अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
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भोजन बनाने की व्यवस्था का प्रबंध करें। | भोजन बनाने की व्यवस्था/का प्रबंध करें। |
'उत्साह' नामक शीर्षक निबंध अच्छा है। | 'उत्साह' शीर्षक/नामक निबंध अच्छा है। |
अब विंध्याचल पर्वत हरा-भरा हो गया। | अब विंध्याचल हरा-भरा हो गया। |
मैं मंगलवार के दिन व्रत रखता हूँ। | मैं मंगलवार को व्रत रखता हूँ। |
तुम बीस तारीख के दिन कहाँ रहोगे ? | तुम बीस तारीख़ को कहाँ रहोगे ? |
भारत गुलामी की दासता से मुक्त हुआ। | भारत गुलामी/दासता से मुक्त हुआ। |
आप अपनी प्रतिज्ञा के शब्दों से डिगें नहीं। | आप अपनी प्रतिज्ञा/अपने शब्दों से डिगें नहीं। |
वह अपनी ताक़त के बल पर जीता। | वह अपने बल पर (अपनी ताक़त के भरोसे) जीता। |
तुम्हारे आने से मेरा मन गद्-गद् हो गया। | तुम्हारे आने से मैं गद्गद् हो गया। |
समाज में अराजकता की समस्या बढ़ रही है। | समाज में अराजकता बढ़ रही है। |
प्रातःकाल के समय घूमना चाहिए। | प्रातः काल घूमना चाहिए। |
वर्षाकालीन दिनों में कीचड़ हो जाता है। | वर्षाकाल में (वर्षा के दिनों में) कीचड़ हो जाता है। |
वह शुक्रवार के दिन लौटेगा। | वह शुक्रवार को लौटेगा |
तुम्हारे मन की थाह का पता ही नहीं चलता। | तुम्हारे मन की थाह (मन का पता) नहीं मिलती (मिलता)। |
वह रोज़ पानी से पौधों को सींचता है। | वह रोज़ पौधों को सींचता है। |
तुम गीता की पुस्तक पढ़ो। | तुम गीता पढ़ो। |
रेडिओ की उत्पत्ति किसने की ? | रेडिओ का आविष्कार किसने किया ? |
विद्वानों के बीच बोलने का उत्साह कौन करेगा? | विद्वानों के बीच बोलने का साहस कौन करेगा? |
मंदिर में भक्तों का तारतम्य बना रहा। | मंदिर में भक्तों का ताँता लगा रहा। |
आपके रहन-सहन का दरज़ा ऊँचा है। | आपके रहन-सहन का स्तर ऊँचा है। |
गले में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं। | पैरों में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं। |
कंस की हत्या कृष्ण ने की थी। | कंस का वध कृष्ण ने किया था। |
वहाँ रोज़ जाने में तुम्हारी क्या अच्छाई है। | वहाँ रोज़ जाने में तुम्हारी क्या भलाई है? |
तुमने इस पुस्तक का कितना भाग पढ़ लिया ? | तुमने इस पुस्तक का कितना अंश पढ़ लिया ? |
इस शहर के सभी दर्शनीय स्थान अच्छे हैं। | इस शहर के सभी दर्शनीय स्थल अच्छे हैं। |
आपके प्रश्न का समाधान मेरे पास है। | आपके प्रश्न का उत्तर मेरे पास है। |
अमीरों के पास रुपए की बड़ी संख्या होती है। | अमीरों के पास धन की बड़ी राशि होती है। |
उसने गीत की पहली लड़ी अच्छी नहीं गाई। | उसने गीत की पहली कड़ी अच्छी तरह नहीं गाई। |
उन्नति के मार्ग में संकट भी आते ही हैं। | उन्नति के मार्ग में बाधाएँ भी आती ही हैं। |
घाव से खून निकलने की राशि बढ़ती गई। | घाव से खून निकलने की मात्रा बढ़ती गई। |
मैंने इस काम में बड़ी अशुद्धि की। | मैंने इस काम में बड़ी भूल की। |
आपने जिसकी लाठी उसकी भैंसवाली कथा सुनी है? | आपने जिसकी लाठी उसकी भैंसवाली कहावत सुनी है ? |
हमारे प्रांत के मनुष्य मेहनती हैं। | हमारे प्रांत के लोग मेहनती हैं। |
इस गरमी में टायर फूटने का संदेह है। | इस गरमी में टायर फूटने का डर/की आशंका है। |
दंगे में गोलियों की बाढ़ आ गई। | दंगे में गोलियों की बौछार हो गई। |
प्रेम करना तलवार की नोक पर चलना है। | प्रेम करना तलवार की धार पर चलना है। |
सूखे से भूख की समस्या खड़ी हो गई। | सूखे से भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई। |
मोहन और मोहन का पुत्र व्यस्त हैं। | मोहन और उसका पुत्र व्यस्त हैं। |
सीमा ने नीना से कहा कि सीमा का आज उपवास है। | सीमा ने नीना से कहा कि मेरा आज उपवास है। |
मेरे को कुछ याद नहीं आ रहा। | मुझे कुछ याद नहीं आ रहा। |
मैं तेरे को बता दूँगा। | मैं तुझे बता दूँगा। |
तेरे को कुछ याद आया क्या ? | तुझे कुछ याद आया क्या ? |
तेरे से कुछ नहीं होगा। | तुझसे कुछ नहीं होगा। |
कहिए मेरे से क्या काम है ? | कहिए, मुझसे क्या काम है ? |
पिताजी ने मुझसे कहा। | पिताजी ने मुझे कहा। |
वह उसका चश्मा भूल गया। | वह अपना चश्मा भूल गया। |
जो भी इसे भिड़ेगा जो ही इसे हरा देगा। | जो भी इससे भिड़ेगा वही इसे हरा देगा। |
वह मेरा दोस्त है, वह मेरे साथ पढ़ता है। | वह मेरा दोस्त है जो मेरे साथ पढ़ता है। |
मुख्य कहानी तो यहाँ ही से शुरू होती है। | मुख्य कहानी तो यहीं से/यहाँ से ही शुरू होती है। |
उसने जल्दी घर जाना था। | उसे जल्दी घर जाना था। |
उसने वहाँ जाना ही नहीं था। | उसे वहाँ जाना ही नहीं था। |
जिनने भी खाया है, सराहा है। | जिसने भी खाया है, सराहा है। |
जिन्होंने करना है, वे करके रहेंगे। | जिन्हें करना है, वे करके रहेंगे। |
मैंने वहाँ नहीं जाना है। | मुझे वहाँ नहीं जाना है। |
वह स्कूटर जिसे मैंने कल खरीदा था, वह आज बिक गया। | वह स्कूटर आज बिक गया, जिसे मैंने कल खरीदा था। |
यह सांगानेर में छपने के कारण सांगानेरी प्रिंट कहलाती है। | सांगानेर में छपने के कारण यह सांगानेरी प्रिंट कहलाता है। |
कमल यहाँ आया और बताया कि सब ठीक हैं। | कमल यहाँ आया और उसने बताया कि सब ठीक हैं। |
कोई ने कहा था। | किसी ने कहा था। |
किसानों में रोष था इसलिए घेराव किया। | किसानों में रोष था इसलिए उन्होंने घेराव किया। |
वह बच्चा सोता रहा क्योंकि इसको किसी ने जगाया ही नहीं। | वह बच्चा सोता रहा क्योंकि उसको किसी ने जगाया ही नहीं। |
चाय में कौन गिर गया ? | चाय में क्या गिर गया ? |
जी सोता है वह खोता है। | जो सोता है सो खोता है। |
आप तो चले गए, पर तुम्हारे काग़ज़ यहाँ रह गए। | आप तो चले गए पर आपके काग़ज़ यहाँ रह गए/तुम तो चले गए पर तुम्हारे काग़ज़ यहाँ रह गए। |
राम थककर उसके घर में सो गया। | राम थककर अपने घर में सो गया। |
तुम तो तुम्हारा काम करो। | तुम तो अपना काम करो। |
तुम्हारे से कोई लेना-देना नहीं। | तुमसे कोई लेना-देना नहीं। |
वह लोग जा रहे हैं। | वे लोग जा रहे हैं। |
ये आदमी कौन था ? | यह आदमी कौन था?/ये आदमी कौन थे? |
यह सच्चे इंसान हैं। | ये सच्चे इंसान हैं। |
जो क्या जाने हमारी मुसीबतें । | वह/वे क्या जाने हमारी मुसीबतें । |
उन्हें सब पता लग जाएगा। | उनको सब पता लग जाएगा। |
मैं और मेरे लोगों का ही काम नहीं हुआ। | मेरा और मेरे लोगों का ही काम नहीं हुआ। |
भक्तियुग का काल स्वर्णयुग माना जाता है। | भक्तिकाल स्वर्णयुग माना जाता है। |
यह सबसे सुंदरतम साड़ी है। | यह सुंदरतम साड़ी है। |
पुस्तकों में यह बहुत श्रेष्ठ है। | पुस्तकों में यह श्रेष्ठ है। |
वे एक अच्छे अध्यापक हैं। | वे अच्छे अध्यापक हैं। |
रेशमी कढ़ाई के धागे उत्तम होते हैं। | कढ़ाई के रेशमी धागे उत्तम होते हैं। |
