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अशुद्ध वाक्यशुद्ध वाक्य
भोजन बनाने की व्यवस्था का प्रबंध करें।भोजन बनाने की व्यवस्था/का प्रबंध करें।
'उत्साह' नामक शीर्षक निबंध अच्छा है।'उत्साह' शीर्षक/नामक निबंध अच्छा है।
अब विंध्याचल पर्वत हरा-भरा हो गया।अब विंध्याचल हरा-भरा हो गया।
मैं मंगलवार के दिन व्रत रखता हूँ।मैं मंगलवार को व्रत रखता हूँ।
तुम बीस तारीख के दिन कहाँ रहोगे ?तुम बीस तारीख़ को कहाँ रहोगे ?
भारत गुलामी की दासता से मुक्त हुआ।भारत गुलामी/दासता से मुक्त हुआ।
आप अपनी प्रतिज्ञा के शब्दों से डिगें नहीं।आप अपनी प्रतिज्ञा/अपने शब्दों से डिगें नहीं।
वह अपनी ताक़त के बल पर जीता।वह अपने बल पर (अपनी ताक़त के भरोसे) जीता।
तुम्हारे आने से मेरा मन गद्-गद् हो गया।तुम्हारे आने से मैं गद्गद् हो गया।
समाज में अराजकता की समस्या बढ़ रही है।समाज में अराजकता बढ़ रही है।
प्रातःकाल के समय घूमना चाहिए।प्रातः काल घूमना चाहिए।
वर्षाकालीन दिनों में कीचड़ हो जाता है।वर्षाकाल में (वर्षा के दिनों में) कीचड़ हो जाता है।
वह शुक्रवार के दिन लौटेगा।वह शुक्रवार को लौटेगा
तुम्हारे मन की थाह का पता ही नहीं चलता।तुम्हारे मन की थाह (मन का पता) नहीं मिलती (मिलता)।
वह रोज़ पानी से पौधों को सींचता है।वह रोज़ पौधों को सींचता है।
तुम गीता की पुस्तक पढ़ो।तुम गीता पढ़ो।
रेडिओ की उत्पत्ति किसने की ?रेडिओ का आविष्कार किसने किया ?
विद्वानों के बीच बोलने का उत्साह कौन करेगा?विद्वानों के बीच बोलने का साहस कौन करेगा?
मंदिर में भक्तों का तारतम्य बना रहा।मंदिर में भक्तों का ताँता लगा रहा।
आपके रहन-सहन का दरज़ा ऊँचा है।आपके रहन-सहन का स्तर ऊँचा है।
गले में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।पैरों में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।
कंस की हत्या कृष्ण ने की थी।कंस का वध कृष्ण ने किया था।
वहाँ रोज़ जाने में तुम्हारी क्या अच्छाई है।वहाँ रोज़ जाने में तुम्हारी क्या भलाई है?
तुमने इस पुस्तक का कितना भाग पढ़ लिया ?तुमने इस पुस्तक का कितना अंश पढ़ लिया ?
इस शहर के सभी दर्शनीय स्थान अच्छे हैं।इस शहर के सभी दर्शनीय स्थल अच्छे हैं।
आपके प्रश्न का समाधान मेरे पास है।आपके प्रश्न का उत्तर मेरे पास है।
अमीरों के पास रुपए की बड़ी संख्या होती है।अमीरों के पास धन की बड़ी राशि होती है।
उसने गीत की पहली लड़ी अच्छी नहीं गाई।उसने गीत की पहली कड़ी अच्छी तरह नहीं गाई।
उन्नति के मार्ग में संकट भी आते ही हैं।उन्नति के मार्ग में बाधाएँ भी आती ही हैं।
घाव से खून निकलने की राशि बढ़ती गई।घाव से खून निकलने की मात्रा बढ़ती गई।
मैंने इस काम में बड़ी अशुद्धि की।मैंने इस काम में बड़ी भूल की।
आपने जिसकी लाठी उसकी भैंसवाली कथा सुनी है?आपने जिसकी लाठी उसकी भैंसवाली कहावत सुनी है ?
हमारे प्रांत के मनुष्य मेहनती हैं।हमारे प्रांत के लोग मेहनती हैं।
इस गरमी में टायर फूटने का संदेह है।इस गरमी में टायर फूटने का डर/की आशंका है।
दंगे में गोलियों की बाढ़ आ गई।दंगे में गोलियों की बौछार हो गई।
प्रेम करना तलवार की नोक पर चलना है।प्रेम करना तलवार की धार पर चलना है।
सूखे से भूख की समस्या खड़ी हो गई।सूखे से भुखमरी की समस्या खड़ी हो गई।
मोहन और मोहन का पुत्र व्यस्त हैं।मोहन और उसका पुत्र व्यस्त हैं।
सीमा ने नीना से कहा कि सीमा का आज उपवास है।सीमा ने नीना से कहा कि मेरा आज उपवास है।
मेरे को कुछ याद नहीं आ रहा।मुझे कुछ याद नहीं आ रहा।
मैं तेरे को बता दूँगा।मैं तुझे बता दूँगा।
तेरे को कुछ याद आया क्या ?तुझे कुछ याद आया क्या ?
तेरे से कुछ नहीं होगा।तुझसे कुछ नहीं होगा।
कहिए मेरे से क्या काम है ?कहिए, मुझसे क्या काम है ?
पिताजी ने मुझसे कहा।पिताजी ने मुझे कहा।
वह उसका चश्मा भूल गया।वह अपना चश्मा भूल गया।
जो भी इसे भिड़ेगा जो ही इसे हरा देगा।जो भी इससे भिड़ेगा वही इसे हरा देगा।
वह मेरा दोस्त है, वह मेरे साथ पढ़ता है।वह मेरा दोस्त है जो मेरे साथ पढ़ता है।
मुख्य कहानी तो यहाँ ही से शुरू होती है।मुख्य कहानी तो यहीं से/यहाँ से ही शुरू होती है।
उसने जल्दी घर जाना था।उसे जल्दी घर जाना था।
उसने वहाँ जाना ही नहीं था।उसे वहाँ जाना ही नहीं था।
जिनने भी खाया है, सराहा है।जिसने भी खाया है, सराहा है।
जिन्होंने करना है, वे करके रहेंगे।जिन्हें करना है, वे करके रहेंगे।
मैंने वहाँ नहीं जाना है।मुझे वहाँ नहीं जाना है।
वह स्कूटर जिसे मैंने कल खरीदा था, वह आज बिक गया।वह स्कूटर आज बिक गया, जिसे मैंने कल खरीदा था।
यह सांगानेर में छपने के कारण सांगानेरी प्रिंट कहलाती है।सांगानेर में छपने के कारण यह सांगानेरी प्रिंट कहलाता है।
कमल यहाँ आया और बताया कि सब ठीक हैं।कमल यहाँ आया और उसने बताया कि सब ठीक हैं।
कोई ने कहा था।किसी ने कहा था।
किसानों में रोष था इसलिए घेराव किया।किसानों में रोष था इसलिए उन्होंने घेराव किया।
वह बच्चा सोता रहा क्योंकि इसको किसी ने जगाया ही नहीं।वह बच्चा सोता रहा क्योंकि उसको किसी ने जगाया ही नहीं।
चाय में कौन गिर गया ?चाय में क्या गिर गया ?
जी सोता है वह खोता है।जो सोता है सो खोता है।
आप तो चले गए, पर तुम्हारे काग़ज़ यहाँ रह गए।आप तो चले गए पर आपके काग़ज़ यहाँ रह गए/तुम तो चले गए पर तुम्हारे काग़ज़ यहाँ रह गए।
राम थककर उसके घर में सो गया।राम थककर अपने घर में सो गया।
तुम तो तुम्हारा काम करो।तुम तो अपना काम करो।
तुम्हारे से कोई लेना-देना नहीं।तुमसे कोई लेना-देना नहीं।
वह लोग जा रहे हैं।वे लोग जा रहे हैं।
ये आदमी कौन था ?यह आदमी कौन था?/ये आदमी कौन थे?
