईश्वर + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
नवरात्र | नव + रात्रि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सहस्राक्ष (इंद्र) | सहस्र + अक्षि ( स्वर संधि का अपवाद ) |
दैत्य | दिति + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
भौतिक | भूत + इक ( स्वर संधि का अपवाद ) |
सौंदर्य | सुंदर + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
कौंतेय | कुंती + एय ( स्वर संधि का अपवाद ) |
ऐक्य | एक + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
ग्रार्हस्थ्य | गृहस्थी + य ( स्वर संधि का अपवाद ) |
यथेच्छ | यथा + इच्छा ( स्वर संधि का अपवाद ) |
अहर्निश | अहन् + निशा ( स्वर संधि का अपवाद ) |
प्रतीघात | प्रति + घात [प्रतिघात भी सही है ] ( स्वर संधि का अपवाद ) |
संलग्न | सम् + लग्न म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
षण्मूर्ति | षट् + मूर्ति क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्निकट | सम् + निकट म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्क्षेप (संक्षेप) | सम् + क्षेप म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
परंतप | परम् + तप म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्नयन | उद् + नयन क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
पन्नग (साँप) | पद् (पैर) + नग (नहीं गमन करता) क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
वाङ्निपुण | वाक् + निपुण क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
मृत्युंजय | मृत्युम् + जय म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
मृण्मय (मिट्टी से बना) | मृद् + मय क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्निवेश | सम् + निवेश म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
हृदयङ्गम (हृदयंगम) | हृदयम् + गम म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिङ्मुख | दिक् + मुख क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संतति | सम् + तति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संदर्भ | सम् + दर्भ म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संसर्ग | सम् + सर्ग म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संजय | सम् + जय म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
बृहन्मुंबई | बृहत् + मुंबई क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अहङ्कार (अहंकार) | अहम् + कार म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
चिरंतन | चिरम् + तन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संद्रवण | सम् + द्रवण म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दीपङ्कर (दीपंकर) | दीपम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
मृण्मूर्ति (मिट्टी की मूर्ति) | मृद् + मूर्ति क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिङ्मंडल | दिक् + मंडल क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
शुभङ्कर (शुभंकर) | शुभम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्न्यासी | सम् + न्यासी म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
ऋङ्मंत्र | ऋक् + मंत्र क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संहिता | सम् + हिता म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्गत (संगत) | सम् + गत म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
परंतु | परम् + तु म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मन | उद् + मन क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
षण्मास | षट् + मास क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संधि | सम् + धि म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संचालन | सम् + चालन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संशोधन | सम् + शोधन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
पुंस्त्व | पुम् + त्व म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्कलन (संकलन) | सम् (उचित) + कलन (एकत्र) म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उपनिषन्मीमांसा | उपनिषद् + मीमांसा क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
धनंजय | धनम् + जय म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संधान | सम् + धान म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्गति (संगति) | सम् + गति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
पुंल्लिंग | पुंस् + लिंग म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्गठन (संगठन) | सम् + गठन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संविधान | सम् + विधान म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
तीर्थङ्कर (तीर्थंकर) | तीर्थम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संवरण | सम् + वरण म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
तन्मात्र | तद् + मात्र क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
वणिङ्नीति | वणिक् + नीति क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
विद्युन्माला | विद्युत् + माला क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्निहित | सम् + निहित म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
चिरंजीवी | चिरम् + जीवी म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संसार | सम् + सार म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संदिग्ध | सम् + दिगध म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संश्लेषण | सम् + श्लेषण म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्मार्ग | सत् + मार्ग क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिवङ्गत (दिवंगत) | दिवम् (स्वर्ग) + गत म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संचित | सम् + चित म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
जगन्नाथ | जगत् + नाथ क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
जगन्निवास | जगत् + निवास क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
भवन्निष्ठ | भवत् + निष्ठ क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
मंजन | मम् + जन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मोचन (मुक्त करना) | उद् + मोचन क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
धुरंधर | धुरम् + धर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संतोष | सम् + तोष म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मुख | उद् + मुख क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अस्तङ्गत (अस्तंगत) | अस्तम् (अस्त होने को गया हुआ) + गत म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अलङ्करण (अलंकरण) | अलम् + करण म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संलाप | सम् + लाप म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दंड | दम् + ड [दण्ड ] म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