• आज उसके गुप्त रहस्य का राज़ खुला। | आज उसके रहस्य का राज़ खुला। |
घातक विष, सुंदर शोभा, बुरी कुदृष्टि । | विष, शोभा, कुदृष्टि । |
सुकोमल, सुमधुर, सशंकित, सभीत, सच्चरित्रवान, निख़ालिस, उचित न्याय । | कोमल, मधुर, शंकित/सशंक भीत, चरित्रवान्, ख़ालिस, न्याय । |
हमारावाला लॉन, अच्छीवाली कहानी | हमारा लॉन, अच्छी कहानी |
धोबिन ने अच्छी चादरें धोईं। | धोबिन ने चादरें अच्छी धोईं। |
अनजाने में कर दिया। | अनजाने में हो गया। |
किसी और दूसरे डॉक्टर से मिलूँगा। | किसी और (या किसी दूसरे) डॉक्टर से मिलूँगा। |
सारी दुनियाभर में ढिंढोरा पीट दिया। | सारी दुनिया (या दुनियाभर) में ढिंढोरा पीट दिया। |
मौर्यकालीन समय में लोग सुखी थे। | मौर्यकाल में लोग सुखी थे। |
पूरे दिन भर की मज़दूरी है यह। | पूरे दिन (या दिन भर) की मज़दूरी है यह ! |
समस्त मानव मात्र का भला सोचिए। | मानव मात्र (समस्त मानवों) का भला सोचिए। |
खिलाड़ियों ने अपनी हिम्मत नहीं हारी | खिलाड़ियों ने हिम्मत नहीं हारी। |
प्रायः सभी लोग दुखी हैं। | प्रायः (या सभी) लोग दुखी हैं। |
वे बड़े अच्छे खिलाड़ी हैं। | वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। |
अधिकांश लोगों ने | अधिकतर लोगों ने, (अधिकांश अनाज) के संख्यात्मक संज्ञा के लिए 'तर' प्रत्यय एवं मात्रात्मक संज्ञा के लिए- 'अंश' शब्द प्रयुक्त होता है। |
भारी भरकम भीड़, भारी भूख, निपट चतुर, घोर सम्बन्धी, भारी तकलीफ़ । | बेशुमार भीड़, बहुत भूख, बहुत चतुर, निपट अनाड़ी, घनिष्ठ संबंधी, बहुत तकलीफ़ । |
मुझे भारी दुःख हुआ। | मुझे बहुत दुःख हुआ। |
गहरी समस्या, सप्त घर | गंभीर समस्या, सात घर (सप्त गृह) |
दादा जी की बीमारी चिंतनीय है। | दादा जी की बीमारी चिंताजनक है। |
व्याकरण के बहुत मुद्दे चिंताजनक हैं | व्याकरण के बहुत मुद्दे चिंतनीय हैं। |
सेवा-निवृत्ति के बाद भावी जीवन बिताने की समस्या है। | सेवा-निवृत्ति के बाद शेष जीवन बिताने की समस्या है। |
आकाश में दीर्घाकाय बादल दिखाई दिया। | आकाश में एक विशालकाय बादल दिखाई दिया। |
आप लोग अपनी रज़ाइयाँ ले लीजिए। | आप लोग अपनी-अपनी रज़ाई ले लीजिए। |
कुत्ते का बोलना किसको अच्छा लगता है ? | कुत्ते का भोंकना किसको अच्छा लगता है ? |
किसी आगामी दुर्घटना के बारे में मुझे आशंका थी। | किसी भावी दुर्घटना के बारे में मुझे आशंका थी ? |
आपकी इस बात का कोई अर्थ नहीं निकलता। | आपकी इस बात का कुछ अर्थ नहीं निकलता। |
आपने बड़ी ऊँची कोटि की कहानी सुनाई। | आपने उच्च कोटि की कहानी सुनाई। |
आप कोई अन्य कुत्ता क्यों नहीं पाल लेते। | आप कोई दूसरा कुत्ता क्यों नहीं पाल लेते। |
दो दिवसीय कार्यक्रम | द्वि दिवसीय कार्यक्रम या दो दिन का कार्यक्रम |
प्रत्येक बच्ची को चार-चार केले दे दें। | प्रत्येक बच्ची को चार केले दे दें। (सभी बच्चियों को चार-चार केले दे दें।) |
पहले आप लोग अपनी कविताएँ सुनाइए। | पहले आप लोग अपनी-अपनी कविताएँ सुनाइए । |
वह यहाँ आए बिना नहीं रह सकता है। | वह यहाँ आए बिना नहीं रह सकता। |
उसको घमंडी कहकर पुकारना ज़्यादती है। | उसको घमंडी कहना ज़्यादती है। |
कारण बताओ कि यह कैसे संभव हो सकता है। | कारण बताओ कि यह कैसे संभव है/कैसे सकता है। |
यहाँ अशोभनीय वातावरण उपस्थित है। | यहाँ अशोभनीय वातावरण है। |
अब और स्पष्टीकरण करने की आवश्यकता नहीं है। | अब और स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है। |
यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण लिखा गया है। से | यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण है/यह ग्रंथ विद्वत्ता लिखा गया है। |
उसने मेरा गाना और घर देखा । | उसने मेरा गाना सुना और घर देखा। |
वह चाय या केला कुछ भी नहीं खा सकता। | वह न चाय पी सकता है न केला खा सकता है/वह चाय या केला कुछ भी नहीं खा-पी सकता है। |
वह सिलाई और अंग्रेज़ी पढ़ती है। | वह सिलाई सीखती है और अंग्रेज़ी पढ़ती है। |
वह तो खाना और दूध पीकर सो गया। | वह तो खाना खाकर और दूध पीकर सो गया। |
तूफ़ान के बावजूद जहाज़ समुद्र तैर ही गया। | तूफ़ान के बावजूद जहाज़ समुद्र पार कर ही गया। |
वह विजयी होकर चैन की नींद ले रहा है। | वह विजयी होकर चैन की नींद सो रहा है। |
वह कमीज़ डालकर सो गया। | वह कमीज़ पहनकर सो गया। |
मै माता जी को खाना डालकर / देकर आई। | मैं माता जी का खाना परोसकर आई। |
बरसात होने की संभावना की जा रही है। | बरसात होने की संभावना है या संभावना व्यक्त की जा रही है। |
राजा के दो पुत्र और दो पुत्रियाँ थे। | राजा के दो पुत्र और दो पुत्रियाँ थीं। |
वह बदमाश दंड देने से भी ठीक नहीं होता। | वह बदमाश दंड पाने पर भी ठीक नहीं होता। |
वह नहाना माँगता है। | वह नहाना चाहता है। |
खबर सुनकर मैं विस्मय हो गया। | खबर सुनकर मैं विस्मित हो गया। |
या तो आप कहिए वरना मैं फ़रमा देता हूँ। | या तो आप फ़रमाइये वरना मैं कह देता हूँ। |
हमने गुरु जी को अभिनंदन-पत्र प्रदान किया। | हमने गुरु जी को अभिनंदन पत्र भेंट किया। |
तुम्हें मेरी प्रतीक्षा देखनी चाहिए थी। | तुम्हें मेरी प्रतीक्षा करनी चाहिए थी। |
मैं आप सबका धन्यवाद करता हूँ। | मैं आप सबको धन्यवाद देता हूँ। |
इस चिट्टी में जो भी कहा है, झूठ है। | इस चिट्ठी में जो भी लिखा है, झूठ है। |
जो साहब ने बोला है वह कर । | जो साहब ने कहा है वह कर। |
उसने गुरु जी को बताया कि वे उसे माफ़ कर दें। | उसने गुरु जी से निवेदन किया कि आप मुझे माफ़ कर दें। |
युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है। | युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है। |
यहाँ आप अपने हस्ताक्षर बना दीजिए | यहाँ आप अपने हस्ताक्षर कर दीजिए। |
शिक्षा लेने में कंजूसी क्यों ? | शिक्षा पाने में कंजूसी क्यों ? |
जबसे उसने नौकरी पाई है, मिला ही नहीं। | जबसे उसे नौकरी मिली है, वह मिला ही नहीं। |
वह गालियाँ निकालता रहा। | वह गालियाँ बकता रहा। |
कृपया गंदगी मत कीजिए। | कृपया गंदगी न करें। |
आप पढ़ो। आप क्या लोगे ? | आप पढ़िए। आप क्या लेंगे ? |
वह खावेगा तो बीमार होवेगा। | वह खाएगा तो बीमार होगा। |
उसने जैसी करी है, मैं नहीं कर सकता। | उसने जैसा किया है, मैं नहीं कर सकता। |
लड़के रोज़ जाया किए थे। | लड़के रोज़ जाया करते थे। |
आप अपने कमरे में जा सकता है। | आप अपने कमरे में जा सकते हैं। |
मैं पढ़ने देऊँ तभी तो पढ़ेगा न ? | मैं पढ़ने दूँ तभी तो पढ़ेगा न ? |
तुम क्या काम करता है ? | तुम क्या काम करते हो ? |
गाँधी जी को भुलाया नहीं जा सकता। | गाँधी जी को भूला नहीं जा सकता। |
वह पढ़ रहा हैंगा। | वह पढ़ रहा होगा। |
मैंने क्या करना है ? | मुझे क्या करना है ? |
वह कहा तब मैं आया। | उसने कहा तब मैं आया। |
दानादार चाय | दानेदार चाय |