यह सच्चे इंसान हैं।ये सच्चे इंसान हैं।
जो क्या जाने हमारी मुसीबतें ।वह/वे क्या जाने हमारी मुसीबतें ।
उन्हें सब पता लग जाएगा।उनको सब पता लग जाएगा।
मैं और मेरे लोगों का ही काम नहीं हुआ।मेरा और मेरे लोगों का ही काम नहीं हुआ।
भक्तियुग का काल स्वर्णयुग माना जाता है।भक्तिकाल स्वर्णयुग माना जाता है।
यह सबसे सुंदरतम साड़ी है।यह सुंदरतम साड़ी है।
पुस्तकों में यह बहुत श्रेष्ठ है।पुस्तकों में यह श्रेष्ठ है।
वे एक अच्छे अध्यापक हैं।वे अच्छे अध्यापक हैं।
रेशमी कढ़ाई के धागे उत्तम होते हैं।कढ़ाई के रेशमी धागे उत्तम होते हैं।
• आज उसके गुप्त रहस्य का राज़ खुला।आज उसके रहस्य का राज़ खुला।
घातक विष, सुंदर शोभा, बुरी कुदृष्टि ।विष, शोभा, कुदृष्टि ।
सुकोमल, सुमधुर, सशंकित, सभीत, सच्चरित्रवान, निख़ालिस, उचित न्याय ।कोमल, मधुर, शंकित/सशंक भीत, चरित्रवान्, ख़ालिस, न्याय ।
हमारावाला लॉन, अच्छीवाली कहानीहमारा लॉन, अच्छी कहानी
धोबिन ने अच्छी चादरें धोईं।धोबिन ने चादरें अच्छी धोईं।
अनजाने में कर दिया।अनजाने में हो गया।
किसी और दूसरे डॉक्टर से मिलूँगा।किसी और (या किसी दूसरे) डॉक्टर से मिलूँगा।
सारी दुनियाभर में ढिंढोरा पीट दिया।सारी दुनिया (या दुनियाभर) में ढिंढोरा पीट दिया।
मौर्यकालीन समय में लोग सुखी थे।मौर्यकाल में लोग सुखी थे।
पूरे दिन भर की मज़दूरी है यह।पूरे दिन (या दिन भर) की मज़दूरी है यह !
समस्त मानव मात्र का भला सोचिए।मानव मात्र (समस्त मानवों) का भला सोचिए।
खिलाड़ियों ने अपनी हिम्मत नहीं हारीखिलाड़ियों ने हिम्मत नहीं हारी।
प्रायः सभी लोग दुखी हैं।प्रायः (या सभी) लोग दुखी हैं।
वे बड़े अच्छे खिलाड़ी हैं।वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।
अधिकांश लोगों नेअधिकतर लोगों ने, (अधिकांश अनाज) के संख्यात्मक संज्ञा के लिए 'तर' प्रत्यय एवं मात्रात्मक संज्ञा के लिए- 'अंश' शब्द प्रयुक्त होता है।
भारी भरकम भीड़, भारी भूख, निपट चतुर, घोर सम्बन्धी, भारी तकलीफ़ ।बेशुमार भीड़, बहुत भूख, बहुत चतुर, निपट अनाड़ी, घनिष्ठ संबंधी, बहुत तकलीफ़ ।
मुझे भारी दुःख हुआ।मुझे बहुत दुःख हुआ।
गहरी समस्या, सप्त घरगंभीर समस्या, सात घर (सप्त गृह)
दादा जी की बीमारी चिंतनीय है।दादा जी की बीमारी चिंताजनक है।
व्याकरण के बहुत मुद्दे चिंताजनक हैंव्याकरण के बहुत मुद्दे चिंतनीय हैं।
सेवा-निवृत्ति के बाद भावी जीवन बिताने की समस्या है।सेवा-निवृत्ति के बाद शेष जीवन बिताने की समस्या है।
आकाश में दीर्घाकाय बादल दिखाई दिया।आकाश में एक विशालकाय बादल दिखाई दिया।
आप लोग अपनी रज़ाइयाँ ले लीजिए।आप लोग अपनी-अपनी रज़ाई ले लीजिए।
कुत्ते का बोलना किसको अच्छा लगता है ?कुत्ते का भोंकना किसको अच्छा लगता है ?
किसी आगामी दुर्घटना के बारे में मुझे आशंका थी।किसी भावी दुर्घटना के बारे में मुझे आशंका थी ?
आपकी इस बात का कोई अर्थ नहीं निकलता।आपकी इस बात का कुछ अर्थ नहीं निकलता।
आपने बड़ी ऊँची कोटि की कहानी सुनाई।आपने उच्च कोटि की कहानी सुनाई।
आप कोई अन्य कुत्ता क्यों नहीं पाल लेते।आप कोई दूसरा कुत्ता क्यों नहीं पाल लेते।
दो दिवसीय कार्यक्रमद्वि दिवसीय कार्यक्रम या दो दिन का कार्यक्रम
प्रत्येक बच्ची को चार-चार केले दे दें।प्रत्येक बच्ची को चार केले दे दें। (सभी बच्चियों को चार-चार केले दे दें।)
पहले आप लोग अपनी कविताएँ सुनाइए।पहले आप लोग अपनी-अपनी कविताएँ सुनाइए ।
वह यहाँ आए बिना नहीं रह सकता है।वह यहाँ आए बिना नहीं रह सकता।
उसको घमंडी कहकर पुकारना ज़्यादती है।उसको घमंडी कहना ज़्यादती है।
कारण बताओ कि यह कैसे संभव हो सकता है।कारण बताओ कि यह कैसे संभव है/कैसे सकता है।
यहाँ अशोभनीय वातावरण उपस्थित है।यहाँ अशोभनीय वातावरण है।
अब और स्पष्टीकरण करने की आवश्यकता नहीं है।अब और स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है।
यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण लिखा गया है। सेयह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण है/यह ग्रंथ विद्वत्ता लिखा गया है।
उसने मेरा गाना और घर देखा ।उसने मेरा गाना सुना और घर देखा।
वह चाय या केला कुछ भी नहीं खा सकता।वह न चाय पी सकता है न केला खा सकता है/वह चाय या केला कुछ भी नहीं खा-पी सकता है।
वह सिलाई और अंग्रेज़ी पढ़ती है।वह सिलाई सीखती है और अंग्रेज़ी पढ़ती है।
वह तो खाना और दूध पीकर सो गया।वह तो खाना खाकर और दूध पीकर सो गया।
तूफ़ान के बावजूद जहाज़ समुद्र तैर ही गया।तूफ़ान के बावजूद जहाज़ समुद्र पार कर ही गया।
वह विजयी होकर चैन की नींद ले रहा है।वह विजयी होकर चैन की नींद सो रहा है।
वह कमीज़ डालकर सो गया।वह कमीज़ पहनकर सो गया।
मै माता जी को खाना डालकर / देकर आई।मैं माता जी का खाना परोसकर आई।
बरसात होने की संभावना की जा रही है।बरसात होने की संभावना है या संभावना व्यक्त की जा रही है।
राजा के दो पुत्र और दो पुत्रियाँ थे।राजा के दो पुत्र और दो पुत्रियाँ थीं।
वह बदमाश दंड देने से भी ठीक नहीं होता।वह बदमाश दंड पाने पर भी ठीक नहीं होता।
वह नहाना माँगता है।वह नहाना चाहता है।
खबर सुनकर मैं विस्मय हो गया।खबर सुनकर मैं विस्मित हो गया।
या तो आप कहिए वरना मैं फ़रमा देता हूँ।या तो आप फ़रमाइये वरना मैं कह देता हूँ।
हमने गुरु जी को अभिनंदन-पत्र प्रदान किया।हमने गुरु जी को अभिनंदन पत्र भेंट किया।
तुम्हें मेरी प्रतीक्षा देखनी चाहिए थी।तुम्हें मेरी प्रतीक्षा करनी चाहिए थी।
मैं आप सबका धन्यवाद करता हूँ।मैं आप सबको धन्यवाद देता हूँ।
इस चिट्टी में जो भी कहा है, झूठ है।इस चिट्ठी में जो भी लिखा है, झूठ है।
जो साहब ने बोला है वह कर ।जो साहब ने कहा है वह कर।
उसने गुरु जी को बताया कि वे उसे माफ़ कर दें।उसने गुरु जी से निवेदन किया कि आप मुझे माफ़ कर दें।
युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है।युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है।
यहाँ आप अपने हस्ताक्षर बना दीजिएयहाँ आप अपने हस्ताक्षर कर दीजिए।
शिक्षा लेने में कंजूसी क्यों ?शिक्षा पाने में कंजूसी क्यों ?
जबसे उसने नौकरी पाई है, मिला ही नहीं।जबसे उसे नौकरी मिली है, वह मिला ही नहीं।
वह गालियाँ निकालता रहा।वह गालियाँ बकता रहा।
कृपया गंदगी मत कीजिए।कृपया गंदगी न करें।
आप पढ़ो। आप क्या लोगे ?आप पढ़िए। आप क्या लेंगे ?
वह खावेगा तो बीमार होवेगा।वह खाएगा तो बीमार होगा।
उसने जैसी करी है, मैं नहीं कर सकता।उसने जैसा किया है, मैं नहीं कर सकता।
लड़के रोज़ जाया किए थे।लड़के रोज़ जाया करते थे।
आप अपने कमरे में जा सकता है।आप अपने कमरे में जा सकते हैं।
मैं पढ़ने देऊँ तभी तो पढ़ेगा न ?मैं पढ़ने दूँ तभी तो पढ़ेगा न ?
तुम क्या काम करता है ?तुम क्या काम करते हो ?
गाँधी जी को भुलाया नहीं जा सकता।गाँधी जी को भूला नहीं जा सकता।
वह पढ़ रहा हैंगा।वह पढ़ रहा होगा।
मैंने क्या करना है ?मुझे क्या करना है ?