शरन्महोत्सव | शरद् + महोत्सव क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संहति | सम् + हति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्क्रामक (संक्रामक) | सम् + क्रामक म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संज्ञा | सम् + ज्ञा म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
षण्मातुर | षट् + मातुर क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अकिंचन | अकिम् + चन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संयम | सम् + यम म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संहार | सम् + हार म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अलङ्कार (अलंकार) | अलम् + कार म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संघर्ष | सम् + घर्ष म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
जगन्मोहिनी | जगत् + मोहिनी क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
शङ्कर (शंकर) | शम् (शांति) + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
स्वयंवर | स्वयम् + वर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मान (नाप-तौल) | उद् + मान क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अंजन | अम् + जन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्नत | उद् + नत क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संदेह | सम् + देह म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
किन्नर | किम् + नर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिङ्मूढ़ | दिक् + मूढ़ क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संवाद | सम् + वाद म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्माद (मस्ती) | उद् + माद क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संचय | सम् + चय म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संवर्धन | सम् + वर्धन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्घटन (संघटन) | सम् + घटन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संरक्षक | सम् + रक्षक म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अलङ्कृति (अलंकृति) | अलम् + कृति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संलिप्त | सम् + लिप्त म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
किंचित् | किम् + चित् म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
भयङ्कर (भयंकर) | भयम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्कर (संकर) | सम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मूलन (जड़ को ऊपर कर देना) | उद्ग + मूलन क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्मान | सत् + मान क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संत्रास | सम् + त्रास म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्निधान | सत् + निधान क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्नारी | सत् + नारी क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्निद्र (उनींदा) | उद् + निद्र क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संवत्सर | सम् + वत्सर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
किंवदंती | किम् + वदंती म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्निधि | सत् + निधि क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
अलङ्कृत (अलंकृत) | अलम् + कृत म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
जगन्नियंता | जगत् + नियंता क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संशोधन | सम् + शोधन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संशय | सम् + शय म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संजीवनी | सम् + जीवनी म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संदेश | सम् + देश म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
श्रीमन्नारायण | श्रीमत् + नारायण क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
मृण्मयी | मृद् + मयी क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मत्त | उद् + मत्त क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
किंवा | किम् + वा म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
बृहन्नेत्र | बृहत् + नेत्र क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
पंचम | पम् + चम म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संतुष्ट | सम् + तुष्ट म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मीलन (खिलना) | उद् + मीलन क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संरचना | सम् + रचना म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिङ्मंडल | दिक् + मंडल क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संस्मरण | सम् + स्मरण म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
जगन्माता | जगत् + माता क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संयोजक | सम् + योजक म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
चिन्मय | चित् + मय क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उन्मेष (नवसृजन) | उद् + मेष क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संवेग | सम् + वेग म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्क्रांति (संक्रांति) | सम् + क्रांति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
बृहन्नल | बृहत् + नल क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
षण्मुख | षट् + मुख क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संयोग | सम् + योग म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संसृति | सम् + सृति म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संघात | सम् + घात म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
किङ्कर (किंकर) | किम् + कर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
पुरन्दर | पुरम् + दर म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
संताप | सम् + ताप म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्मति | सत् + मति क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
दिङ्नाग | दिक् + नाग क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
वाङ्मय | वाक् + मय क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
बृहन्माला | बृहत् + माला क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्घनन (संघनन) | सम् + घनन म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
वाङ्नियंत्रण | वाक् + नियंत्रण क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
तन्मय | तद् + मय क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्नियम | सत् + नियम क् + म/न = ङ् ट् + म/न = ण् त्/द् + म/न = न् ( उत्तर अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सन्नद्ध | सम् + नद्ध म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
