| शब्द युग्म | शब्दों का अर्थ |
|---|---|
| अंत - अंत्य | समाप्त - नीचे का, अंत का |
| अकुल - आकुल | कुल-रहित - व्याकुल |
| अर्घ - अर्घ्य | मूल्य, पूजा का जल - पूजनीय |
| अकर - आकर - आकार | न करने योम्य - खज़ाना, ख़ान - रूप |
| अग - अघ - अज्ञ | सूर्य, पहाड़, अगम्य - पाप - मूर्ख |
| अगम - आगम | जाना संभव नहीं - आगमन,पुराण |
| अकृति - आकृति | बुरा कार्य - बनावट |
| अमल - अम्ल | स्वच्छ - खटास |
| अकथ - अथक | जिसके बारे में कहा न जा सके - जो थके नहीं |
| अयश - अयस | बदनामी - लोहा |
| अवश - अवश्य | विवश - ज़रूर |
| अचिर - अजिर | शीघ्र, नवीन - आँगन |
| अचिर - अजिर - अजर | शीघ्र, नवीन - आँगन - देवता, जो बूढ़ा न हो |
| अंब - अंबु | माता - जल |
| अगला - अर्गला | आगे का - रोकने की कील |
| अब्ज - अब्द | कमल - वर्ष |
| अमूल - अमूल्य | बिना जड़वाला - अनमोल |
| अंगना - अँगना | स्त्री - आँगन |
| अरक - अर्क | सिवार/सत - सूर्य |
| अगद - अंगद | नीरोग - बालि का पुत्र |
| अतर - अंतर - अनंतर | इत्र - फ़र्क, भेद - बाद में |
| अतप - आतप | ठंडा - धूप |
| अचला - अचल - अंचल | पृथ्वी - पर्वत/स्थिर - आँचल |
| अज - अजा | ब्रहमा, दशरथ के पिता,अजन्मा, बकरा - बकरी |
| अगत - आगत | न गया हुआ - आया हुआ |
| अजन्म - आजन्म | जो जन्म न ले - जन्म से |
| अजय - अजया | न जीतने योग्य - भाँग, बकरी |
| अगर - आगर - आगार | धूपबत्ती - आकर, ढेर - स्थान |
| अक्ष - अक्षि - अक्षी | धुरी - आँख - आँखवाली |
| अनावर्त - अनावृत्त | न दोहराया हुआ - न ढका हुआ |
| अनाचार - अत्याचार | अयोग्य आचरण - अतिपूर्ण बुरा आचरण |
| अंजन - अजन | काजल - जन रहित, सुनसान |
| अवनि - अवन | पृथ्वी - रक्षा, प्रसन्नता |
| अपमान - उपमान | निरादर - जिससे तुलना हो |
| अनुसार - अनुस्वार | अनुकूल - अनुस्वार चिह्न |
| अपकार - उपकार | बुराई - भलाई |
| अपत्य - अपथ्य | संतान - न खाने योग्य |
| अद्य - आद्य | आज - पहला |
| अवमर्ष - अवमर्श | आलोचना, प्रत्यालोचना - स्पर्श, संपर्क |
| अपलक - अपलोक | टकटकी लगाकर - अपवाद , बदनामी |
| विज्ञ - अविज्ञ - अभिज्ञ - अनभिज्ञ | जानकार - मूर्ख - विशेषज्ञ - अनजान |
| अभय - अभया - उभय | निडर - देवी - दोनों |
| अनुभव - अभिनव - अभिनय | तजुर्बा - नया - नाटक आदि में भूमिका अदा करना |
| असि - अस्सी | तलवार - एक संख्या (80) |
| अव्यय - अवयव | अविकारी शब्द - अंग |
| अभिहित - अविहित | कहा हुआ - अनुचित |
| अमित - अमीत | बहुत - शत्रु |
| अंस - अंश | कंधा - भाग, हिस्सा |
| अवधूत - अधूत | साधु - निडर |
| आहर - आहार - अहेर | तालाब - भोजन - शिकार |
| अतल - अतुल | गहरा - जिसको तोला न जा सके। |