वह कहा तब मैं आया।उसने कहा तब मैं आया।
दानादार चायदानेदार चाय
मैंने आज दिनभर सोया है।मैं आज दिनभर सोया हूँ।
मैं सारी पुस्तक पढ़ डाली।मैंने सारी पुस्तक पढ़ डाली।
ठेलावाले से सब्ज़ी खरीदी।ठेलेवाले से सब्ज़ी ख़रीदी।
रात को पहरादार आया।रात को पहरेदार आया।
इस पाठ को पढ़ो।यह पाठ पढ़ो।
तुमको इस पाठ को पढ़ना है।तुम्हें यह पाठ पढ़ना है।
मुझे बहुत पुस्तकों को पढ़ना पड़ता है।मुझे बहुत पुस्तकें पढ़नी पड़ती हैं।
वह रोज़ ऑफ़िस को जाता है।वह रोज़ ऑफ़िस जाता है।
उसको तो समझ में आता नहीं।उसे तो समझ में आता नहीं।
लड़के ने अपना सिर नीचे को कर लिया।लड़के ने अपना सिर नीचे कर लिया।
उसने आमेर को देखा।उसने आमेर देखा।
वह बस के साथ ही यात्रा कर रहा है।वह बस से यात्रा कर रहा है।
'बिहारी सतसई' की हस्त से लिखित प्रति सुरक्षित है।'बिहारी सतसई' की हस्तलिखित प्रति सुरक्षित है।
सीमा ने अपनी सहेली के लिए उपहार दिया।सीमा ने अपनी सहेली को उपहार दिया।
पंडित जी ने भक्तों के लिए कथा सुनाई।पंडित जी ने भक्तों को कथा सुनाई।
उन सभी में मैं ही पहले पहुँचा।उन सभी में से मैं पहले पहुँचा।
वह शहर का कपड़ा लाकर बेचता है।वह शहर से कपड़ा लाकर बेचता है।
तुमका यहाँ क्या काम है ?तुम्हारा यहाँ क्या काम है ?
अपने का यहाँ कोई जानकार नहीं।मेरा यहाँ कोई जानकार नहीं।
यह पानी का कुआँ कैसे सूख गया ?यह कुआँ कैसे सूख गया।
अपना-पराया की भावना।अपने-पराये की भावना।
राधा का और कृष्ण का मंदिर प्रसिद्ध है।राधाकृष्ण का मंदिर प्रसिद्ध है।
यह विदेश का आदमी यहाँ कैसे आ गया ?यह विदेशी यहाँ कैसे आ गया ?
लड़का शहर से अपने गाँव में चला गया।लड़का शहर से अपने गाँव चला गया।
कुत्ते पहले गाँव के बाहर भौंकते रहे फिर गाँव में चले गए।कुत्ते पहले गाँव के बाहर भौंकते रहे फिर गाँव चले गए।
इत्र के भीतर सुगंध है।इत्र में सुगंध है।
बाल्टी के अंदर पानी है।बाल्टी में पानी है।
वह घर ही था पर मिलने नहीं आया।वह घर में ही था पर मिलने नहीं आया।
बारह बजने को दस मिनट हैं।बारह बजने में दस मिनट हैं।
खेत पर क्या बोया है ?खेत में क्या बोया है ?
कुएँ पर कौन गिर गया है ?कुएँ में कौन गिर गया है ?
कुएँ में कौन पानी भर रहा है ?कुएँ पर कौन पानी भर रहा है ?
उसे शक मत करो।उस पर शक मत करो।
आज बजट के ऊपर बहस होगी।आज बजट पर बहस होगी।
हमने मिलकर इसको विचार किया।हमने मिलकर इस पर विचार किया।
बिना अच्छा वेतन के काम नहीं होगा।बिना अच्छे वेतन के काम नहीं होगा।
खाना-कपड़ा का पैसा कौन देगा ?खाने-कपड़े के पैसे कौन देगा ?
कोई भी आदमी की हालत ठीक नहीं।किसी भी आदमी की हालत ठीक नहीं।
अपना काम से फुर्सत मिले तो आना।अपने काम से फुर्सत मिले तो आना।
भारत के भूगोल की एक प्रति खरीदनी है।'भारत का भूगोल' की एक प्रति खरीदनी है।
तुम सबों ने मामला बिगाड़ दिया।तुम सबने मामला बिगाड़ दिया।
उन्हें दो ताला और तोड़ने पड़े।उन्हें दो ताले और तोड़ने पड़े।
तीन लड़कियाँ और दो बालकों का ध्यान रखना।तीन लड़कियों और दो बालकों का ध्यान रखना।
यह कोलकाता/आगरे से अभी नहीं आया।वह कोलकाता/आगरा से अभी नहीं आया।
अरे लड़का ! तू सुनेगा भी या नहीं ?अरे लड़के ! तू सुनेगा भी या नहीं ?
पाँच पुरुष और एक औरत की मृत्यु हो गई।पाँच पुरुषों और एक औरत की मृत्यु हो गई।
उन्होंने बंदूक चलाना सीख रखी है।उन्होंने बंदूक चलाना सीख रखा है।
अंकों की औसत अच्छी है।अंकों का औसत अच्छा है।
अच्छा खाना आनंद की वस्तु होती है।अच्छा खाना आनंद की वस्तु होता है।
बेटी पराए घर का धन होता है।बेटी पराए घर का धन होती है।
मेरी चिट्ठी को यदि न भी पढ़ी जाए...मेरी चिट्ठी यदि न भी पढ़ी जाए...
अच्छी होटलअच्छा होटल
लड़का और लड़की स्कूल गई।लड़का और लड़की स्कूल गए।
उसके दर्द हो रही है।उसके दर्द हो रहा है।
दही खट्टी हैदही खट्टा है
आपका कुर्ता, कोट और रूमाल यहाँ रखा हैआपका कुर्ता, कोट और रूमाल यहाँ रखे हैं।
आप अपनी चादर को ऐसी धोएँ कि...आप अपनी चादर को ऐसा/ऐसे धोएँ कि...
हमारी प्रदेश की जनता शांत है।हमारे प्रदेश की जनता शांत है।
पैदल चलकर आने में देर होनी स्वाभाविक थी।पैदल चलकर आने में देर होना स्वाभाविक था।
आपकी सहायतार्थ मैं उपस्थित हूँ।आपके सहायतार्थ (आपकी सहायता के लिए) मैं उपस्थित हूँ।
सड़कों को चौड़ी करनी ज़रूरी है।सड़कों को चौड़ा करना ज़रूरी है।
मुझे उससे एक बात कहना है।मुझे उससे एक बात कहनी है।
ताजमहल की सौंदर्य अनुपम है।ताजमहल का सौंदर्य अनुपम है।
मेरी घड़ी में अभी तीन बजा है।मेरी घड़ी में अभी तीन बजे हैं।
अभी कितना बजा है ?अभी कितने बजे हैं ?
शादी में सभी वर्ग के लोग आए थे।शादी में सभी वर्गों के लोग आए थे।
पाँच आदमी के लिए टिकिट खरीद लो।पाँच आदमियों के लिए टिकिट खरीद लो।
यहाँ कौन लड़की लोग बैठे थे ?यहाँ कौन लड़कियाँ बैठी थीं ?
उसकी आँख से आँसू बह रहा था।उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे।
महाभारत अठारह दिन तक चला।महाभारत अठारवें दिन तक चला। / महाभारत अठारह दिन चला।
वह कई-कई दिनों से गायब है।वह कई दिनों से ग़ायब है।
अपने-अपने घरों के ताला लगा दो।अपने-अपने घर में ता
अपने-अपने घरों के ताला लगा दो।अपने-अपने घर में ताला लगा दो।
इन हालातों में चुनाव सम्भव नहीं है।इन हालात में चुनाव संभव नहीं है।
वे अनेक कला जानते हैं।वे अनेक कलाएँ जानते हैं।
मैंने तो अपना हस्ताक्षर कर दिया।मैंने तो अपने हस्ताक्षर कर दिए।
चारों लड़कों का नाम बताओ।चारों लड़कों के नाम बताओ।
कॉलेज के दृश्य रोमांचक थे।कॉलेज का दृश्य रोमांचक था।
उसका प्राण उड़ गया।उसके प्राण निकल गए। (प्राण के साथ पखेरू होने पर 'उड़' ठीक होगा।)
दलाल ने बहुत-सी संपत्तियाँ खरीदीं।दलाल ने बहुत-सी संपत्ति खरीदी।
चार घंटाचार घंटे
डेढ़ घंटेडेढ़ घंटा
ढाई घंटाढाई घंटे
राम ने चार बात सुनाई।राम ने चार बातें सुनाईं।
हमारा संपर्क अनेकों व्यक्तियों से नित्य होता है।हमारा संपर्क अनेक व्यक्तियों से नित्य होता है।
कपड़े उतार कर रख दिया।कपड़े उतार कर रख दिए।
व्यक्ति यौवनावस्था में अनेकों भूलें करता है।व्यक्ति युवावस्था में अनेक भूलें करता है।
शिक्षक गणों (वृंदों, वर्गों, समूहों) की गोष्ठी थी।शिक्षकगण (वृंद, वर्ग समूह) की गोष्ठी थी।
मैंने गुरु का दर्शन किया।मैंने गुरु के दर्शन किए।
गीता के उपदेश सभी के लिए हितकर हैं।गीता का उपदेश सभी के लिए हितकर है।
मैंने तरह-तरह की नौकरी की।मैंने तरह-तरह की नौकरियाँ कीं।
बौद्ध साहित्य पालि में लिखे गए हैं।बौद्ध साहित्य पालि में लिखा गया है।
तू और मैं नहाऊँगा।तू और मैं नहाएँगे।
वहाँ सब श्रेणी के लोग उपस्थित हुए।वहाँ सब श्रेणियों के लोग उपस्थित हुए।
मैं तुम्हारा हाथ-पाँव तोड़ दूँगा।मैं तुम्हारे हाथ-पाँव तोड़ दूँगा।
हम सबकी स्थिति एक जैसी है।हम सबकी स्थितियाँ एक जैसी हैं।
पेड़ों पर कोयल बोल रही थी।पेड़ पर कोयल बोल रही थी।
किस गाय का बच्चा बीमार है ?किस गाय का बछड़ा बीमार है ?