सङ्कल्प (संकल्प) | सम् + कल्प म् + क, ग, घ = ङ् म् + च, ज = ञ् म् + ड = ण् म् + त, द, ध, न = न् म् + य, र, ल, व, श, ष, स, ह = ं (पुर्व अनुनासिक व्यंजन संधि ) |
उत्थापन | उद् + स्थापन (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्तीर्ण | उद् + तीर्ण (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
मृत्परीक्षण | मृद् + परीक्षण (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्कट | उद् + कट (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्कृष्ट | उद् + कृष्ट (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
तत्परायण | तद् + परायण (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्तप्त | उद् + तप्त (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
शरत्काल | शरद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
तत्पुरुष | तद् + पुरुष (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्साह | उद् + साह (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
आपत्काल | आपद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
संसत्सत्र | बैठना + सत्र (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
हृत्कंपन | हृद् + कंपन (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
मृत्तिका | मृद् + तिका (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्तम | उद् + तम (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
संपत्ति | संपद् + ति (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
मृत्पात्र | मृद् + पात्र (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उपनिषत्काल | उपनिषद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
शरत्पूर्णिमा | शरद् + पूर्णिमा (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
परिषत्पत्रिका | परिषद् + पत्रिका (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
तत्काल | तद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उपनिषत्सार | उपनिषद् + सार (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्ताप | उद् + ताप (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्थान | उद् + स्थान (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
विपत्ति | विपद् + ति (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्तेजक | उद् + तेजक (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्कीर्ण | उद् + कीर्ण (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
तत्क्षण | तद् + क्षण (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उपनिषत्कथा | उपनिषद् + कथा (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
संसत्सदस्य | संसद् + सदस्य (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्थित | उद् + स्थित (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्कोच | उद् + कोच (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्सर्ग | उद् + सर्ग (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्सव | उद् + सव (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
परिष्त्संपत्ति | परिषद् + संपत्ति (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
विपत्काल | विपद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
तत्पर | तद् + पर (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्क्षिप्त | उद् + क्षिप्त (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्पन्न | उद् + पन्न (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
उत्तर | उद् + तर (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
विपत्काल | विपद् + काल (घोष)द् + (अघोष)क, त, थ, प, स ⬇️ (अघोष) त् ( अघोष व्यंजन संधि ) |
राकेश | राका + ईश अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महोर्जा | महा + ऊर्जा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भावोद्दीप्त | भाव + उद्दीप्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शुभेच्छा | शुभ + इच्छा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रोगोपचार | रोग + उपचार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दलितोत्थान | दलित + उत्थान अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पश्चिमोत्तर | पश्चिम + उत्तर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
हतोत्साह | हत + उत्साह अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
धीरोदात्त | धीर + उदात्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मृंगेंद्र | मृग + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
वेदोक्त | वेद + उक्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अवनतोदर | अवनत + उदर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रसोद्रेक | रस + उद्रेक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्रेषिति | प्र + इषिति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
धनोपार्जन | धन + उपार्जन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अतिशयोक्ति | अतिशय + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
ब्रह्मर्षि | ब्रह्म + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शब्देतर | शब्द + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
यथेच्छ | यथा + इच्छा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अल्पेच्छ | अल्प + इच्छा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
लोकोक्ति | लोक + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
हृषीकेश | हृषीक + ईश अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नवोदय | नव + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
योगेंद्र | योग + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अन्यान्योपाय | अन्यान्य + उपाय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महर्षि | महा + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भारतेंदु | भारत + इंदु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नवोत्पल | नव + उत्पल अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
वैरोद्धार | वैर + उद्धार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
हिमोपल | हिम + उपल अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
तदुपरांत | तद् + उपरांत अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
करुणोत्पादक | करुणा + उत्पादक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सर्वोपरि | सर्व + उपरि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पुष्पोद्यान | पुष्प + उद्यान अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
ग्रीष्मर्तु | ग्रीष्म + ऋतु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