| आसक्त - अशक्त | अनुरक्त, आकृष्ट - शक्ति - हीन, निर्बल |
| अस्त्र - शस्त्र | हाथ से फेंकनेवाला हथियार - हाथ में रखकर काम में लिया जानेवाला हथियार |
| अश्व - अस्व - अश्म | घोड़ा - धनहीन - पत्थर |
| अहम - अहम् | महत्वपूर्ण - अहंकार |
| अस्ति - अस्थि | है (अस्तित्वमान) - हड्डी |
| हस्ति - हस्ती - हस्त | हाथी - अस्तित्व - हाथ |
| अभिसार - अभीसार | प्रेमी से छिपकर मिलना - आक्रमण |
| अमर्ष - अवमर्ष | क्रोध - आलोचना |
| असार - आसार | सार - रहित, निरर्थक - लक्षण, मुसलाधार वर्षा |
| अभेद - अभेद्य | अंतर नहीं - न टूटने योग्य |
| अपेक्षा - उपेक्षा | आवश्यकता - अवहेलना |
| अनिष्ट - अनिष्ठ | बुरा - निष्ठा - रहित |
| अनल - अनिल | आग - हवा |
| अष्टि - अष्टी | एक छंद विशेष - एक राग |
| अनु - अणु | एक उपसर्ग - सूक्ष्म कण |
| असाध - असाधु | कठिन - दुष्ट |
| अशोच - अशौच | बिना सोच के - अशुद्ध |
| अनित्य - अनृत | नश्वर - असत्य |
| अयुक्त - आयुक्त | अनुचित - एक प्रशासमिक पद |
| अयोग - आयोग | योग का अभाव - एक प्रशासनिक संगठन |
| अवर - अपर - अपार | नीचे का - अन्य - विस्तृत, असीम |
| अंबुज - अंबुद - अंबुधि | कमल - बादल - समुद्र |
| अरबी - अरवी | अरब की भाषा - एक कंद |
| अवशेष - अविशेष | बचा हुआ - साधारण |
| असित - अशित | काला - खाया हुआ |
| अवलंब - अविलंब | सहारा - तुरंत |
| अवदान - अवधान | प्रशंसित कार्य - ध्यान |
| अवरोध - अविरोध | रुकावट - बिना विरोध के |
| अवधि - अवधी - अविधि | समय सीमा - हिंदी की एक बोली - कानून विरुद्ध |
| अभिराम - अविराम | सुंदर - निरंतर |
| अभिनय - अविनय | नाटक कर्म - धृष्टता |
| अंधकारि - अंधकारी | महादेव - भैरव राग |
| अन्न - अन्य | अनाज - दूसरा |
| अपत्य - अपथ्य | संतान - न खाने योग्य |
| अनुराग - विराग | प्रेम - विरक्ति |
| अलोक - आलोक | लोक रहित - प्रकाश |
| अलि /आलि - अली /आली | भौरा - सखी |
| अर्थी - अरथी | इच्छावाला - शव ले जाने के लिए बनी शय्या |
| अपहार - उपहार | अपहरण - भेंट |
| अस्त्र - शस्त्र | फेंक कर चलाया जानेवाला हथियार - हाथ में रखकर चलाए जानेवाला हथियार |
| आदि - आदी | प्रारंभ - अभ्यस्त |
| आयत - आयात | एक चतुर्भुज - विदेश से माल आना |
| आर्द्रा - आर्द्र | एक नक्षत्र का नाम - गीला |
| आर्ति - आरति - आरती | पीड़ा - विराम - पूजा के लिए दीपक |
| आवरण - आभरण आमरण | पर्दा - आभूषण - मृत्यु तक |
| आर्षी - आरसी | वेद संबंधी - आईना |
| आधि - आधी | मानसिक पीड़ा - आधा का स्त्रीलिंग |
| आपात - आपद् | आकस्मिक - संकट |
| आपद् - आपाद | संकट - पैर तक |
| असन - आसन | भोजन - बैठने की जगह |