मेरा हाथ घुटने तक लंबा है।मेरे हाथ घुटनों तक लंबे हैं।
समाज ग़लत दिशा में भटक गई है।समाज ग़लत दिशा में भटक गया है।
रेलगाड़ी में भारी-भरकम भीड़ थी।रेलगाड़ी में बहुत भीड़ थी।
मेरे घर में केवल मात्र एक चारपाई है।मेरे घर में केवल (मात्र) एक चारपाई है।
आदरणीय बहिन जी कहाँ गईं ?आदरणीया बहिन जी कहाँ गईं ?
इस विद्वान महिला का सम्मान किया गया।इस विदुषी महिला का सम्मान किया गया।
लड़की है तो बुद्धिमान ।लड़की है तो बुद्धिमती ।
आज नई शिक्षा नीति के ऊपर चर्चा होगी।आज नई शिक्षा नीति पर चर्चा होगी।
पहले पानी के ऊपर तैरना सीखो ।पहले पानी में तैरना सीखो ।
आप कहाँ पर रह रहे हैं ?आप कहाँ रह रहे हैं ?
कुत्तों के चिल्लाने से चोर नहीं आते।कुत्तों के भौंकने से चोर नहीं आते।
सप्रमाण सहित उत्तर दीजिए।प्रमाण सहित (सप्रमाण) उत्तर दीजिए।
हत्यारे को मृत्युदंड की सज़ा मिल ही गई।हत्यारे को मृत्युदंड मिल ही गया।
चुनाव कराना तो राष्ट्रपति पर निर्भर करता है।चुनाव कराना तो राष्ट्रपति पर निर्भर है।
कृपया मेरी मदद करने की कृपा करें।कृपया मेरी मदद करें अथवा मेरी मदद करने की कृपा करें।
वह इस इलाके का विख्यात तस्कर हैवह इस इलाक़े का कुख्यात तस्कर है।
आप हमारे पर ही शक क्यों करते हैं ?आप हम पर ही शक क्यों करते हैं ?
हमारे को इससे क्या लेना-देना ?हमें इससे क्या लेना-देना ?
उपरोक्त कथन सही नहीं है।उपर्युक्त कथन सही नहीं है।
खेती का आधुनिकीकरण करना ज़रूरी है।खेती का आधुनिकीकरण ज़रूरी है।
कुर्सी और पर्दे से कमरा सजता है।कुर्सियों और पर्दों से कमरा सजता है।
पढ़ी हुई इनमें से कई किताबें हैं।इनमें से कई किताबें पढ़ी हुई हैं।
उसका तो चटपट प्राण उड़ गया।उसके तो चटपट प्राण निकल गए।
मेरे तो साँस फूल गए।मेरी तो साँस फूल गई।
आपने ही तो मुझको कहा था।आपने ही तो मुझे कहा था।
सुभद्राकुमारी चौहान बड़ी जीवंत कवि थीं।सुभद्रा कुमारी चौहान बड़ी जीवंत कवयित्री थीं।
उस करुण दृश्य को देखकर उसकी आँख में आँसू आ गए।उस करुण दृश्य को देखकर उसके आँसू आ गए।
पाँच बजने को आठ मिनट हैं।पाँच बजने में आठ मिनट हैं।
यहाँ बहुत से बच्चे पढ़ते हैं।यहाँ बहुत बच्चे पढ़ते हैं।
तब शायद यह काम अवश्य हो जाएगा।तब शायद यह काम हो जाए / तब यह काम अवश्य हो जाएगा।
शायद वह ज़रूर आएगा।शायद वह आए। (वह ज़रूर आएगा)।
आपने यह बात अवश्य सुनी होगी।आपने यह बात अवश्य सुनी है।
अध्यापक ने बहुमूल्य उपदेश दिया।अध्यापक ने अमूल्य उपदेश दिया।
वह सबके सामने खुले आम शराब पीता है।वह खुले आम (सबके सामने) शराब पीता है।
उसकी बातें सुनकर मेरा तो सर चक्कर काट गया।उसकी बातें सुनकर मेरा तो सर चकरा गया।
केले को अच्छा पका खरीदना चाहिए।अच्छा पका केला खरीदना चाहिए।
आज दही नहीं जमी ।आज दही नहीं जमा ।
हाथी के सूँड़ पर घाव हो गया।हाथी की सूँड़ पर घाव हो गया।
आत्मा निर्विकार होती है।आत्मा निर्विकार है।
अपराधी और निरपराधी में अंतर होना चाहिए।अपराधी और निरपराध में अंतर होना चाहिए।
लोचन, गार्गेय और मीनल स्कूल गई हैं।लोचन, गार्गेय और मीनल स्कूल गए हैं।
आपका कमीज़ फट गया।आपकी कमीज़ फट गई।
लड़की की मृत्यु पर सारा घर दुःख में डूब गया।लड़की की मृत्यु पर सारा घर शोक में डूब गया।
अभी भी होश ठिकाने आया या नहीं ?अभी भी होश ठिकाने आए या नहीं ?
उन्हें सादरपूर्वक ले आइए।उन्हें सादर (आदरपूर्वक) ले आइए।
तैयार होने में देर लगनी स्वाभाविक है।तैयार होने में देर लगना स्वाभाविक है।
यह पौधा, जब प्रधानमंत्री जयपुर आए थे, तब लगाया गया था।यह पौधा तब लगाया गया था जब प्रधानमंत्री जयपुर आए थे।
वे परस्पर एक-दूसरे को बहुत स्नेह करते हैं।वे परस्पर (एक दूसरे को) बहुत स्नेह करते हैं।
पिता जी ने आशीर्वाद प्रदान किया।पिता जी ने आशीर्वाद दिया।
अंत में दुश्मन मैदान से दौड़ खड़ा हुआ।अंत में दुश्मन मैदान से भाग खड़ा हुआ।
उसकी सौंदर्यता कभी कम न होगी।उसका सौंदर्य कभी कम न होगा या उसकी सुंदरता कभी कम न होगीं।
इतनी आलस्यता ठीक नहीं है।इतना आलस्य ठीक नहीं है।
कालचक्र के पहिए से कौन बचा है ?कालचक्र से कौन बचा है ?
पुस्तक के अंदर सब-कुछ लिखा है।पुस्तक में सब-कुछ लिखा है।
ऐक्यता में ही शक्ति है।एकता (ऐक्य) में ही शक्ति है।
तुम जहाँ चाहे वहाँ चलने को तैयार हूँ।तुम जहाँ चाहो वहाँ चलने को तैयार हूँ।
दो जातियों में युद्ध ठन गया।दो जातियों में झगड़ा हो गया।
यह महिला बड़ी विद्वान है।यह महिला बहुत विदुषी है।
पूज्यनीय माता जी नहीं आईं।पूज्या (पूजनीया) माता जी नहीं आईं।
यह स्मारक संगमरमर पत्थर से निर्मित है।यह स्मारक संगमरमर से निर्मित है।
किसी लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार को आमंत्रित करो।किसी लब्धप्रतिष्ठ (प्रतिष्ठित) साहित्यकार आमंत्रित करो
उसे बोल देना कि झगड़ा न करेउसे कह देना कि झगड़ा न करे।
मैंने मेरा काम कर दिया अब तुम भी तुम्हारा काम कर लोमैंने अपना काम कर दिया अब तुम भी अपना काम कर लो
दरअसल में यह सौदा ही नहीं होना चाहिए थादरअसल (असल में) यह सौदा ही...।
जब वह माफ़ी माँगेगा तो मैं बोलूँगाजब वह माफ़ी माँगेगा तब मैं बोलूँगा।
महादेवी जी मूर्तिमान सरस्वती थींमहादेवी जी मूर्तिमती सरस्वती थीं।
अहमदाबाद में कपड़ा, लोहा के उद्योग हैंअहमदाबाद में कपड़े और लोहे के उद्योग हैं।
आकाशवाणी से समाचार प्रकाशित हो रहे हैंआकाशवाणी से समाचार प्रसारित हो रहे हैं।
माँ-बच्चा दोनों ही ग़ायब हो गयेमाँ-बच्चा दोनों ही ग़ायब हो गए।
भारत और नेपाल के बीच घोर संबंध हैंभारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ संबंध हैं।
दीपावली के उत्सव पर अवश्य आनादीपावली के त्योहार पर अवश्य आना।
यहाँ सभी सब्ज़ी ताज़ा और सस्ती मिलती हैंयहाँ सभी सब्ज़ियाँ ताज़ा और सस्ती मिलती हैं।
तुम कहाँ पर रहते हो ?तुम कहाँ रहते हो ?