देवेंद्र | देव + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
कथोपकथन | कथ + उपकथन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्राप्तोदक | प्राप्त + उदक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नवोढा | नव + ऊढा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
देवर्षि | देव + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सहोदर | सह + उदर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अन्योक्ति | अन्य + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पूर्वोत्तर | पूर्व + उत्तर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
ज्ञानोदय | ज्ञान + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
इतरेतर | इतर + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दर्शनोत्सुक | दर्शन + उत्सुक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सोदाहरण | स + उदाहरण अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भयोत्पादक | भय + उत्पादक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
लंबोदर | लंब + उदर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
जितेंद्रिय | जित + इंद्रिय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
योगेश्वर | योग + ईश्वर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पूर्वोक्त | पूर्व + उक्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पदोन्नति | पद + उन्नति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मंत्रोच्चार | मंत्र + उच्चार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दुग्धोपजीवी | दुग्ध + उपजीवी अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मानवोचित | मानव + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सूर्योदय | सूर्य + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
वाचेतर | वाच + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अन्योदर | अन्य + उदर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सर्वोत्तम | सर्व + उत्तम अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भोजनेच्छुक | भोजन + इच्छुक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शाकोपजीवी | शाक + उपजीवी अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
वीरोचित | वीर + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मुखोपाध्याय | मुख + उपाध्याय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रसनेंद्रिय | रसना + इंद्रिय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मरणोपरांत | मरण + उपरांत अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
चित्रोपम | चित्र + उपमा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मित्रोचित | मित्र + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अक्षौहिणी | अक्ष + ऊहिनी अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मानवेतर | मानव + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अंत्योदय | अंत्य + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पुरुषोत्तम | पुरुष + उत्तम अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अंत्येष्टि | अंत्य + इष्टि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
क्षुधोत्तेजन | क्षुधा + उत्तेजन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
उपदेष्टा | उप + दिष्टा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महोत्सव | महा + उत्सव अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रमेश | रमा + ईश अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
यथोचित | यथा + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
विवाहेतर | विवाह + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
बालोचित | बाल + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
बालेंदु | बाल + इंदु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
यज्ञोपवीत | यज्ञ + उपवीत अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
व्यंग्योक्ति | व्यंग्य + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
गंगोर्मि | गंगा + ऊर्मि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
चरमोत्कृष्ट | चरम + उत्कृष्ट अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
कठोपनिषद् | कठ + उपनिषद् अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महोदय | महा + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
ममेतर | मम + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नवोदित | नव + उदित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दंतोष्ठ्य | दंत + ओष्ठ्य अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अवसरोचित | अवसर + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रसोत्पत्ति | रस + उत्पत्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्रोत्साहन | प्र + उत्साहन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
साहित्येतर | साहित्य + इतर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
रहस्योद्घाटन | रहस्य + उद्घाटन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्रेक्षक | प्र + ईक्षक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अंकेक्षण | अंक + ईक्षण अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
आत्मोत्सर्ग | आत्म + उत्सर्ग अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
कण्वर्षि | कण्व + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्रेमोन्मत्त | प्रेम + उन्मत्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महेंद्र | महा + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
यथेष्ट | यथा + इष्ट अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मदोन्मत्त | मद + उन्मत्त अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्राणोत्सर्ग | प्राण + उत्सर्ग अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
परमेश्वर | परम + ईश्वर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सोत्साह | स + उत्साह अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
प्रश्नोत्तर | प्रश्न + उत्तर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दर्पोक्ति | दर्प + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नरेश | नर + ईश अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
उन्नतोदर | उन्नत + उदर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सोल्लास | स + उल्लास अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
धीरोद्धत | धीर + उद्धत अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सुधेंदु | सुधा + इंदु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
महेश्वर | महा + ईश्वर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पुरुषोचित | पुरुष + उचित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