मैंने आज दिनभर सोया है। | मैं आज दिनभर सोया हूँ। |
मैं सारी पुस्तक पढ़ डाली। | मैंने सारी पुस्तक पढ़ डाली। |
ठेलावाले से सब्ज़ी खरीदी। | ठेलेवाले से सब्ज़ी ख़रीदी। |
रात को पहरादार आया। | रात को पहरेदार आया। |
इस पाठ को पढ़ो। | यह पाठ पढ़ो। |
तुमको इस पाठ को पढ़ना है। | तुम्हें यह पाठ पढ़ना है। |
मुझे बहुत पुस्तकों को पढ़ना पड़ता है। | मुझे बहुत पुस्तकें पढ़नी पड़ती हैं। |
वह रोज़ ऑफ़िस को जाता है। | वह रोज़ ऑफ़िस जाता है। |
उसको तो समझ में आता नहीं। | उसे तो समझ में आता नहीं। |
लड़के ने अपना सिर नीचे को कर लिया। | लड़के ने अपना सिर नीचे कर लिया। |
उसने आमेर को देखा। | उसने आमेर देखा। |
वह बस के साथ ही यात्रा कर रहा है। | वह बस से यात्रा कर रहा है। |
'बिहारी सतसई' की हस्त से लिखित प्रति सुरक्षित है। | 'बिहारी सतसई' की हस्तलिखित प्रति सुरक्षित है। |
सीमा ने अपनी सहेली के लिए उपहार दिया। | सीमा ने अपनी सहेली को उपहार दिया। |
पंडित जी ने भक्तों के लिए कथा सुनाई। | पंडित जी ने भक्तों को कथा सुनाई। |
उन सभी में मैं ही पहले पहुँचा। | उन सभी में से मैं पहले पहुँचा। |
वह शहर का कपड़ा लाकर बेचता है। | वह शहर से कपड़ा लाकर बेचता है। |
तुमका यहाँ क्या काम है ? | तुम्हारा यहाँ क्या काम है ? |
अपने का यहाँ कोई जानकार नहीं। | मेरा यहाँ कोई जानकार नहीं। |
यह पानी का कुआँ कैसे सूख गया ? | यह कुआँ कैसे सूख गया। |
अपना-पराया की भावना। | अपने-पराये की भावना। |
राधा का और कृष्ण का मंदिर प्रसिद्ध है। | राधाकृष्ण का मंदिर प्रसिद्ध है। |
यह विदेश का आदमी यहाँ कैसे आ गया ? | यह विदेशी यहाँ कैसे आ गया ? |
लड़का शहर से अपने गाँव में चला गया। | लड़का शहर से अपने गाँव चला गया। |
कुत्ते पहले गाँव के बाहर भौंकते रहे फिर गाँव में चले गए। | कुत्ते पहले गाँव के बाहर भौंकते रहे फिर गाँव चले गए। |
इत्र के भीतर सुगंध है। | इत्र में सुगंध है। |
बाल्टी के अंदर पानी है। | बाल्टी में पानी है। |
वह घर ही था पर मिलने नहीं आया। | वह घर में ही था पर मिलने नहीं आया। |
बारह बजने को दस मिनट हैं। | बारह बजने में दस मिनट हैं। |
खेत पर क्या बोया है ? | खेत में क्या बोया है ? |
कुएँ पर कौन गिर गया है ? | कुएँ में कौन गिर गया है ? |
कुएँ में कौन पानी भर रहा है ? | कुएँ पर कौन पानी भर रहा है ? |
उसे शक मत करो। | उस पर शक मत करो। |
आज बजट के ऊपर बहस होगी। | आज बजट पर बहस होगी। |
हमने मिलकर इसको विचार किया। | हमने मिलकर इस पर विचार किया। |
बिना अच्छा वेतन के काम नहीं होगा। | बिना अच्छे वेतन के काम नहीं होगा। |
खाना-कपड़ा का पैसा कौन देगा ? | खाने-कपड़े के पैसे कौन देगा ? |
कोई भी आदमी की हालत ठीक नहीं। | किसी भी आदमी की हालत ठीक नहीं। |
अपना काम से फुर्सत मिले तो आना। | अपने काम से फुर्सत मिले तो आना। |
भारत के भूगोल की एक प्रति खरीदनी है। | 'भारत का भूगोल' की एक प्रति खरीदनी है। |
तुम सबों ने मामला बिगाड़ दिया। | तुम सबने मामला बिगाड़ दिया। |
उन्हें दो ताला और तोड़ने पड़े। | उन्हें दो ताले और तोड़ने पड़े। |
तीन लड़कियाँ और दो बालकों का ध्यान रखना। | तीन लड़कियों और दो बालकों का ध्यान रखना। |
यह कोलकाता/आगरे से अभी नहीं आया। | वह कोलकाता/आगरा से अभी नहीं आया। |
अरे लड़का ! तू सुनेगा भी या नहीं ? | अरे लड़के ! तू सुनेगा भी या नहीं ? |
पाँच पुरुष और एक औरत की मृत्यु हो गई। | पाँच पुरुषों और एक औरत की मृत्यु हो गई। |
उन्होंने बंदूक चलाना सीख रखी है। | उन्होंने बंदूक चलाना सीख रखा है। |
अंकों की औसत अच्छी है। | अंकों का औसत अच्छा है। |
अच्छा खाना आनंद की वस्तु होती है। | अच्छा खाना आनंद की वस्तु होता है। |
बेटी पराए घर का धन होता है। | बेटी पराए घर का धन होती है। |
मेरी चिट्ठी को यदि न भी पढ़ी जाए... | मेरी चिट्ठी यदि न भी पढ़ी जाए... |
अच्छी होटल | अच्छा होटल |
लड़का और लड़की स्कूल गई। | लड़का और लड़की स्कूल गए। |
उसके दर्द हो रही है। | उसके दर्द हो रहा है। |
दही खट्टी है | दही खट्टा है |
आपका कुर्ता, कोट और रूमाल यहाँ रखा है | आपका कुर्ता, कोट और रूमाल यहाँ रखे हैं। |
आप अपनी चादर को ऐसी धोएँ कि... | आप अपनी चादर को ऐसा/ऐसे धोएँ कि... |
हमारी प्रदेश की जनता शांत है। | हमारे प्रदेश की जनता शांत है। |
पैदल चलकर आने में देर होनी स्वाभाविक थी। | पैदल चलकर आने में देर होना स्वाभाविक था। |
आपकी सहायतार्थ मैं उपस्थित हूँ। | आपके सहायतार्थ (आपकी सहायता के लिए) मैं उपस्थित हूँ। |
सड़कों को चौड़ी करनी ज़रूरी है। | सड़कों को चौड़ा करना ज़रूरी है। |
मुझे उससे एक बात कहना है। | मुझे उससे एक बात कहनी है। |
ताजमहल की सौंदर्य अनुपम है। | ताजमहल का सौंदर्य अनुपम है। |
मेरी घड़ी में अभी तीन बजा है। | मेरी घड़ी में अभी तीन बजे हैं। |
अभी कितना बजा है ? | अभी कितने बजे हैं ? |
शादी में सभी वर्ग के लोग आए थे। | शादी में सभी वर्गों के लोग आए थे। |
पाँच आदमी के लिए टिकिट खरीद लो। | पाँच आदमियों के लिए टिकिट खरीद लो। |
यहाँ कौन लड़की लोग बैठे थे ? | यहाँ कौन लड़कियाँ बैठी थीं ? |
उसकी आँख से आँसू बह रहा था। | उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे। |
महाभारत अठारह दिन तक चला। | महाभारत अठारवें दिन तक चला। / महाभारत अठारह दिन चला। |
वह कई-कई दिनों से गायब है। | वह कई दिनों से ग़ायब है। |
अपने-अपने घरों के ताला लगा दो। | अपने-अपने घर में ता |
अपने-अपने घरों के ताला लगा दो। | अपने-अपने घर में ताला लगा दो। |
इन हालातों में चुनाव सम्भव नहीं है। | इन हालात में चुनाव संभव नहीं है। |
वे अनेक कला जानते हैं। | वे अनेक कलाएँ जानते हैं। |
मैंने तो अपना हस्ताक्षर कर दिया। | मैंने तो अपने हस्ताक्षर कर दिए। |
चारों लड़कों का नाम बताओ। | चारों लड़कों के नाम बताओ। |
कॉलेज के दृश्य रोमांचक थे। | कॉलेज का दृश्य रोमांचक था। |
उसका प्राण उड़ गया। | उसके प्राण निकल गए। (प्राण के साथ पखेरू होने पर 'उड़' ठीक होगा।) |
दलाल ने बहुत-सी संपत्तियाँ खरीदीं। | दलाल ने बहुत-सी संपत्ति खरीदी। |
चार घंटा | चार घंटे |
डेढ़ घंटे | डेढ़ घंटा |
ढाई घंटा | ढाई घंटे |
राम ने चार बात सुनाई। | राम ने चार बातें सुनाईं। |
हमारा संपर्क अनेकों व्यक्तियों से नित्य होता है। | हमारा संपर्क अनेक व्यक्तियों से नित्य होता है। |
कपड़े उतार कर रख दिया। | कपड़े उतार कर रख दिए। |
व्यक्ति यौवनावस्था में अनेकों भूलें करता है। | व्यक्ति युवावस्था में अनेक भूलें करता है। |
शिक्षक गणों (वृंदों, वर्गों, समूहों) की गोष्ठी थी। | शिक्षकगण (वृंद, वर्ग समूह) की गोष्ठी थी। |
मैंने गुरु का दर्शन किया। | मैंने गुरु के दर्शन किए। |
गीता के उपदेश सभी के लिए हितकर हैं। | गीता का उपदेश सभी के लिए हितकर है। |