इस सौभाग्यवती कन्या को आशीर्वाद देंइस सौभाग्याकांक्षिणी कन्या को आशीर्वाद दें।
भारतीय इतिहास के मध्ययुग का काल जन-जन विरोधी थाभारतीय इतिहास का मध्ययुग (मध्यकाल) विरोधी था।
आपने जो उपकार किया है उसके लिए मैं कृतज्ञ उपकृत हूँआपने जो उपकार किया है उसके लिए में कृतज्ञ हूँ/आपने जो कार्य किया है, उसके लिए मैं उपकृत हूँ।
ईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ लक्षण हैईमानदारी मनुष्य का श्रेष्ठ गुण है।
वह पूर्णतया उत्तीर्ण हो गयावह उत्तीर्ण हो गया।
वहाँ कौन-कौनसे लोग आए थे ?वहाँ कौन-कौन लोग आए थे ?
उसे आज ही अपने काम को पूरा करना हैउसे आज ही अपना काम पूरा करना है।
विवाह में कुछ लोग आमंत्रित नहीं किए गए थेविवाह में कुछ लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया था।
आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि मेरे घर अवश्य है पधारेंआपसे अनुरोध/निवेदन (आपसे प्रार्थना) कि मेरे घर अवश्य पधारें।
यदि नरेश, केशव और अजय मेरे घर आ गया तो फिर में नहीं आ सकूँगायदि नरेश, केशव और अजय मेरे घर आ गए तो फिर मैं नहीं आ सकूँगा।
तुम्हें फीस जमा करने का समाचार मिला या नहीं ?तुम्हें फीस जमा कराने की सूचना मिली या नहीं ?
ये साड़ी सुंदर हैयह साड़ी सुंदर है।
रविवार के दिन तो सभी कार्यालयों में अवकाश होता हैरविवार को तो सभी कार्यालयों में अवकाश होता है।
राम के बन-गमन पर दशरथ विलाप करके रोने लगेराम के वन-गमन पर दशरथ विलाप करने लगे।
वह प्रायः बार-बार मुझसे मिलने आता हैवह प्रायः / बार-बार मुझसे मिलने आता है।
शौचालय साफ़-स्वच्छ रहने चाहिए।शौचालय साफ़ (स्वच्छ) रहने चाहिए।
कोलंबस ने अमेरिका का अविष्कार किया।कोलंबस ने अमेरिका की खोज की।
हमारे घर में डालडा प्रयोग नहीं किया जाता।हमारे घर में डालडा का प्रयोग नहीं किया जाता।
भ्रष्ट कर्मचारी को हस्तांतरित किया जाए।भ्रष्ट कर्मचारी को स्थानांतरित किया जाए।
मैं यह स्वीकृत करता हूँ।मैं इसे स्वीकृत करता हूँ।
वह वहाँ कई बार जा आई है।वह वहाँ कई बार हो आई है।
वह वेतन नहीं पा पाई।वह वेतन नहीं ले पाई।
मैं उसे समझा लूँगा।मैं उसे समझा दूँगा।
जो संकट आन पड़ा उससे उबरो।जो संकट आ पड़ा उससे उबरो।
इतने अधिक प्रश्न पूछना ठीक नहीं।इतने अधिक प्रश्न करना ठीक नहीं।
अपको कल सुबह स्मरण दिलाऊँगा।अपको कल सुबह स्मरण कराऊँगा।
अधिकतर लोग ईश्वर में श्रद्धा करते हैं।अधिकतर लोग ईश्वर में श्रद्धा रखते हैं।
अपने कुत्ते पर नियंत्रण कीजिए।अपने कुत्ते पर नियंत्रण रखिए।
मैं उसकी आड़े हाथों ख़बर लूँगा।मैं उसे आड़े हाथों लूँगा। (मैं उसकी ख़बर लूँगा)।
बच्चे को ठंडा करके दूध पिलाओ।बच्चे को दूध ठंडा करके पिलाओ/दूध ठंडा करके बच्चे को पिलाओ।
अपनी गरज़ से नाम घिसता फिरता है।अपनी गरज़ से नाक रगड़ता फिरता है।
कल रात संगीत का खूब रंग चढ़ा।कल रात संगीत का रंग खूब जमा।
अपना दोष दूसरों के सिर क्यों जड़ते हो।अपना दोष दूसरों के सिर क्यों मढ़ते हो ?
आप तकल्लुफ़ न करें।आप तकल्लुफ़ न कीजिए।
प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि नियमों का पालन करना चाहिए।प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि वह नियमों का पालन करें।
जो कुछ आप जानते हो किसी को न बताएँ।जो कुछ आप जानते हैं वह किसी को न बताएँ।
यदि आप पढ़ा सकें तो बड़ी कृपा होगी।यदि आप पढ़ा सकें तो बहुत कृपा होगी।
जो परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहते हैं वे नियमित पढ़ें।जो परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहें वे नियमित पढ़ें।
यदि आप नहीं जाएँगे तो मैं भी वहाँ नहीं जाता।यदि आप नहीं जाएँगे तो मैं भी वहाँ नहीं जाऊँगा।
स्कूटर बाहर पड़े रहने दीजिए।स्कूटर बाहर खड़ा रहने दीजिए।
पकड़ी जाने पर वह स्त्री रोने लगी।पकड़े जाने पर वह स्त्री रोने लगी।
मरीज़ को समय पर दवा देना चाहिए।मरीज़ को समय पर दवा देनी चाहिए।
वह अखबार पढ़ करके जाएगा।वह अख़बार पढ़कर जाएगा।
आपका भाषण प्रभावशाली न बनकर हास्यास्पद हो गया।आपका भाषण प्रभावशाली न होकर उल्टे हास्यास्पद हो गया।
दिल्ली से लेकर जयपुर तक चौड़ी सड़क है।दिल्ली से जयपुर तक चौड़ी सड़क है।
सब चिंता दूर हो कर मन शांत हो गया।सब चिंताएँ दूर होने से मन शांत हो गया।
वह पढ़ता-पढ़ता रुक गया।वह पढ़ते-पढ़ते रुक गया।
दुश्मन ने गोले और तोपों से आक्रमण किया।दुश्मन ने तोपों से आक्रमण किया।
बहनो ! संघर्ष के लिए तैयार रहो।बहनो! संघर्ष के लिए तैयार रहो।
उन्होंने आँखे फेरना ही सीख रखी हैं।उन्होंने आँखें फेरना ही सीख रखा है।
लड़की को बहुत दर्द हो रही थी।लड़की के बहुत दर्द हो रहा था।
हम नई प्रकार की वस्तु खरीदना चाहते हैं।हम नए प्रकार की वस्तु खरीदना चाहते हैं।
अब जाकर संतोष का साँस लिया।अब जाकर संतोष की साँस ली।
सब प्रकार की विद्याएँ सीखनी चाहिए।सब प्रकार की विद्याएँ सीखनी चाहिए।
कैदियों को कुत्ते की तरह घसीटा गया।कैदियों को कुत्तों की तरह घसीटा गया।
वह बात जन्मते ही मर गया।वह बालक जन्म लेते ही मर गया।
गेंदे के फूल आनंद की वस्तु होती है।गेंदा आनंद की वस्तु होता है।
नरेश और नवीना स्कूल गई।नरेश और नवीना स्कूल गए।
दही खट्टी हो गई।दही खट्टा हो गया।
आपकी टोपी, कोट और कुर्ता पड़ा है।आपकी टोपी, कोट और कुर्ते पड़े हैं।
परीक्षा प्रणाली को ऐसी बनाएँ कि...परीक्षा प्रणाली को ऐसा बनाएँ कि...
उसने हमारे नाक में दम कर दिया।उसने हमारी नाक में दम कर दिया।
हमारी केंद्र की सरकार।हमारे केंद्र की सरकार या हमारी केंद्रीय सरकार।
अपने बुद्धि के बल से।अपनी बुद्धि के बल से या अपने बुद्धि-बल से
वे नई ढंग की कविता लिखते हैं।वे नए ढंग की कविता लिखते हैं।
आज तो आपकी सहायतार्थ मैच खेला गया।आज तो आपके सहायतार्थ... या आज तो आपकी सहायता के लिए मैच खेला गया।
आपकी आज्ञानुसार मैं उपस्थित हूँ।आपके आज्ञानुसार...या आपकी आज्ञा के अनुसार...