स्वातंत्र्योत्तर | स्वातंत्र्य + उत्तर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नीलोत्पल | नील + उत्पल अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
उत्तरोत्तर | उत्तर + उत्तर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सर्वेश्वर | सर्व + ईश्वर अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
स्वोपार्जित | स्व + उपार्जित अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मत्स्येंद्र | मत्स्य + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नेति | न + इति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
ईशोपनिषद् | ईश + उपनिषद् अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
समासोक्ति | समास + उक्ति अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
पुष्पोपहार | पुष्प + उपहार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मानवेंद्र | मानव + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
दीपोत्सव | दीप + उत्सव अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मासोत्तम | मास + उत्तम अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
परोपकार | पर + उपकार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
हर्षोल्लास | हर्ष + उल्लास अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सिद्धेश्वरी | सिद्ध + ईश्वरी अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
जीर्णोद्धार | जीर्ण + उद्धार अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भावोद्रेक | भाव + उद्रेक अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
अपेक्षा | अप + ईक्षा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
कर्मेंद्रिय | कर्म + इंद्रिय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
गुडाकेश | गुडाका + ईश अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शुद्धोदन | शुद्ध + ओदन अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
उपेक्षा | उप + ईक्षा अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
वर्षर्तु | वर्षा + ऋतु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
राजर्षि | राजन् + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शीतर्तु | शीत + ऋतु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
गजेंद्र | गज + इंद्र अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
भावोदय | भाव + उदय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
शुभेच्छु | शुभ + इच्छु अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
स्वैरिणी | स्व + ईरिणी अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
नवोन्मेष | नव + उन्मेष अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
घ्राणेंद्रिय | घ्राण + इंद्रिय अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सांगोपांग | सांग + उपांग अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सप्तर्षि | सप्त + ऋषि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
जलोर्मि | जल + ऊर्मि अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सोद्देश्य | स + उद्देश्य अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
मदोन्माद | मद + उन्माद अ/आ + इ/ई = ए अ/आ + उ/ऊ = ओ अ/आ + ऋ = अर् ( गुण स्वर संधि ) |
सभी | सब + ही महाप्रणीकरण (हिंदी की संधि) |
रोया | रो + आ य का आगम (हिंदी की संधि) |
छलावा | छल् + आवा स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
हथले | हाथ + ले प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
बाच्चीत | बात + चीत समीकरण (हिंदी की संधि) |
बड़बोला | बड़ा + बोला अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
सधुक्कड़ | साधू + अक्कड़ प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
भड़भूँजा | भाड़ + भूँजा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
फुलवाड़ी | फूल + वाड़ी प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
कनछिदा | कान + छिदा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
चलन | चल् + अन स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
अँगोछा | अंग + पोछा व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
छुटभैया | छोटा + भैया गुणात्मक हृस्वीकरण ओ ➡️ उ (हिंदी की संधि) |
पनघट | पानी + घाट दोनों स्वरों का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
कठफोड़ा | काठ + फोड़ा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
टटपूँजिया | टाट + पूँजिया प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
कभी | - कब + ही महाप्रणीकरण (हिंदी की संधि) |
मुटापा | मोटा + आपा गुणात्मक हृस्वीकरण ओ ➡️ उ (हिंदी की संधि) |
पनवाड़ी | पान + वाड़ी प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
उसी | उस + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
कनबिंधा | कान + बिंधा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
बुढ़िया | बूढ़ी + इया प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
फुलेल | फूल + तेल प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
निजी | निज् + ई स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
चितेरा | चित् + एरा स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
पिछलग्मू | पीछा + लग्मू अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
भिखमंगा | भीख + मंगा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
जैसा | जो + ऐसा स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
उन्हीं | उन + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
नदियाँ | नदी + आँ अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
बड़भागी | बड़ा + भागी अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
फुलेल | फूल + तेल व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
घुड़दौड़ | घोड़ा + दौड़ गुणात्मक हृस्वीकरण ओ ➡️ उ (हिंदी की संधि) |
घनचक्कर | घना + चक्कर अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
कठघरा | काठ + घरा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
इकतरफ़ा | एक + तरफ़ा गुणात्मक हृस्वीकरण ए ➡️ इ/अ (हिंदी की संधि) |
दिनोंदिन | दिन + दिन स्वरागम (हिंदी की संधि) |
लुटेरा | लूट् + एरा स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
मारामारी | मार + मारी स्वरागम (हिंदी की संधि) |
ननिहाल | नानी + हाल अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
मूसलाधार | मूसल + धार स्वरागम (हिंदी की संधि) |
पहुँज्जाऊँगा | पहुँच + जाऊँगा समीकरण (हिंदी की संधि) |
नकचढ़ा | नाक + चढ़ा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
बबुआ | बाबू + आ प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
छवियाँ | छवि + आँ य का आगम (हिंदी की संधि) |
पी | पी + ई स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