मैंने तरह-तरह की नौकरी की। | मैंने तरह-तरह की नौकरियाँ कीं। |
बौद्ध साहित्य पालि में लिखे गए हैं। | बौद्ध साहित्य पालि में लिखा गया है। |
तू और मैं नहाऊँगा। | तू और मैं नहाएँगे। |
वहाँ सब श्रेणी के लोग उपस्थित हुए। | वहाँ सब श्रेणियों के लोग उपस्थित हुए। |
मैं तुम्हारा हाथ-पाँव तोड़ दूँगा। | मैं तुम्हारे हाथ-पाँव तोड़ दूँगा। |
हम सबकी स्थिति एक जैसी है। | हम सबकी स्थितियाँ एक जैसी हैं। |
पेड़ों पर कोयल बोल रही थी। | पेड़ पर कोयल बोल रही थी। |
किस गाय का बच्चा बीमार है ? | किस गाय का बछड़ा बीमार है ? |
मेरा हाथ घुटने तक लंबा है। | मेरे हाथ घुटनों तक लंबे हैं। |
समाज ग़लत दिशा में भटक गई है। | समाज ग़लत दिशा में भटक गया है। |
रेलगाड़ी में भारी-भरकम भीड़ थी। | रेलगाड़ी में बहुत भीड़ थी। |
मेरे घर में केवल मात्र एक चारपाई है। | मेरे घर में केवल (मात्र) एक चारपाई है। |
आदरणीय बहिन जी कहाँ गईं ? | आदरणीया बहिन जी कहाँ गईं ? |
इस विद्वान महिला का सम्मान किया गया। | इस विदुषी महिला का सम्मान किया गया। |
लड़की है तो बुद्धिमान । | लड़की है तो बुद्धिमती । |
आज नई शिक्षा नीति के ऊपर चर्चा होगी। | आज नई शिक्षा नीति पर चर्चा होगी। |
पहले पानी के ऊपर तैरना सीखो । | पहले पानी में तैरना सीखो । |
आप कहाँ पर रह रहे हैं ? | आप कहाँ रह रहे हैं ? |
कुत्तों के चिल्लाने से चोर नहीं आते। | कुत्तों के भौंकने से चोर नहीं आते। |
सप्रमाण सहित उत्तर दीजिए। | प्रमाण सहित (सप्रमाण) उत्तर दीजिए। |
हत्यारे को मृत्युदंड की सज़ा मिल ही गई। | हत्यारे को मृत्युदंड मिल ही गया। |
चुनाव कराना तो राष्ट्रपति पर निर्भर करता है। | चुनाव कराना तो राष्ट्रपति पर निर्भर है। |
कृपया मेरी मदद करने की कृपा करें। | कृपया मेरी मदद करें अथवा मेरी मदद करने की कृपा करें। |
वह इस इलाके का विख्यात तस्कर है | वह इस इलाक़े का कुख्यात तस्कर है। |
आप हमारे पर ही शक क्यों करते हैं ? | आप हम पर ही शक क्यों करते हैं ? |
हमारे को इससे क्या लेना-देना ? | हमें इससे क्या लेना-देना ? |
उपरोक्त कथन सही नहीं है। | उपर्युक्त कथन सही नहीं है। |
खेती का आधुनिकीकरण करना ज़रूरी है। | खेती का आधुनिकीकरण ज़रूरी है। |
कुर्सी और पर्दे से कमरा सजता है। | कुर्सियों और पर्दों से कमरा सजता है। |
पढ़ी हुई इनमें से कई किताबें हैं। | इनमें से कई किताबें पढ़ी हुई हैं। |
उसका तो चटपट प्राण उड़ गया। | उसके तो चटपट प्राण निकल गए। |
मेरे तो साँस फूल गए। | मेरी तो साँस फूल गई। |
आपने ही तो मुझको कहा था। | आपने ही तो मुझे कहा था। |
सुभद्राकुमारी चौहान बड़ी जीवंत कवि थीं। | सुभद्रा कुमारी चौहान बड़ी जीवंत कवयित्री थीं। |
उस करुण दृश्य को देखकर उसकी आँख में आँसू आ गए। | उस करुण दृश्य को देखकर उसके आँसू आ गए। |
पाँच बजने को आठ मिनट हैं। | पाँच बजने में आठ मिनट हैं। |
यहाँ बहुत से बच्चे पढ़ते हैं। | यहाँ बहुत बच्चे पढ़ते हैं। |
तब शायद यह काम अवश्य हो जाएगा। | तब शायद यह काम हो जाए / तब यह काम अवश्य हो जाएगा। |
शायद वह ज़रूर आएगा। | शायद वह आए। (वह ज़रूर आएगा)। |
आपने यह बात अवश्य सुनी होगी। | आपने यह बात अवश्य सुनी है। |
अध्यापक ने बहुमूल्य उपदेश दिया। | अध्यापक ने अमूल्य उपदेश दिया। |
वह सबके सामने खुले आम शराब पीता है। | वह खुले आम (सबके सामने) शराब पीता है। |
उसकी बातें सुनकर मेरा तो सर चक्कर काट गया। | उसकी बातें सुनकर मेरा तो सर चकरा गया। |
केले को अच्छा पका खरीदना चाहिए। | अच्छा पका केला खरीदना चाहिए। |
आज दही नहीं जमी । | आज दही नहीं जमा । |
हाथी के सूँड़ पर घाव हो गया। | हाथी की सूँड़ पर घाव हो गया। |
आत्मा निर्विकार होती है। | आत्मा निर्विकार है। |
अपराधी और निरपराधी में अंतर होना चाहिए। | अपराधी और निरपराध में अंतर होना चाहिए। |
लोचन, गार्गेय और मीनल स्कूल गई हैं। | लोचन, गार्गेय और मीनल स्कूल गए हैं। |
आपका कमीज़ फट गया। | आपकी कमीज़ फट गई। |
लड़की की मृत्यु पर सारा घर दुःख में डूब गया। | लड़की की मृत्यु पर सारा घर शोक में डूब गया। |
अभी भी होश ठिकाने आया या नहीं ? | अभी भी होश ठिकाने आए या नहीं ? |
उन्हें सादरपूर्वक ले आइए। | उन्हें सादर (आदरपूर्वक) ले आइए। |
तैयार होने में देर लगनी स्वाभाविक है। | तैयार होने में देर लगना स्वाभाविक है। |
यह पौधा, जब प्रधानमंत्री जयपुर आए थे, तब लगाया गया था। | यह पौधा तब लगाया गया था जब प्रधानमंत्री जयपुर आए थे। |
वे परस्पर एक-दूसरे को बहुत स्नेह करते हैं। | वे परस्पर (एक दूसरे को) बहुत स्नेह करते हैं। |
पिता जी ने आशीर्वाद प्रदान किया। | पिता जी ने आशीर्वाद दिया। |
अंत में दुश्मन मैदान से दौड़ खड़ा हुआ। | अंत में दुश्मन मैदान से भाग खड़ा हुआ। |
उसकी सौंदर्यता कभी कम न होगी। | उसका सौंदर्य कभी कम न होगा या उसकी सुंदरता कभी कम न होगीं। |
इतनी आलस्यता ठीक नहीं है। | इतना आलस्य ठीक नहीं है। |
कालचक्र के पहिए से कौन बचा है ? | कालचक्र से कौन बचा है ? |
पुस्तक के अंदर सब-कुछ लिखा है। | पुस्तक में सब-कुछ लिखा है। |
ऐक्यता में ही शक्ति है। | एकता (ऐक्य) में ही शक्ति है। |
तुम जहाँ चाहे वहाँ चलने को तैयार हूँ। | तुम जहाँ चाहो वहाँ चलने को तैयार हूँ। |
दो जातियों में युद्ध ठन गया। | दो जातियों में झगड़ा हो गया। |
यह महिला बड़ी विद्वान है। | यह महिला बहुत विदुषी है। |
पूज्यनीय माता जी नहीं आईं। | पूज्या (पूजनीया) माता जी नहीं आईं। |
यह स्मारक संगमरमर पत्थर से निर्मित है। | यह स्मारक संगमरमर से निर्मित है। |
किसी लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार को आमंत्रित करो। | किसी लब्धप्रतिष्ठ (प्रतिष्ठित) साहित्यकार आमंत्रित करो |
उसे बोल देना कि झगड़ा न करे | उसे कह देना कि झगड़ा न करे। |
मैंने मेरा काम कर दिया अब तुम भी तुम्हारा काम कर लो | मैंने अपना काम कर दिया अब तुम भी अपना काम कर लो |
दरअसल में यह सौदा ही नहीं होना चाहिए था | दरअसल (असल में) यह सौदा ही...। |
जब वह माफ़ी माँगेगा तो मैं बोलूँगा | जब वह माफ़ी माँगेगा तब मैं बोलूँगा। |
महादेवी जी मूर्तिमान सरस्वती थीं | महादेवी जी मूर्तिमती सरस्वती थीं। |
अहमदाबाद में कपड़ा, लोहा के उद्योग हैं | अहमदाबाद में कपड़े और लोहे के उद्योग हैं। |
आकाशवाणी से समाचार प्रकाशित हो रहे हैं | आकाशवाणी से समाचार प्रसारित हो रहे हैं। |
माँ-बच्चा दोनों ही ग़ायब हो गये | माँ-बच्चा दोनों ही ग़ायब हो गए। |
भारत और नेपाल के बीच घोर संबंध हैं | भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। |
दीपावली के उत्सव पर अवश्य आना | दीपावली के त्योहार पर अवश्य आना। |
यहाँ सभी सब्ज़ी ताज़ा और सस्ती मिलती हैं | यहाँ सभी सब्ज़ियाँ ताज़ा और सस्ती मिलती हैं। |