| आसन्न - आसान | निकट - सरल |
| अभ्यास - आभास | बार - बार करना - प्रतीत होना |
| आदिम - आदम | प्रारंभिक - प्रथम मानवीय रचना |
| आदेश - उपदेश | आज्ञा - शिक्षा |
| आभार - अभार | कृतज्ञता - भारहीन |
| अर्क - आर्क | सूर्य - सूर्य संबंधी |
| आयस - आयसु | लोहा - आज्ञा |
| आय - आयु | आमदनी - उम्र |
| आगम - निगम | वेद संबंधी शास्त्र - वेद आदि ग्रंथ |
| आरुण - आरुणि | अरुण से संबंधित - सूर्यपुत्र - यम |
| आहुत - आहूत - आहुति | हवि रूप में अर्पित - बुलाया गया - हवन में सामग्रि डालना |
| उपहार - आहार | भेंट - भोजन |
| इंदु - इंदुर | चंद्रमा - चूहा |
| इति - ईति | समाप्ति - बाधा |
| इंदिरा - इंद्रा - इंद्र | लक्ष्मी - इंद्राणी - सुरपति |
| उद्यत - उद्धत | तैयार - अक्खड़ |
| उदार - उद्धार - उधार | दानशील - तारना - ऋण |
| उपयुक्त - उपर्युक्त | ठीक - ऊपर कहा हुआ |
| उर - ऊरु | हृदय - जाँघ |
| उपयोग - उपभोग | व्यवहार में लेना - भोगना |
| उदक - उदक् | जल - उत्तर दिशा का |
| उद्योग - उद्द्योत | कारखाना - प्रकाश |
| उपल - उत्पल | पत्थर - कमल |
| उबारना - उभारना | उद्धार करना - ऊँचा उठाना |
| उदाहरण - उद्धरण | दृष्टांत - उतारना |
| उत्पात - उत्पाद | उपद्रव - उत्पन्न वस्तु |
| ऋत - ॠतु | सत्य - वर्षा |
| ओर - और | तरफ़ - तथा |
| ओटना - औटना | बिनौले अलग करना - खौलना |
| कुल - कूल | वंश - किनारा |
| कृत - कृत्य - क्रित | किया हुआ - कार्य - खरीदा हुआ |
| कृति - कृती | रचना - चतुर |
| कटक - कंटक | सेना - काँटा |
| कलि - कली | कलियुग - कलिका |
| कामुक - कार्मुक | कामी व्यक्ति - धनुष |
| कल्पना - कलपना | कृत्रिम विचार - दुखी रहना |
| कक्षा - कुक्षि | श्रेणी - कोख |
| कान - कानि | कर्ण - मर्यादा |
| कादंबरी - कादंबिनी | शराब - घटा |
| कोर - कौर | किनारा - ग्रास |
| क्रम - कर्म | सिलसिला - काम |
| कपिश - कपीश | भूरा - हनुमान |
| कृपण - कृपाण | कंजूस - तलवार |
| केत - केतु - केतू | घर - एक राशि - एक ग्रह का नाम |
| कटौती - कठौती | कुछ अंश कम करना - काठ का कटोरा |
| करण - कर्ण | साधन - कान |
| कृमि - कर्मी | कीड़ा - कर्मचारी |
| कटीली - कँटीली | सुंदर - काँटों से युक्त |
| कुंजर - कंजर | हाथी - एक जाति विशेष |
| कीट - कटि | कीड़ा - कमर |
| कृशानु - किसान | आग - कृषक |
| कलश - कुलिश | घड़ा - हीरा |
| कुजन - कूजन | दुष्ट - पक्षियों की चहचहाहट |
| कुच - कूच | स्तन - प्रस्थान |
| कच - कूच | बाल - प्रस्थान |
| क़िला - कीला | दुर्ग - धातु की बनी कील |
| कर - करी - कीर | हाथ - हाथी - तोता |
| कुंतल - कुंडल | केश - कर्ण - आभूषण |
| काश - कास | घास विशेष - खाँसी |