कुछी | कुछ + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
खटमल | खाट + मल प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
रातोरात | रात + रात स्वरागम (हिंदी की संधि) |
कनकटा | कान + कटा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
पचरंगा | पाँच + रंगा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
भाइयों | भाई + ओं य का आगम (हिंदी की संधि) |
वही | वह + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
हथकड़ी | हाथ + कड़ी प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
रनवास | रानी + वास अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
इकतारा | एक+ तारा गुणात्मक हृस्वीकरण ए ➡️ इ/अ (हिंदी की संधि) |
सड़ियल | सड़ + इयल स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
पंडिज्जी | पंडित + जी समीकरण (हिंदी की संधि) |
पीया | पी + आ य का आगम (हिंदी की संधि) |
पनडुब्बी | पानी + डूबी दोनों स्वरों का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
कपड़छान | कपड़ा + छान अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
हाथोंहाथ | हाथ + हाथ स्वरागम (हिंदी की संधि) |
मटकियों | मटकी + ओं य का आगम (हिंदी की संधि) |
बटमार | बाट + मार प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
भनजजवाँई | भानजी + जवाँई प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
नकटा | नाक + कटा व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
लड़कपन | लड़का + पन अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
दीनानाथ | दीन + नाथ स्वरागम (हिंदी की संधि) |
दुगुना | दो + गुना गुणात्मक हृस्वीकरण ओ ➡️ उ (हिंदी की संधि) |
तभी | तब + ही महाप्रणीकरण (हिंदी की संधि) |
बहुएँ | बहू + एँ अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
रोटियाँ | रोटी + आँ अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
डाग्घर | डाक + घर समीकरण (हिंदी की संधि) |
सतमासा | सात + मासा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
शक्तियाँ | शक्ति + आँ य का आगम (हिंदी की संधि) |
जभी | जब + ही महाप्रणीकरण (हिंदी की संधि) |
डाकुओं | डाकू + ओं अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
अठन्नी | आठ + न्नी प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
खटमीठा | खट्टा + मीठा अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
इकतीस | एक + तीस गुणात्मक हृस्वीकरण ए ➡️ इ/अ (हिंदी की संधि) |
खाया | खा + आ य का आगम (हिंदी की संधि) |
नकटा | नाक + कटा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
तुम्हीं | तुम + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
अभी | अब + ही महाप्रणीकरण (हिंदी की संधि) |
जलन | जल् + अन स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
इसी | इस + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
कनफटा | कान + फटा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
मरियल | मर् + इयल स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
तिथियाँ | तिथि + आँ य का आगम (हिंदी की संधि) |
अधकचरा | आधा + कचरा प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
सत्यानाश | सत्य + नाश स्वरागम (हिंदी की संधि) |
लड़कियों | लड़की + ओं य का आगम (हिंदी की संधि) |
रातें | रात् + एँ स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
छुटपना | छोटा + पना गुणात्मक हृस्वीकरण ओ ➡️ उ (हिंदी की संधि) |
भाइयों | भाई + ओं अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
पिछवाड़ा | पीछा + वाड़ा अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
अकेला | एक + एला गुणात्मक हृस्वीकरण ए ➡️ इ/अ (हिंदी की संधि) |
ममेरा | मामा + एरा अंतिम स्वर का हृस्वीकरण (हिंदी की संधि) |
लड्डुओं | लड्डू + ओं प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
पतझड़ | पात + झड़ प्रथम स्वर का हृस्वीकरण आ ➡️ अ ई ➡️इ ऊ ➡️उ (हिंदी की संधि) |
किसी | किस + ही व्यंजन वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
वहीं | वहाँ + ही स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
यहीं | यहाँ + ही स्वर वर्ण लोप (हिंदी की संधि) |
नायक | नै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
दायक | दै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
हवन | हो + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गवाक्ष | गो + अक्ष / अक्षि [अपवाद ] ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
आय | ऐ + अ ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गवेंद्र | गो + इंद्र [अपवाद ] ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भावुक | भौ (भू) + उक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भवन | भो + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भवति | भो + अति ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गवीश | गो + ईश ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
शायक (बाण) | शै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
चयन | चे + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
संचय | संचे + अ ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
विनायक | विनै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
शयन | शे + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गायक | गै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
दायिनी | दै + इनी ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
शावक | शौ (शु)+ अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
नयन | ने + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भाव | भौ (भू) + अ ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
नय | ने + अ ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
शाविक | शौ + इक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
पावन | पौ (पू) + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
पवित्र | पू + इत्र ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गव्य | गो + य ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भावना | भौ (भू) + अना ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
श्रावक | श्रौ (श्रु)+ अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
गायन | गै + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
विधायक | विधै + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
भावक | भौ (भू) + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
पावक | पौ + अक ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
नायिका | नै + इका ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |
पवन | पो + अन ए + असमान स्वर (-ए/ऐ) = अय् + स्वर ऐ + असमान स्वर (-ए/ऐ) = आय् + स्वर ओ + असमान स्वर (-ओ/औ) = अव् + स्वर औ + असमान स्वर (-ओ/औ) = आव् + स्वर (अयादि स्वर संधि) |