तुम कहाँ पर रहते हो ? | तुम कहाँ रहते हो ? |
इस सौभाग्यवती कन्या को आशीर्वाद दें | इस सौभाग्याकांक्षिणी कन्या को आशीर्वाद दें। |
भारतीय इतिहास के मध्ययुग का काल जन-जन विरोधी था | भारतीय इतिहास का मध्ययुग (मध्यकाल) विरोधी था। |
आपने जो उपकार किया है उसके लिए मैं कृतज्ञ उपकृत हूँ | आपने जो उपकार किया है उसके लिए में कृतज्ञ हूँ/आपने जो कार्य किया है, उसके लिए मैं उपकृत हूँ। |
ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ लक्षण है | ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ गुण है। |
वह पूर्णतया उत्तीर्ण हो गया | वह उत्तीर्ण हो गया। |
वहाँ कौन-कौनसे लोग आए थे ? | वहाँ कौन-कौन लोग आए थे ? |
उसे आज ही अपने काम को पूरा करना है | उसे आज ही अपना काम पूरा करना है। |
विवाह में कुछ लोग आमंत्रित नहीं किए गए थे | विवाह में कुछ लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया था। |
आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि मेरे घर अवश्य है पधारें | आपसे अनुरोध/निवेदन (आपसे प्रार्थना) कि मेरे घर अवश्य पधारें। |
यदि नरेश, केशव और अजय मेरे घर आ गया तो फिर में नहीं आ सकूँगा | यदि नरेश, केशव और अजय मेरे घर आ गए तो फिर मैं नहीं आ सकूँगा। |
तुम्हें फीस जमा करने का समाचार मिला या नहीं ? | तुम्हें फीस जमा कराने की सूचना मिली या नहीं ? |
ये साड़ी सुंदर है | यह साड़ी सुंदर है। |
रविवार के दिन तो सभी कार्यालयों में अवकाश होता है | रविवार को तो सभी कार्यालयों में अवकाश होता है। |
राम के बन-गमन पर दशरथ विलाप करके रोने लगे | राम के वन-गमन पर दशरथ विलाप करने लगे। |
वह प्रायः बार-बार मुझसे मिलने आता है | वह प्रायः / बार-बार मुझसे मिलने आता है। |
शौचालय साफ़-स्वच्छ रहने चाहिए। | शौचालय साफ़ (स्वच्छ) रहने चाहिए। |
कोलंबस ने अमेरिका का अविष्कार किया। | कोलंबस ने अमेरिका की खोज की। |
हमारे घर में डालडा प्रयोग नहीं किया जाता। | हमारे घर में डालडा का प्रयोग नहीं किया जाता। |
भ्रष्ट कर्मचारी को हस्तांतरित किया जाए। | भ्रष्ट कर्मचारी को स्थानांतरित किया जाए। |
मैं यह स्वीकृत करता हूँ। | मैं इसे स्वीकृत करता हूँ। |
वह वहाँ कई बार जा आई है। | वह वहाँ कई बार हो आई है। |
वह वेतन नहीं पा पाई। | वह वेतन नहीं ले पाई। |
मैं उसे समझा लूँगा। | मैं उसे समझा दूँगा। |
जो संकट आन पड़ा उससे उबरो। | जो संकट आ पड़ा उससे उबरो। |
इतने अधिक प्रश्न पूछना ठीक नहीं। | इतने अधिक प्रश्न करना ठीक नहीं। |
अपको कल सुबह स्मरण दिलाऊँगा। | अपको कल सुबह स्मरण कराऊँगा। |
अधिकतर लोग ईश्वर में श्रद्धा करते हैं। | अधिकतर लोग ईश्वर में श्रद्धा रखते हैं। |
अपने कुत्ते पर नियंत्रण कीजिए। | अपने कुत्ते पर नियंत्रण रखिए। |
मैं उसकी आड़े हाथों ख़बर लूँगा। | मैं उसे आड़े हाथों लूँगा। (मैं उसकी ख़बर लूँगा)। |
बच्चे को ठंडा करके दूध पिलाओ। | बच्चे को दूध ठंडा करके पिलाओ/दूध ठंडा करके बच्चे को पिलाओ। |
अपनी गरज़ से नाम घिसता फिरता है। | अपनी गरज़ से नाक रगड़ता फिरता है। |
कल रात संगीत का खूब रंग चढ़ा। | कल रात संगीत का रंग खूब जमा। |
अपना दोष दूसरों के सिर क्यों जड़ते हो। | अपना दोष दूसरों के सिर क्यों मढ़ते हो ? |
आप तकल्लुफ़ न करें। | आप तकल्लुफ़ न कीजिए। |
प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि नियमों का पालन करना चाहिए। | प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि वह नियमों का पालन करें। |
जो कुछ आप जानते हो किसी को न बताएँ। | जो कुछ आप जानते हैं वह किसी को न बताएँ। |
यदि आप पढ़ा सकें तो बड़ी कृपा होगी। | यदि आप पढ़ा सकें तो बहुत कृपा होगी। |
जो परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहते हैं वे नियमित पढ़ें। | जो परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहें वे नियमित पढ़ें। |
यदि आप नहीं जाएँगे तो मैं भी वहाँ नहीं जाता। | यदि आप नहीं जाएँगे तो मैं भी वहाँ नहीं जाऊँगा। |
स्कूटर बाहर पड़े रहने दीजिए। | स्कूटर बाहर खड़ा रहने दीजिए। |
पकड़ी जाने पर वह स्त्री रोने लगी। | पकड़े जाने पर वह स्त्री रोने लगी। |
मरीज़ को समय पर दवा देना चाहिए। | मरीज़ को समय पर दवा देनी चाहिए। |
वह अखबार पढ़ करके जाएगा। | वह अख़बार पढ़कर जाएगा। |
आपका भाषण प्रभावशाली न बनकर हास्यास्पद हो गया। | आपका भाषण प्रभावशाली न होकर उल्टे हास्यास्पद हो गया। |
दिल्ली से लेकर जयपुर तक चौड़ी सड़क है। | दिल्ली से जयपुर तक चौड़ी सड़क है। |
सब चिंता दूर हो कर मन शांत हो गया। | सब चिंताएँ दूर होने से मन शांत हो गया। |
वह पढ़ता-पढ़ता रुक गया। | वह पढ़ते-पढ़ते रुक गया। |
दुश्मन ने गोले और तोपों से आक्रमण किया। | दुश्मन ने तोपों से आक्रमण किया। |
बहनो ! संघर्ष के लिए तैयार रहो। | बहनो! संघर्ष के लिए तैयार रहो। |
उन्होंने आँखे फेरना ही सीख रखी हैं। | उन्होंने आँखें फेरना ही सीख रखा है। |
लड़की को बहुत दर्द हो रही थी। | लड़की के बहुत दर्द हो रहा था। |
हम नई प्रकार की वस्तु खरीदना चाहते हैं। | हम नए प्रकार की वस्तु खरीदना चाहते हैं। |
अब जाकर संतोष का साँस लिया। | अब जाकर संतोष की साँस ली। |
सब प्रकार की विद्याएँ सीखनी चाहिए। | सब प्रकार की विद्याएँ सीखनी चाहिए। |
कैदियों को कुत्ते की तरह घसीटा गया। | कैदियों को कुत्तों की तरह घसीटा गया। |
वह बात जन्मते ही मर गया। | वह बालक जन्म लेते ही मर गया। |
गेंदे के फूल आनंद की वस्तु होती है। | गेंदा आनंद की वस्तु होता है। |
नरेश और नवीना स्कूल गई। | नरेश और नवीना स्कूल गए। |
दही खट्टी हो गई। | दही खट्टा हो गया। |
आपकी टोपी, कोट और कुर्ता पड़ा है। | आपकी टोपी, कोट और कुर्ते पड़े हैं। |
परीक्षा प्रणाली को ऐसी बनाएँ कि... | परीक्षा प्रणाली को ऐसा बनाएँ कि... |
उसने हमारे नाक में दम कर दिया। | उसने हमारी नाक में दम कर दिया। |
हमारी केंद्र की सरकार। | हमारे केंद्र की सरकार या हमारी केंद्रीय सरकार। |
अपने बुद्धि के बल से। | अपनी बुद्धि के बल से या अपने बुद्धि-बल से |
वे नई ढंग की कविता लिखते हैं। | वे नए ढंग की कविता लिखते हैं। |
आज तो आपकी सहायतार्थ मैच खेला गया। | आज तो आपके सहायतार्थ... या आज तो आपकी सहायता के लिए मैच खेला गया। |
आपकी आज्ञानुसार मैं उपस्थित हूँ। | आपके आज्ञानुसार...या आपकी आज्ञा के अनुसार... |
सड़कों को चौड़ी ही बनानी चाहिए। | सड़कों को चौड़ा ही बनाना चाहिए। |
इस समय पाँच बजा है। | इस समय पाँच बजे हैं। |
भारत में सब संप्रदाय और जाति के लोग रहते हैं। | भारत में सब संप्रदायों और जातियों के लोग रहते हैं। |
लड़की लोगों में यह खास विशेषता है। | लड़कियों में यह विशेषता है/यह खासियत है। |