सड़कों को चौड़ी ही बनानी चाहिए।सड़कों को चौड़ा ही बनाना चाहिए।
इस समय पाँच बजा है।इस समय पाँच बजे हैं।
भारत में सब संप्रदाय और जाति के लोग रहते हैं।भारत में सब संप्रदायों और जातियों के लोग रहते हैं।
लड़की लोगों में यह खास विशेषता है।लड़कियों में यह विशेषता है/यह खासियत है।
पेड़ों पर मोर बैठा है।पेड़ पर मोर बैठा है।
मुझे उसकी आँख का आँसू देखा नहीं जाता।मुझसे उसकी आँखों के आँसू देखे नहीं जाते।
उसका दस दिनों तक उपवास रहा।उसका दस दिन तक उपवास रहा।
आपकी एक-आध बात पर तो मुझे हैरानी हुई।आपकी बात पर तो मुझे हैरानी हुई।
इन हालातों में आप अपने सामानों की स्वयं देखभाल करें।इन हालात में आप अपने सामान की स्वयं देखभाल करें।
सब लोग अपनी राय लिखित में दे दें।सब लोग अपनी-अपनी राय लिखित में दे दें।
चारों वेदों का नाम जानते हो ?चारों वेदों के नाम जानते हो ?
उनके एक-एक शब्द बहुमूल्य थे।उनका एक-एक शब्द अमूल्य था।
शेर को देखते ही उसका तो जैसे प्राण ही निकल गया।शेर को देखते ही उसके तो जैसे प्राण ही निकल गए।
गौतम बुद्ध ने पालि भाषा में उपदेश दिए।गौतम बुद्ध ने पालि भाषा में उपदेश दिया।
मैं कुछ का कुछ बोल गया।मैंने कुछ का कुछ कह दिया/मैं कुछ का कुछ कह गया।
हम आपसे कहते थे कि...।हमने आपसे कहा था कि...।
उसके बारे में तो आप भी अवश्य सुने होंगे।उसके बारे में तो आपने भी अवश्य सुना होगा।
आपने मुस्करा दिया।आप मुस्करा दिए।
साहब ने बोला तो मैंने हँस दिया।साहब बोले तो मैं हँस दिया।
लड़कों ने लड़कियों के साथ नाचा।लड़के लड़कियों के साथ नाचे।
उसने तो झगड़ा करना ही था।उसको/उसे तो झगड़ा करना ही था।
हम अपना भाग्य कोस रहे हैं।हम अपने भाग्य को कोस रहे हैं।
सब हिंदू गीता मानते हैं।सब हिंदू गीता को मानते हैं।
आतंककारियों ने राइफलों को समर्पित कर दिया।आतंककारियों ने राइफ़लें समर्पित कर दीं।
आप अपनी कार को भी ले आना।आप अपनी कार भी ले आना।
हमने अपने देश को नहीं छोड़ा।हमने अपना देश नहीं छोड़ा।
अब मेरी बात को मानलो और चले जाओ।अब मेरी बात मान लो और चले जाओ।
मैं इस रहस्य को हर्गिज़ नहीं बताऊँगा।मैं यह रहस्य हर्गिज़ नहीं बताऊँगा।
तुम्हारे को कल कुछ हो जाए तो मैं कहीं का नहीं रहूँगा।तुम्हें कल कुछ हो जाए तो मैं कहीं का नहीं रहूँगा।
सभी को ईश्वर को पूजना चाहिए।सभी को ईश्वर की पूजा करनी चाहिए।
मुझे कहा गया इसलिए मैंने किया।मुझ से कहा गया इसलिए मैंने किया।
मोहन को पूछो, उसे मालूम होगा।मोहन से पूछो, उसे मालूम होगा।
इन मुहावरों को वाक्यों में प्रयोग करो।इन मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करो।
उसे पढ्ने की आदत नहीं है।उसको पढ़ने की आदत नहीं है।
उसको भाई को गाली लगी है।उसके भाई के गोली लगी है।
वह आपसे इस संबंध में कुछ नहीं बता सकता।वह आपको इस संबंध में कुछ नहीं बता सकता।
यात्रा करने वाले को यह बिस्तर उपयोगी है।यात्रा करनेवाले के लिए यह बिस्तर उपयोगी है।
उसने अपना सारा धन गरीबों को बाँट दिया।उसने अपना सारा धन गरीबों में बाँट दिया।
लड़के के हाथ से भेज देना।लड़के के हाथ भेज देना।
अच्छा हुआ आप इसी बहाने से आए तो सही।अच्छा हुआ आप इसी बहाने आए तो सही।
तुम जबरदस्ती से रुपये नहीं ले सकते।तुम ज़बरदस्ती रुपये नहीं ले सकते।
सबसे नमस्ते करी।सबको नमस्ते करो।
सात जुलाई से नया सत्र शुरू होगा।सात जुलाई को नया सत्र शुरू होगा।
आप किस से क्रुद्ध हैं ?आप किस पर क्रुद्ध हैं?
मेरा मकान ईंटों से बना है।मेरा मकान ईंटों का बना है।
मैंने यह खबर एक लड़के द्वारा सुनी है।मैंने यह खबर एक लड़के से सुनी है।
उसे रस्सी बाँधकर मारा।उसे रस्सी से बाँधकर मारा।
मैंने एक कविता अनुवाद की है।मैंने एक कविता का अनुवाद किया है।
मैंने इस बात की कड़ी आपत्ति उठाई।मैंने इस बात पर कड़ी आपत्ति उठाई।
इस काम के करने में आपको कष्ट नहीं होगायह काम करने में आपको कष्ट नहीं होगा।
कमरे में पानी के भर जाने से दीवार ढह गई।कमरे में पानी भर जाने से दीवार ढह गई।
निःस्वार्थ की भावना से काम करना चाहिए।निस्स्वार्थ भावना से काम करना चाहिए।
रवि ने अपने पड़ोसी का गला घोंटकर उसे मार डाला।रवि ने अपने पड़ोसी को गला घोंटकर मार डाला।
जिसका उधार लिया है, उसे चुकाना है।जिससे उधार लिया है, उसको चुकाना है।
दो भरी हुई बसों की टक्कर हो गई।दो भरी हुई बसों में टक्कर हो गई।
हमें परस्पर में सहयोग करना चाहिए।हमें परस्पर सहयोग करना चाहिए।
आइए, भीतर में बैठकर बातें करेंगे।आइए, भीतर बैठकर बातें करेंगे।
मैं मन ही मन में बहुत पछताया।मैं मन ही मन बहुत पछताया।
आज रात में बरसात होगी।आज रात बरसात होगी।
मैं पैसे हथेली में रखकर बैठा था।मैं पैसे हथेली पर रखे बैठा था।
वह क्रोध में भरकर काँपने लगा।वह क्रोध से भरकर काँपने लगा।
वह बाज़ार में सब्ज़ी लाने गया है।वह बाज़ार से सब्ज़ी लाने गया है।
मनुष्य की योग्यता उसके काम से प्रकट होती है।मनुष्य की योग्यता उसके काम में प्रकट होती है।
आजकल जनता के अंदर बहुत असंतोष है।आजकल जनता में बहुत असंतोष है।
कल विधानसभा के अंदर हंगामा होगा।कल विधान सभा में हंगामा होगा।
कुछ छात्र संसद में घुस गए।कुछ छात्र संसद भवन के अंदर घुस गए।
उसने सारा दोष अपने सर पर ले लिया।उसने सारा दोष अपने सर ले लिया।
यह तो केवल आप पर ही निर्भर करता है।यह तो केवल आप पर निर्भर है या यह तो आप पर ही निर्भर है।
आजकल शिक्षा पर बड़ा महत्त्व दिया जा रहा है।आजकल शिक्षा को बड़ा महत्त्व दिया जा रहा है।
आपको इस विषय पर अच्छा ज्ञान है।आपको इस विषय का अच्छा ज्ञान है।
ऐसा करने पर कोई हानि नहीं है।ऐसा करने में कोई हानि नहीं है।
आपने यहाँ पधारकर हम पर बड़ा उपकार किया।आपने यहाँ पधारकर हमारा बड़ा उपकार किया।
आप मेरे ऊपर मेहरबानी रखें।आप मुझ पर मेहरबानी रखें।
बजट के ऊपर बहस ज़रूरी है।बजट पर बहस जरूरी है।
मुझे धैर्य के साथ काम करना चाहिए था।मुझे धैर्य से काम लेना चाहिए था।
राम का विवाह सीता के संग हुआ।राम का विवाह सीता से हुआ।
अस्वस्थता के निमित्त मैं उपस्थित नही हो सका।अस्वस्थता के कारण मैं उपस्थित नहीं हो सका।
आपको सज़ा देने का अधिकार मेरे पास नहीं है।आपको सज़ा देने का अधिकार मुझे नहीं है।
वे अपने पड़ोसी को लेकर परेशान हैं।वे अपने पड़ोसी के कारण परेशान हैं।
उत्तर से लगाकर दक्षिण तक...।उत्तर से दक्षिण तक...