| कृत - क्रीत | किया हुआ - खरीदा हुआ |
| कंत - कांत | पति - सुंदर |
| क्रांत - क्लांत | कुचला हुआ - थका हुआ |
| कांता - कांतार | सुंदर स्त्री - जंगल |
| कथा - कंथा | कहानी - गुदड़ी |
| क्रोड़ - करोड़ | गोद - सौ लाख |
| कटिबद्ध - कटिबंध | तैयार - कमर का एक आभूषण |
| कंज - कुंज | कमल - पेड़ों का समूह, लता - मंडप |
| कंगाल - कंकाल | निर्धन - अस्थि - पंजर |
| कांति - क्रांति - क्लांति | चमक - शीघ्र परिवर्तन - थकावट |
| कुलाल - कलाल | कुम्हार - शराब विक्रेता |
| काष्ठ - काष्ठा | लकड़ी - दिशा |
| कोड़ी - कौड़ी | बीस - घोंघा आदि का घर |
| कृतज्ञ - कृतघ्न | उपकार माननेवाला - उपकार को न माननेवाला |
| कदन - क्रंदन - कदन्न | युद्ध - चीख - मोटा अनाज |
| कर्कट - करकट | केकड़ा (जंतु) - गंदगी |
| कोसल - कौशल | अवध - निपुणता |
| कोष - कोस - कोश | ख़ज़ाना - दो मील - शब्दों का संग्रह |
| क्षति - क्षिति | हानि - पृथ्वी |
| क्षमा - क्ष्मा | माफ़ी - पृथ्वी |
| क्षत्र - क्षात्र | क्षत्रिय - क्षत्रिय संबंधी |
| खर - खार | गधा - राख |
| खरा - खर्रा - खुर | विशुद्ध - लंबा चिट्ठा - पशु के पैर |
| खारी - खाड़ी | नमकीन - उपसागर |
| खासी - खाँसी | अच्छी - रोग विशेष |
| खाद - खाद्य | उर्वरक - खाने योग्य वस्तु |
| खल - खलु | दुष्ट - निश्चित रूप सें |
| खोआ - खोया | दूध से बना पदार्थ - - खोया हुआ |
| खोलना - खौलना | बंधन से मुक्त करना - उबलना |
| ग्रह - गृह | नक्षत्र - घर |
| गर्व - गर्भ | घमंड - उदरस्थ शिशु |
| गर्म - घर्म | तप्त - धूप |
| गट्टा - गट्ठा | कलाई - गट्ठर |
| गत - गति | गया हुआ - चाल |
| गण - गण्य | समूह - गणना करने योग्य |
| गदा - गधा | डंडेदार अस्त्र - गर्दभ पशु |
| गड़ना - गढ़ना | चुभना - बनाना |
| गूँथना - ग्रंथ | पिरोना - पुस्तक |
| ग्रंथि - ग्रंथी | गाँठ - गुरु ग्रंथसाहब का पाठ करने वाला |
| गिरा - गिरि - गरी | सरस्वती - पर्वत - गूदा |
| गेय - ज्ञेय | गाने योग्य - जानने योग्य |
| गुर - गुरु | क़ायदा, तरीक़ा - शिक्षक |
| गात - घात | शरीर - हमला करना |
| घन - घना | बादल - गाढ़ा |
| घोष - घोस | गर्जन - बस्ती |
| घोर - घोल | बहुत बुरा - घुला मिश्रण |
| चपत - चंपत | थप्पड़ - ग़ायब |
| चपल - चपला | चंचल - बिजली |
| चरि - चरी | जानवर - चारा |
| चार - चारु | चार की संख्या - सुंदर |
| चक्रवात - चक्रवाक | चक्करदार हवा - चकवा |
| चर्म - चरम | खाल - अंतिम |
| चित् - चित | ज्ञान - पीठ के बल |
| चित्त - चिता | मन - मुर्दा जलाने के लिए चुनी हुई लकड़ियाँ |
| चिंता - चीता | फ़िक्र - एक जंगली पशु |
| चालक - चालाक | चलानेवाला - चतुर |