पेड़ों पर मोर बैठा है। | पेड़ पर मोर बैठा है। |
मुझे उसकी आँख का आँसू देखा नहीं जाता। | मुझसे उसकी आँखों के आँसू देखे नहीं जाते। |
उसका दस दिनों तक उपवास रहा। | उसका दस दिन तक उपवास रहा। |
आपकी एक-आध बात पर तो मुझे हैरानी हुई। | आपकी बात पर तो मुझे हैरानी हुई। |
इन हालातों में आप अपने सामानों की स्वयं देखभाल करें। | इन हालात में आप अपने सामान की स्वयं देखभाल करें। |
सब लोग अपनी राय लिखित में दे दें। | सब लोग अपनी-अपनी राय लिखित में दे दें। |
चारों वेदों का नाम जानते हो ? | चारों वेदों के नाम जानते हो ? |
उनके एक-एक शब्द बहुमूल्य थे। | उनका एक-एक शब्द अमूल्य था। |
शेर को देखते ही उसका तो जैसे प्राण ही निकल गया। | शेर को देखते ही उसके तो जैसे प्राण ही निकल गए। |
गौतम बुद्ध ने पालि भाषा में उपदेश दिए। | गौतम बुद्ध ने पालि भाषा में उपदेश दिया। |
मैं कुछ का कुछ बोल गया। | मैंने कुछ का कुछ कह दिया/मैं कुछ का कुछ कह गया। |
हम आपसे कहते थे कि...। | हमने आपसे कहा था कि...। |
उसके बारे में तो आप भी अवश्य सुने होंगे। | उसके बारे में तो आपने भी अवश्य सुना होगा। |
आपने मुस्करा दिया। | आप मुस्करा दिए। |
साहब ने बोला तो मैंने हँस दिया। | साहब बोले तो मैं हँस दिया। |
लड़कों ने लड़कियों के साथ नाचा। | लड़के लड़कियों के साथ नाचे। |
उसने तो झगड़ा करना ही था। | उसको/उसे तो झगड़ा करना ही था। |
हम अपना भाग्य कोस रहे हैं। | हम अपने भाग्य को कोस रहे हैं। |
सब हिंदू गीता मानते हैं। | सब हिंदू गीता को मानते हैं। |
आतंककारियों ने राइफलों को समर्पित कर दिया। | आतंककारियों ने राइफ़लें समर्पित कर दीं। |
आप अपनी कार को भी ले आना। | आप अपनी कार भी ले आना। |
हमने अपने देश को नहीं छोड़ा। | हमने अपना देश नहीं छोड़ा। |
अब मेरी बात को मानलो और चले जाओ। | अब मेरी बात मान लो और चले जाओ। |
मैं इस रहस्य को हर्गिज़ नहीं बताऊँगा। | मैं यह रहस्य हर्गिज़ नहीं बताऊँगा। |
तुम्हारे को कल कुछ हो जाए तो मैं कहीं का नहीं रहूँगा। | तुम्हें कल कुछ हो जाए तो मैं कहीं का नहीं रहूँगा। |
सभी को ईश्वर को पूजना चाहिए। | सभी को ईश्वर की पूजा करनी चाहिए। |
मुझे कहा गया इसलिए मैंने किया। | मुझ से कहा गया इसलिए मैंने किया। |
मोहन को पूछो, उसे मालूम होगा। | मोहन से पूछो, उसे मालूम होगा। |
इन मुहावरों को वाक्यों में प्रयोग करो। | इन मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करो। |
उसे पढ्ने की आदत नहीं है। | उसको पढ़ने की आदत नहीं है। |
उसको भाई को गाली लगी है। | उसके भाई के गोली लगी है। |
वह आपसे इस संबंध में कुछ नहीं बता सकता। | वह आपको इस संबंध में कुछ नहीं बता सकता। |
यात्रा करने वाले को यह बिस्तर उपयोगी है। | यात्रा करनेवाले के लिए यह बिस्तर उपयोगी है। |
उसने अपना सारा धन गरीबों को बाँट दिया। | उसने अपना सारा धन गरीबों में बाँट दिया। |
लड़के के हाथ से भेज देना। | लड़के के हाथ भेज देना। |
अच्छा हुआ आप इसी बहाने से आए तो सही। | अच्छा हुआ आप इसी बहाने आए तो सही। |
तुम जबरदस्ती से रुपये नहीं ले सकते। | तुम ज़बरदस्ती रुपये नहीं ले सकते। |
सबसे नमस्ते करी। | सबको नमस्ते करो। |
सात जुलाई से नया सत्र शुरू होगा। | सात जुलाई को नया सत्र शुरू होगा। |
आप किस से क्रुद्ध हैं ? | आप किस पर क्रुद्ध हैं? |
मेरा मकान ईंटों से बना है। | मेरा मकान ईंटों का बना है। |
मैंने यह खबर एक लड़के द्वारा सुनी है। | मैंने यह खबर एक लड़के से सुनी है। |
उसे रस्सी बाँधकर मारा। | उसे रस्सी से बाँधकर मारा। |
मैंने एक कविता अनुवाद की है। | मैंने एक कविता का अनुवाद किया है। |
मैंने इस बात की कड़ी आपत्ति उठाई। | मैंने इस बात पर कड़ी आपत्ति उठाई। |
इस काम के करने में आपको कष्ट नहीं होगा | यह काम करने में आपको कष्ट नहीं होगा। |
कमरे में पानी के भर जाने से दीवार ढह गई। | कमरे में पानी भर जाने से दीवार ढह गई। |
निःस्वार्थ की भावना से काम करना चाहिए। | निस्स्वार्थ भावना से काम करना चाहिए। |
रवि ने अपने पड़ोसी का गला घोंटकर उसे मार डाला। | रवि ने अपने पड़ोसी को गला घोंटकर मार डाला। |
जिसका उधार लिया है, उसे चुकाना है। | जिससे उधार लिया है, उसको चुकाना है। |
दो भरी हुई बसों की टक्कर हो गई। | दो भरी हुई बसों में टक्कर हो गई। |
हमें परस्पर में सहयोग करना चाहिए। | हमें परस्पर सहयोग करना चाहिए। |
आइए, भीतर में बैठकर बातें करेंगे। | आइए, भीतर बैठकर बातें करेंगे। |
मैं मन ही मन में बहुत पछताया। | मैं मन ही मन बहुत पछताया। |
आज रात में बरसात होगी। | आज रात बरसात होगी। |
मैं पैसे हथेली में रखकर बैठा था। | मैं पैसे हथेली पर रखे बैठा था। |
वह क्रोध में भरकर काँपने लगा। | वह क्रोध से भरकर काँपने लगा। |
वह बाज़ार में सब्ज़ी लाने गया है। | वह बाज़ार से सब्ज़ी लाने गया है। |
मनुष्य की योग्यता उसके काम से प्रकट होती है। | मनुष्य की योग्यता उसके काम में प्रकट होती है। |
आजकल जनता के अंदर बहुत असंतोष है। | आजकल जनता में बहुत असंतोष है। |
कल विधानसभा के अंदर हंगामा होगा। | कल विधान सभा में हंगामा होगा। |
कुछ छात्र संसद में घुस गए। | कुछ छात्र संसद भवन के अंदर घुस गए। |
उसने सारा दोष अपने सर पर ले लिया। | उसने सारा दोष अपने सर ले लिया। |
यह तो केवल आप पर ही निर्भर करता है। | यह तो केवल आप पर निर्भर है या यह तो आप पर ही निर्भर है। |
आजकल शिक्षा पर बड़ा महत्त्व दिया जा रहा है। | आजकल शिक्षा को बड़ा महत्त्व दिया जा रहा है। |
आपको इस विषय पर अच्छा ज्ञान है। | आपको इस विषय का अच्छा ज्ञान है। |
ऐसा करने पर कोई हानि नहीं है। | ऐसा करने में कोई हानि नहीं है। |
आपने यहाँ पधारकर हम पर बड़ा उपकार किया। | आपने यहाँ पधारकर हमारा बड़ा उपकार किया। |
आप मेरे ऊपर मेहरबानी रखें। | आप मुझ पर मेहरबानी रखें। |
बजट के ऊपर बहस ज़रूरी है। | बजट पर बहस जरूरी है। |
मुझे धैर्य के साथ काम करना चाहिए था। | मुझे धैर्य से काम लेना चाहिए था। |
राम का विवाह सीता के संग हुआ। | राम का विवाह सीता से हुआ। |
अस्वस्थता के निमित्त मैं उपस्थित नही हो सका। | अस्वस्थता के कारण मैं उपस्थित नहीं हो सका। |
आपको सज़ा देने का अधिकार मेरे पास नहीं है। | आपको सज़ा देने का अधिकार मुझे नहीं है। |
वे अपने पड़ोसी को लेकर परेशान हैं। | वे अपने पड़ोसी के कारण परेशान हैं। |
उत्तर से लगाकर दक्षिण तक...। | उत्तर से दक्षिण तक... |
मुझे आपके विरुद्ध मुक़दमा चलाना पड़ेगा। | मुझ आप पर मुक़द्दमा चलाना पड़ेगा। |
मैं नम्रता के साथ कहना चाहता हूँ कि...। | मैं नम्रता से कहना चाहता हूँ कि...। |
तुम्हारे आगे कोई भी नहीं ठहर सकता। | तुम्हारे सामने कोई भी नहीं ठहर सकता। |
घर के आगे कूड़े-करकट फेंके हैं। | घर के आगे कूड़ा-करकट फेंका है। |