मुझे आपके विरुद्ध मुक़दमा चलाना पड़ेगा।मुझ आप पर मुक़द्दमा चलाना पड़ेगा।
मैं नम्रता के साथ कहना चाहता हूँ कि...।मैं नम्रता से कहना चाहता हूँ कि...।
तुम्हारे आगे कोई भी नहीं ठहर सकता।तुम्हारे सामने कोई भी नहीं ठहर सकता।
घर के आगे कूड़े-करकट फेंके हैं।घर के आगे कूड़ा-करकट फेंका है।
शादी में हज़ारों रुपये के दहेज दिए।शादी में हज़ारों रुपये का दहेज दिया।
मेरे वहाँ जाने के बिना काम नहीं बनेगा।मेरे वहाँ गए बिना काम नहीं बनेगा।
मुझे आवश्यकीय कार्य है।मुझे आवश्यक कार्य है।
सर्वत्र आधुनिकीकरण करना ठीक नहीं।आधुनिकीकरण सर्वत्र करना ठीक नहीं।
मैंने तरह-तरह के रेशम के कपड़े पसंद किए।मैंने रेशम के तरह-तरह के कपड़े पसंद किए।
किशन मारे-मारे फिरता है।किशन मारा-मारा फिरता है।
उसकी कुछ समझ में नहीं आया।उसकी समझ में कुछ नहीं आया।
सादरपूर्वकसादर/आदरपूर्वक
सकुशलतापूर्वकसकुशल/कुशलतापूर्वक
अगले दो दिनों में मंत्रियों से जो बात चल रही है, उसका निपटारा हो जाएगा।मंत्रियों से जो बात चल रही है उसका निपटारा अगले दो दिनों में हो जाएगा।
मुझे मेला में जाना है।मुझे मेले में जाना है।
मेरा प्राण संकटन में है।मेरे प्राण संकट में हैं।
मैंने अनेकों कहानियाँ पढ़ी हैं।मैंने अनेक कहानियाँ पढ़ी हैं।
बहुत से भारत के वैज्ञानिक विदेश गए हैं।भारत के बहुत से वैज्ञानिक विदेश गए हैं।
यह बात तमाम देश भर में फैल गई।यह बात तमाम देश में / देश भर में फैल गई।
देशभक्त बड़ी-बड़ी यातनाओं के सहते हैं।देशभक्त कठोर यातनाओं को सहते हैं।
हिंदी की ऐसी खिचड़ी बन जाएगी जो किसी की समझ में नहीं आएगी।हिंदी की ऐसी खिचड़ी बन जाएगी जो किसी के समझ नहीं आएगी।
दोनों की दशा एक-सी है।दोनों की दशाएँ एक-सी हैं, दोनों की एक सी दशा है।
किसी और दूसरे आदमी को वहाँ भेजो।किसी और आदमी को वहाँ भेजो, किसी दूसरे आदमी को वहाँ भेजो।
उसने अपनी सब कमज़ोरी पूरी कर ली।उसने अपनी सब कमज़ोरियाँ दूर कर लीं।
इस विषय में मेरे विचार मैं पहले प्रकट कर चुका हूँ।इस विषय में अपने विचार मैं पहले प्रकट कर चुका हूँ।
ताजमहल की सौंदर्य अनुपम है।ताजमहल का सौंदर्य (या की सुन्दरता) अनुपम है।
अपराधी को रस्सी बाँधकर ले गए।अपराधी को रस्सी से बाँधकर ले गए।
मैंने तेरे को कितना समझाया।मैंने तुझे कितना समझाया।
यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण लिखा गया है।यह ग्रंथ विद्वत्ता से लिखा गया है (या यह ग्रंथ विद्वत्तापूर्ण है।)
युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है।युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है।
उसकी आवाज़ कान में सुनाई पड़ी।उसकी आवाज़ सुनाई पड़ी।
अधिकांश लोगों का यही विचार है।अधिकतर (अधिसंख्यक) लोगों का यही विचार है।
मेरे मित्र ने यह पुस्तक आपको समर्पण की है।मेरे मित्र ने यह पुस्तक आपको समर्पित की है।
तुम्हारे भाई ने कल घर पर जो किया था वही तुम कर रहे हो।जो कल घर पर तुम्हारे भाई ने किया था वही तुम कर रहे हो।
सब लोग अपनी राय दें।सब लोग अपनी-अपनी राय दें।
निश्चय रूप से नहीं कहा जा सकता।निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता।
वे प्रातः काल के समय आए।वे प्रातः काल आए।
उसे भारी प्यास लगी है।उसे बहुत प्यास लगी है।
अपन ठीक रस्ते पर हैं।हम सही रास्ते पर हैं।
कृपया आप सब जाओ।कृपया आप सब जाएँ।
मेरे को पुस्तक चाहिए।मुझे पुस्तक चाहिए।
मैंने यह कब बोला ?मैंने यह कब कहा ?
जगत् में मानव सबसे सुंदरतम है।जगत् में मानव सबसे सुंदर है। (या जगत् में मानव सुंदरतम है।)
उसकी अँगुलियाँ तुम से लंबी हैं।उसकी अँगुलियाँ तुम्हारी अँगुलियों से लंबी हैं।
प्रत्येक घोड़े तेज़ गतिवाले नहीं होते।प्रत्येक घोड़ा तेज़ गतिवाला नहीं होता।
राजा नल की स्त्री का नाम दमयंती था।राजा नल की पत्नी का नाम दमयंती था।
राम थककर उसके घर में सो गया।राम थककर अपने घर में सो गया।
मैं अनुग्रहीत हूँ।मैं अनुगृहीत हूँ।
कृतज्ञता से बड़ा कोई पाप नहीं है।कृतघ्नता से बड़ा कोई पाप नहीं है।
यामा की रचियता को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला।यामा की रचयिता को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला।
उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा
प्रत्येक प्राणी को स्वयं आत्म-निर्भर होना चाहिए।प्रत्येक प्राणी को आत्म-निर्भर होना चाहिए।
एक पानी का गिलास लाओ।पानी का एक गिलास लाओ।
मैं कपड़े नहीं दिया हूँ।मैंने कपड़े नहीं दिए हैं।
मैं आपकी प्रतिरक्षा करता रहा।मैं आपकी रक्षा करता रहा।
कृष्ण पितांबर धारण करते थे।कृष्ण पीतांबर धारण करते थे।
उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा
लड़का ने पत्र लिखा।लड़के ने पत्र लिखा।
मेरे को दफ्तर जाना है।मुझे दफ्तर जाना है।
कई सचिवालय के कर्मचारियों की गिरफ़्तारी हुई।सचिवालय के कई कर्मचारियों की गिरफ़्तारी हुई।
तब वे स्कूल में एक शिक्षक हुआ करते थे।तब वे स्कूल में शिक्षक हुआ करते थे।
मैंने बाज़ार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदे।मैंने बाज़ार से दो किलो अमरूद और एक तरबूज खरीदा।
मेरा नाम श्री मोहन जी है।मेरा नाम मोहन है।
शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच निकला।शिकारी ने शेर पर गोली चलाई पर वह बच निकला।
वह पेड़ जो कोने पर लगा है, उसके फल मीठे हैं।उस पेड़ के फल मीठे हैं जो कोने पर लगा है। / जो पेड़ कोने पर लगा है उसके फल मीठे हैं।
तमाम देश भर में यह बात फैल गई।तमाम देश में /देश भर में यह बात फैल गई।
सामाजिक कुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञानता है।सामाजिक कुरीतियों का एकमात्र कारण अज्ञान है।
गाय का दूध गरम पीना चाहता हूँ।गाय का गरम दूध पीना चाहता हूँ।
मैं मेरे घर जा रहा हूँ।मैं अपने घर जा रहा हूँ।
एक बौद्ध भिक्षुक ने अशोक को उपदेश दिए।एक बौद्ध भिक्षुक ने अशोक को उपदेश दिया।
यह घटना जब मैं आठ वर्ष का बालक था, उस समय की है।यह घटना उस समय की है जब मैं आठ वर्ष का बालक था।
हमारे समाज के बीच अनेक कुरीतियाँ भी प्रचलित हैं।हमारे समाज में अनेक कुरीतियाँ अब भी प्रचलित हैं।
उन्होंने अपने जीवन में बहुत-सा उतार-चढ़ाव देखा था।उन्होंने अपने जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव देखा था।
शिकारी ने उस पर गोली चलाई पर शेर बच निकला।शिकारी ने शेर पर गोली चलाई पर वह बच निकला।
निम्न प्रश्नों के उत्तर दो।निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो/दीजिए.