शादी में हज़ारों रुपये के दहेज दिए। | शादी में हज़ारों रुपये का दहेज दिया। |
मेरे वहाँ जाने के बिना काम नहीं बनेगा। | मेरे वहाँ गए बिना काम नहीं बनेगा। |
मुझे आवश्यकीय कार्य है। | मुझे आवश्यक कार्य है। |
सर्वत्र आधुनिकीकरण करना ठीक नहीं। | आधुनिकीकरण सर्वत्र करना ठीक नहीं। |
मैंने तरह-तरह के रेशम के कपड़े पसंद किए। | मैंने रेशम के तरह-तरह के कपड़े पसंद किए। |
किशन मारे-मारे फिरता है। | किशन मारा-मारा फिरता है। |
उसकी कुछ समझ में नहीं आया। | उसकी समझ में कुछ नहीं आया। |
सादरपूर्वक | सादर/आदरपूर्वक |
सकुशलतापूर्वक | सकुशल/कुशलतापूर्वक |
अगले दो दिनों में मंत्रियों से जो बात चल रही है, उसका निपटारा हो जाएगा। | मंत्रियों से जो बात चल रही है उसका निपटारा अगले दो दिनों में हो जाएगा। |
मुझे मेला में जाना है। | मुझे मेले में जाना है। |
मेरा प्राण संकटन में है। | मेरे प्राण संकट में हैं। |
मैंने अनेकों कहानियाँ पढ़ी हैं। | मैंने अनेक कहानियाँ पढ़ी हैं। |
बहुत से भारत के वैज्ञानिक विदेश गए हैं। | भारत के बहुत से वैज्ञानिक विदेश गए हैं। |
यह बात तमाम देश भर में फैल गई। | यह बात तमाम देश में / देश भर में फैल गई। |
देशभक्त बड़ी-बड़ी यातनाओं के सहते हैं। | देशभक्त कठोर यातनाओं को सहते हैं। |
हिंदी की ऐसी खिचड़ी बन जाएगी जो किसी की समझ में नहीं आएगी। | हिंदी की ऐसी खिचड़ी बन जाएगी जो किसी के समझ नहीं आएगी। |
दोनों की दशा एक-सी है। | दोनों की दशाएँ एक-सी हैं, दोनों की एक सी दशा है। |
किसी और दूसरे आदमी को वहाँ भेजो। | किसी और आदमी को वहाँ भेजो, किसी दूसरे आदमी को वहाँ भेजो। |
उसने अपनी सब कमज़ोरी पूरी कर ली। | उसने अपनी सब कमज़ोरियाँ दूर कर लीं। |
इस विषय में मेरे विचार मैं पहले प्रकट कर चुका हूँ। | इस विषय में अपने विचार मैं पहले प्रकट कर चुका हूँ। |
ताजमहल की सौंदर्य अनुपम है। | ताजमहल का सौंदर्य (या की सुन्दरता) अनुपम है। |
अपराधी को रस्सी बाँधकर ले गए। | अपराधी को रस्सी से बाँधकर ले गए। |
मैंने तेरे को कितना समझाया। | मैंने तुझे कितना समझाया। |
यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण लिखा गया है। | यह ग्रंथ विद्वत्ता से लिखा गया है (या यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण है।) |
युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है। | युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है। |
उसकी आवाज़ कान में सुनाई पड़ी। | उसकी आवाज़ सुनाई पड़ी। |
अधिकांश लोगों का यही विचार है। | अधिकतर (अधिसंख्यक) लोगों का यही विचार है। |
मेरे मित्र ने यह पुस्तक आपको समर्पण की है। | मेरे मित्र ने यह पुस्तक आपको समर्पित की है। |
तुम्हारे भाई ने कल घर पर जो किया था वही तुम कर रहे हो। | जो कल घर पर तुम्हारे भाई ने किया था वही तुम कर रहे हो। |
सब लोग अपनी राय दें। | सब लोग अपनी-अपनी राय दें। |
निश्चय रूप से नहीं कहा जा सकता। | निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता। |
वे प्रातः काल के समय आए। | वे प्रातः काल आए। |
उसे भारी प्यास लगी है। | उसे बहुत प्यास लगी है। |
अपन ठीक रस्ते पर हैं। | हम सही रास्ते पर हैं। |
कृपया आप सब जाओ। | कृपया आप सब जाएँ। |
मेरे को पुस्तक चाहिए। | मुझे पुस्तक चाहिए। |
मैंने यह कब बोला ? | मैंने यह कब कहा ? |
जगत् में मानव सबसे सुंदरतम है। | जगत् में मानव सबसे सुंदर है। (या जगत् में मानव सुंदरतम है।) |
उसकी अँगुलियाँ तुम से लंबी हैं। | उसकी अँगुलियाँ तुम्हारी अँगुलियों से लंबी हैं। |
प्रत्येक घोड़े तेज़ गतिवाले नहीं होते। | प्रत्येक घोड़ा तेज़ गतिवाला नहीं होता। |
राजा नल की स्त्री का नाम दमयंती था। | राजा नल की पत्नी का नाम दमयंती था। |
राम थककर उसके घर में सो गया। | राम थककर अपने घर में सो गया। |
मैं अनुग्रहीत हूँ। | मैं अनुगृहीत हूँ। |
कृतज्ञता से बड़ा कोई पाप नहीं है। | कृतघ्नता से बड़ा कोई पाप नहीं है। |
यामा की रचियता को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। | यामा की रचयिता को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला। |
उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा | |
प्रत्येक प्राणी को स्वयं आत्म-निर्भर होना चाहिए। | प्रत्येक प्राणी को आत्म-निर्भर होना चाहिए। |
एक पानी का गिलास लाओ। | पानी का एक गिलास लाओ। |
मैं कपड़े नहीं दिया हूँ। | मैंने कपड़े नहीं दिए हैं। |
मैं आपकी प्रतिरक्षा करता रहा। | मैं आपकी रक्षा करता रहा। |
कृष्ण पितांबर धारण करते थे। | कृष्ण पीतांबर धारण करते थे। |
उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा | |
लड़का ने पत्र लिखा। | लड़के ने पत्र लिखा। |
मेरे को दफ्तर जाना है। | मुझे दफ्तर जाना है। |
कई सचिवालय के कर्मचारियों की गिरफ़्तारी हुई। | सचिवालय के कई कर्मचारियों की गिरफ़्तारी हुई। |
तब वे स्कूल में एक शिक्षक हुआ करते थे। | तब वे स्कूल में शिक्षक हुआ करते थे। |
मैंने बाज़ार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदे। | मैंने बाज़ार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदा। |
मेरा नाम श्री मोहन जी है। | मेरा नाम मोहन है। |
शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच निकला। | शिकारी ने शेर पर गोली चलाई पर वह बच निकला। |
वह पेड़ जो कोने पर लगा है, उसके फल मीठे हैं। | उस पेड़ के फल मीठे हैं जो कोने पर लगा है। / जो पेड़ कोने पर लगा है उसके फल मीठे हैं। |
तमाम देश भर में यह बात फैल गई। | तमाम देश में /देश भर में यह बात फैल गई। |
सामाजिक कुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञानता है। | सामाजिक कुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञान है। |
गाय का दूध गरम पीना चाहता हूँ। | गाय का गरम दूध पीना चाहता हूँ। |
मैं मेरे घर जा रहा हूँ। | मैं अपने घर जा रहा हूँ। |
एक बौद्ध भिक्षुक ने अशोक को उपदेश दिए। | एक बौद्ध भिक्षुक ने अशोक को उपदेश दिया। |
यह घटना जब मैं आठ वर्ष का बालक था, उस समय की है। | यह घटना उस समय की है जब मैं आठ वर्ष का बालक था। |
हमारे समाज के बीच अनेक कुरीतियाँ भी प्रचलित हैं। | हमारे समाज में अनेक कुरीतियाँ अब भी प्रचलित हैं। |
उन्होंने अपने जीवन में बहुत-सा उतार-चढ़ाव देखा था। | उन्होंने अपने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखा था। |
शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच निकला। | शिकारी ने शेर पर गोली चलाई पर वह बच निकला। |
निम्न प्रश्नों के उत्तर दो। | निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो/दीजिए. |
मैंने उसे बुलाया और बोला। | मैंने उसे बुलाया और कहा। |
देवता को एक फूलों की माला अर्पित कर दो। | देवता को फूलों की एक माला अर्पित कर दो। |
कई कचहरी के वकील ऐसा कहते हैं। | कचहरी के कई वकील ऐसा कहते हैं। |
एक गाय, दो बकरी और तीन भेड़ें मैदान में चर रही हैं। | एक गाय, दो बकरियाँ और तीन भेड़ें मैदान में चर रही हैं। |
महादेवी वर्मा हिंदी की प्रसिद्ध कवि है। | महादेवी वर्मा हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री हैं। |
श्याम आज सी कोलकाता से वापस लौटा है। | श्याम आज ही कोलकाता से लौटा है। |
यहाँ शुद्ध गाय का दूध मिलता है। | यहाँ गाय का शुद्ध दूध मिलता है। |
मैं आप से सविनयपूर्वक निवेदन करता हूँ। | मैं आपसे विनयपूर्वक/सविनय निवेदन करता हूँ। |
रामचरितमानस के रचेता तुलसीदास हैं। | रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास हैं। |
उज्जवल चरित्र के लिए मानसिक दृढ़ता आवश्यक है। | उज्ज्वल चरित्र के लिए मानसिक दृढ़ता आवश्यक है। |
कृपया कल घर पधारने की कृपा करें। | कृपया कल घर पधारें/कल घर पधारने की कृपा करें। |
सच्चा मित्र जीवन में कोई एक ही विरल होता है। | सच्चा मित्र जीवन में कोई एक ही/विरला होता है। |
वृक्षों पर कोयल बोल रही है। | वृक्ष पर कोयल बोल रही है। |
कई सौ वर्ष तक भारत के गले में पराधीनता की बेड़ियाँ पड़ी रहीं। | कई सौ वर्षों तक भारत के पैरों में पराधीनता की बेड़ियाँ पड़ी रहीं। |
विद्या-प्राप्ति विद्यार्थियों का लक्ष्य होना चाहिए। | विद्यार्थियों का लक्ष्य विद्या-प्राप्ति होना चाहिए। |
अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखना है। | अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखनी हैं। |
एक गीतों का किताब ले आइएगा। | गीतों की एक किताब ले आइएगा। |
मेरे को एक फूलों की माला चाहिए। | मुझे फूलों की एक माला चाहिए। |
विंध्याचल पर्वत की सौंदर्यता प्रशंसनिय है। | विंध्याचल का सौंदर्य प्रशंसनीय है। |
अनेकों पुलिस कर्मियों को देखते ही प्रख्यात चोर दौड़ गया। | अनेक पुलिसकर्मियों को देखते ही कुख्यात चोर भाग गया। |
प्रेमचंद ऊँची श्रेणी के कहानीकार थे। | प्रेमचंद उच्चकोटि के कहानीकार थे। |
रविवार के दिन सभी कार्यालयों में अवकाश रहता है। | रविवार को सभी कार्यालयों में अवकाश रहता है। |
उन दोनों के बीच में अच्छी मित्रता है। | उन दोनों में घनिष्ठ मित्रता है। |
हिंदी विभाग के सभापति इस अधिवेशन के अध्यक्ष हैं। | हिंदी विभाग के अध्यक्ष इस अधिवेशन के सभापति हैं। |
उससे भिड़ना तलवार की नोक पर चलना है। | उससे भिड़ना तलवार की धार पर चलना है। |
किसी और दूसरे से परामर्श लीजिए। | किसी अन्य से परामर्श लीजिए। |
ये इस ज़िले के लब्ध प्रतिष्ठित व्यक्ति है। | ये इस ज़िले के लब्ध प्रतिष्ठ व्यक्ति हैं। |
आप मेरे ऊपर भरोसा कर सकते हैं। | आप मुझ पर भरोसा कर सकते हैं। |
वे अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करना चाहते हैं। | वे अपने स्वाभिमान की रक्षा करना चाहते हैं। |
वह सदैव ही सत्य बोलता है। | वह सदैव सत्य बोलता है। |
दिल्ली में अनेक दर्शनीय स्थल देखने योग्य हैं। | दिल्ली में अनेक दर्शनीय स्थल हैं। |
यह डिब्बा केवल मात्र महिलाओं के लिए आरक्षित है। | यह डिब्बा केवल महिलाओं के लिए आरक्षित है। |
आज की वर्तमान स्थिति में देश असमंजस में है। | आज की स्थिति में देश असमंजस में है। |
नौजवान युवकों को आगे आना चाहिए। | नौजवानों को आगे आना चाहिए। / युवकों को आगे आना चाहिए |
उसने मेरी बात ध्यान से सुनीं। | उसने मेरी बात ध्यान से सुनी। |
भ्रमर पुष्पों के परागों को चूसता है। | भ्रमर पुष्प के पराग को चूसता है। |
वह दंड देने के योग्य है। | वह दंड का पात्र है। |
मैं सारी रात भर जागता रहा। | मैं सारी रात जागता रहा। |
मेरा चश्मा तुमसे अच्छा है। | मेरा चश्मा तुम्हारे चश्मे से अच्छा है। |
बंदूक एक उपयोगी अस्त्र है। | बंदूक एक उपयोगी शस्त्र है। |
यह मेरा पुस्तक है। | यह मेरी पुस्तक है। |
इन्हें एक पुत्र है। | इनके एक पुत्र है। |
भारत में अनेकों जातियाँ हैं। | भारत में अनेक जातियाँ हैं। |
दरअसल में वह उससे प्रेम करता है। | दरअसल वह उससे प्रेम करता है। |
डाकू के पैरों में हथकड़ियाँ हैं। | डाकू के हाथों में हथकड़ियाँ है। |
आपका भवदीय | भवदीय |
कश्मीर में अनेक दर्शनीय स्थल देखने योग्य हैं। | कश्मीर में अनेक दर्शनीय स्थल हैं। |
लाओ एक पानी का गिलास। | पानी का एक गिलास लाओ। |
राम ने पेट भर मिठाई खाई। | राम ने भरपेट मिठाई खाई। |
मैं आपकी सौजन्यता पर मुग्ध हूँ। | मैं आपके सौजन्य पर मुग्ध हूँ। |
जल्दी मत करो, धैर्यता से काम लो। | जल्दी मत करो, धैर्य से काम लो। |
दूसरो का परोपकार करना अच्छा है। | दूसरों पर उपकार करना अच्छा है। |
मैं इतना मीठा चाय नहीं पी सकता। | मैं इतनी मीठी चाय नहीं पी सकता। |
उस पर घड़ों पानी पड़ गया। | उस पर घड़ों पानी गिर गया। |
उसे व्यर्थ सहायता देने से कोई लाभ नहीं है। | उसे सहायता देने से कोई लाभ नहीं है। |
इतने वेतन से केवल दालरोटी हो जाती है। | इतने वेतन से केवल दालरोटी मिल जाती है। |
हमे भोग-विलास पर धन नष्ट नहीं करना चाहिए। | हमें भोग-विलास में धन नष्ट नहीं करना चाहिए। |
मन मयूर चाहता है मर्कट की तरह उछलते रहना। | मन मयूर मर्कट की तरह उछलना चाहता है। |
कृपया उत्तर देने की कृपा करें। | उत्तर देने की कृपा करें। |
यह ऐसी पहेली है जिसे सुलझा सकना संभव नहीं हो सकता। | यह ऐसी पहेली है जिसे सुलझाना संभव नहीं है। |
वे लोग विविध विषय से परिचित थे। | वे लोग विविध विषयों से परिचित थे। |
दिल्ली में चार गिरफ़्तारी हुई। | दिल्ली में चार गिरफ़्तारियाँ हुईं। |
ऐसे हालातों में ख़्याल रखना। | ऐसे हालात में ख़्याल रखना। |
कृपया इस निमंत्रण को स्वीकार करने की कृपा करें। | कृपया इस निमंत्रण को स्वीकार करें। |
शीतकाल के समय दिन छोटे होते हैं। | शीतकाल में दिन छोटे होते हैं। |
हमें परस्पर में सहयोग करना चाहिए | हमें परस्पर सहयोग करना चाहिए। |
वह शुक्रवार के दिन लौटेगा। | वह शुक्रवार को लौटेगा। |
हमें संकट के अंदर घबराना नहीं चाहिए। | हमें संकट में घबराना नहीं चाहिए। |
वह सदैव ही विलम्ब से आता है। | वह सदैव विलम्ब से आता है। |
तेरे को कितनी बार मना किया है। | तुझे कितनी बार मना किया है। |
एक खाने की थाली लगाओ। | खाने की एक थाली लगाओ। |
कृपया मेरी प्रार्थना स्वीकारने की कृपा करें। | कृपया मेरी प्रार्थना स्वीकार करें। |
मेरे पूजनीय पिता जी आ रहे हैं। | मेरे पूज्य पिता जी आ रहे हैं। |
मेरे को यह रुचिकर नहीं। | मुझे यह रुचिकर नहीं है। |
यह व्यर्थ बात करने से कोई लाभ नहीं है। | यह बात करने से कोई लाभ नहीं है। |
संपूर्ण देश भर में निराशा छा गई। | संपूर्ण देश में निराशा छा गई। |
भाई ने भाई के साथ सलाह की। | भाई ने भाई से सलाह की। |