मैंने उसे बुलाया और बोला।मैंने उसे बुलाया और कहा।
देवता को एक फूलों की माला अर्पित कर दो।देवता को फूलों की एक माला अर्पित कर दो।
कई कचहरी के वकील ऐसा कहते हैं।कचहरी के कई वकील ऐसा कहते हैं।
एक गाय, दो बकरी और तीन भेड़ें मैदान में चर रही हैं।एक गाय, दो बकरियाँ और तीन भेड़ें मैदान में चर रही हैं।
महादेवी वर्मा हिंदी की प्रसिद्ध कवि है।महादेवी वर्मा हिंदी की प्रसिद्ध कवयित्री हैं।
श्याम आज सी कोलकाता से वापस लौटा है।श्याम आज ही कोलकाता से लौटा है।
यहाँ शुद्ध गाय का दूध मिलता है।यहाँ गाय का शुद्ध दूध मिलता है।
मैं आप से सविनयपूर्वक निवेदन करता हूँ।मैं आपसे विनयपूर्वक/सविनय निवेदन करता हूँ।
रामचरितमानस के रचेता तुलसीदास हैं।रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास हैं।
उज्जवल चरित्र के लिए मानसिक दृढ़ता आवश्यक है।उज्ज्वल चरित्र के लिए मानसिक दृढ़ता आवश्यक है।
कृपया कल घर पधारने की कृपा करें।कृपया कल घर पधारें/कल घर पधारने की कृपा करें।
सच्चा मित्र जीवन में कोई एक ही विरल होता है।सच्चा मित्र जीवन में कोई एक ही/विरला होता है।
वृक्षों पर कोयल बोल रही है।वृक्ष पर कोयल बोल रही है।
कई सौ वर्ष तक भारत के गले में पराधीनता की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।कई सौ वर्षों तक भारत के पैरों में पराधीनता की बेड़ियाँ पड़ी रहीं।
विद्या-प्राप्ति विद्यार्थियों का लक्ष्य होना चाहिए।विद्यार्थियों का लक्ष्य विद्या-प्राप्ति होना चाहिए।
अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखना है।अभी तुम्हें बहुत-सी बातें सीखनी हैं।
एक गीतों का किताब ले आइएगा।गीतों की एक किताब ले आइएगा।
मेरे को एक फूलों की माला चाहिए।मुझे फूलों की एक माला चाहिए।
विंध्याचल पर्वत की सौंदर्यता प्रशंसनिय है।विंध्याचल का सौंदर्य प्रशंसनीय है।
अनेकों पुलिस कर्मियों को देखते ही प्रख्यात चोर दौड़ गया।अनेक पुलिसकर्मियों को देखते ही कुख्यात चोर भाग गया।
प्रेमचंद ऊँची श्रेणी के कहानीकार थे।प्रेमचंद उच्चकोटि के कहानीकार थे।
रविवार के दिन सभी कार्यालयों में अवकाश रहता है।रविवार को सभी कार्यालयों में अवकाश रहता है।
उन दोनों के बीच में अच्छी मित्रता है।उन दोनों में घनिष्ठ मित्रता है।
हिंदी विभाग के सभापति इस अधिवेशन के अध्यक्ष हैं।हिंदी विभाग के अध्यक्ष इस अधिवेशन के सभापति हैं।
उससे भिड़ना तलवार की नोक पर चलना है।उससे भिड़ना तलवार की धार पर चलना है।
किसी और दूसरे से परामर्श लीजिए।किसी अन्य से परामर्श लीजिए।
ये इस ज़िले के लब्ध प्रतिष्ठित व्यक्ति है।ये इस ज़िले के लब्ध प्रतिष्ठ व्यक्ति हैं।
आप मेरे ऊपर भरोसा कर सकते हैं।आप मुझ पर भरोसा कर सकते हैं।
वे अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करना चाहते हैं।वे अपने स्वाभिमान की रक्षा करना चाहते हैं।
वह सदैव ही सत्य बोलता है।वह सदैव सत्य बोलता है।
दिल्ली में अनेक दर्शनीय स्थल देखने योग्य हैं।दिल्ली में अनेक दर्शनीय स्थल हैं।
यह डिब्बा केवल मात्र महिलाओं के लिए आरक्षित है।यह डिब्बा केवल महिलाओं के लिए आरक्षित है।
आज की वर्तमान स्थिति में देश असमंजस में है।आज की स्थिति में देश असमंजस में है।
नौजवान युवकों को आगे आना चाहिए।नौजवानों को आगे आना चाहिए। / युवकों को आगे आना चाहिए
उसने मेरी बात ध्यान से सुनीं।उसने मेरी बात ध्यान से सुनी।
भ्रमर पुष्पों के परागों को चूसता है।भ्रमर पुष्प के पराग को चूसता है।
वह दंड देने के योग्य है।वह दंड का पात्र है।
मैं सारी रात भर जागता रहा।मैं सारी रात जागता रहा।
मेरा चश्मा तुमसे अच्छा है।मेरा चश्मा तुम्हारे चश्मे से अच्छा है।
बंदूक एक उपयोगी अस्त्र है।बंदूक एक उपयोगी शस्त्र है।
यह मेरा पुस्तक है।यह मेरी पुस्तक है।
इन्हें एक पुत्र है।इनके एक पुत्र है।
भारत में अनेकों जातियाँ हैं।भारत में अनेक जातियाँ हैं।
दरअसल में वह उससे प्रेम करता है।दरअसल वह उससे प्रेम करता है।
डाकू के पैरों में हथकड़ियाँ हैं।डाकू के हाथों में हथकड़ियाँ है।
आपका भवदीयभवदीय
कश्मीर में अनेक दर्शनीय स्थल देखने योग्य हैं।कश्मीर में अनेक दर्शनीय स्थल हैं।
लाओ एक पानी का गिलास।पानी का एक गिलास लाओ।
राम ने पेट भर मिठाई खाई।राम ने भरपेट मिठाई खाई।
मैं आपकी सौजन्यता पर मुग्ध हूँ।मैं आपके सौजन्य पर मुग्ध हूँ।
जल्दी मत करो, धैर्यता से काम लो।जल्दी मत करो, धैर्य से काम लो।
दूसरो का परोपकार करना अच्छा है।दूसरों पर उपकार करना अच्छा है।
मैं इतना मीठा चाय नहीं पी सकता।मैं इतनी मीठी चाय नहीं पी सकता।
उस पर घड़ों पानी पड़ गया।उस पर घड़ों पानी गिर गया।
उसे व्यर्थ सहायता देने से कोई लाभ नहीं है।उसे सहायता देने से कोई लाभ नहीं है।
इतने वेतन से केवल दालरोटी हो जाती है।इतने वेतन से केवल दालरोटी मिल जाती है।
हमे भोग-विलास पर धन नष्ट नहीं करना चाहिए।हमें भोग-विलास में धन नष्ट नहीं करना चाहिए।
मन मयूर चाहता है मर्कट की तरह उछलते रहना।मन मयूर मर्कट की तरह उछलना चाहता है।
कृपया उत्तर देने की कृपा करें।उत्तर देने की कृपा करें।
यह ऐसी पहेली है जिसे सुलझा सकना संभव नहीं हो सकता।यह ऐसी पहेली है जिसे सुलझाना संभव नहीं है।
वे लोग विविध विषय से परिचित थे।वे लोग विविध विषयों से परिचित थे।
दिल्ली में चार गिरफ़्तारी हुई।दिल्ली में चार गिरफ़्तारियाँ हुईं।
ऐसे हालातों में ख़्याल रखना।ऐसे हालात में ख़्याल रखना।
कृपया इस निमंत्रण को स्वीकार करने की कृपा करें।कृपया इस निमंत्रण को स्वीकार करें।
शीतकाल के समय दिन छोटे होते हैं।शीतकाल में दिन छोटे होते हैं।
हमें परस्पर में सहयोग करना चाहिएहमें परस्पर सहयोग करना चाहिए।
वह शुक्रवार के दिन लौटेगा।वह शुक्रवार को लौटेगा।
हमें संकट के अंदर घबराना नहीं चाहिए।हमें संकट में घबराना नहीं चाहिए।
वह सदैव ही विलम्ब से आता है।वह सदैव विलम्ब से आता है।
तेरे को कितनी बार मना किया है।तुझे कितनी बार मना किया है।
एक खाने की थाली लगाओ।खाने की एक थाली लगाओ।
कृपया मेरी प्रार्थना स्वीकारने की कृपा करें।कृपया मेरी प्रार्थना स्वीकार करें।
मेरे पूजनीय पिता जी आ रहे हैं।मेरे पूज्य पिता जी आ रहे हैं।
मेरे को यह रुचिकर नहीं।मुझे यह रुचिकर नहीं है।
यह व्यर्थ बात करने से कोई लाभ नहीं है।यह बात करने से कोई लाभ नहीं है।
संपूर्ण देश भर में निराशा छा गई।संपूर्ण देश में निराशा छा गई।
भाई ने भाई के साथ सलाह की।भाई ने भाई से सलाह की।