| चूड़ा - चूरा | चुटिया - चूर्ण |
| चिर - चीर | हमेशा - वस्त्र |
| चतुष्पथ - चतुष्पद | चौराहा - चार पैरोंवाला |
| छगड़ी - छकड़ी | बकरी - बैलगाड़ी |
| छत्र - छात्र - क्षात्र | छतरी - विद्यार्थी - क्षत्रिय संबंधि |
| छीन - क्षीण | ज़बरदस्ती ले लेना - कमज़ोर |
| छाग - छाक | बकरा - नशा |
| छाछ - छत | मट्ठा - मकान को छानेवाली |
| जल - जाल | पानी - बंधन |
| जगत - जगत् | कुएँ का चबूतरा - संसार |
| जलज - जलद | कमल - बादल |
| जघन - जघन्य | जंघा - बहुत बुरा |
| जर - ज़र | जरा - दौलत |
| जरा - ज़रा | वृद्धाव्स्था - थोड़ा |
| जठर - जरठ | पेट - बूढ़ा |
| जामन - जामुन - ज़ामिन | दूध जमाने की खटाई - फल विशेष - ज़मानती |
| जुआ - जूवा | द्यूत खेल - युवा |
| जोंक - झोंक | पानी का एक कीड़ा - इकतरफा झुकाव, सनक |
| जूठा - झूठा | खाकर छोड़ा हुआ - झूठ बोलनेवाला |
| डामर - डाबर | तारकोल - गड्ढा |
| डाट - डाँट | टेक - फटकार |
| डीठ/दीठ - ढीठ | नज़र - बेशर्म |
| ढलाई - ढिलाई | ढालने की क्रिया - शिथिलता |
| तम - तमा | अंधकार - रात्रि |
| तरणि - तरणी - तरुणी | सूर्य - नाव - युवती |
| तर्क - तक्र | बहस - छाछ |
| तरंग - तुरंग | लहर - घोड़ा |
| तप - ताप | तपस्या - गर्मी |
| तृण - त्राण | तिनका - मुक्ति |
| तलाक़ - तड़ाक - तड़ाग | विवाह - विच्छेद - शीघ्र - तालाब |
| तन - तनु - तनू | शरीर - पतला - पुत्र |
| तरि - तरी | नाव - ठंडक |
| तुंद - तुंड | पेट - चोंच |
| तप्त - तृप्त | गर्म - संतुष्ट |
| तर - तरु | गीला - पेड़ |
| थका - थक्का | शिथिल - लोंदा |
| थन - थनी | पशु के स्तन - बकरी के गले के स्तन |
| द्रव - द्रव्य | तरल पदार्थ - धन |
| दास - दस्यु | नौकर - डाकू |
| दशा - दिशा | हालत - ओर |
| दिन - दीन | दिवस - ग़रीब |
| दान - अनुदान | धर्म/दया के भाव से देना - आर्थिक सहायता (ग्रांट) |
| दस - दंश | दस की संख्या - चुभन |
| दशन - दसन | दाँत - नाश |
| दूत - द्यूत | संदेशवाहक - जुआ |
| दह - दाह - देह | गंभीर / बड़ा तालाब - जल जाना - शरीर |
| दामन - दमन | साड़ी का छोर - दबाना |
| द्विप - द्वीप | हाथी - टापू |
| द्विपी - दीप | हाथी - दीपक |
| द्वार - दारा | दरवाज़ा - स्त्री |
| देव - दैव | देवता - भाग्य |
| देहात - देहांत | गाँव - मरण |
| दाख - धाक | एक सूखा फल - दबदबा |
| दमन - दामन | दबाना - आँचल |
| दर्भा - दूर्वा | कुशा घास - दूब |
| दाम - धाम | मूल्य - घर/स्थान |
| दावा - धावा | वाद - हमला |
| धावा - द्यावा | हमला - आकाश |
| धेय - देय | धारण करने योग्य - देने योग्य |
| धेय - ध्येय | धारण करने योग्य - उद्देश्य |
| दाय - धाय | देन - बच्चे को पालनेवाली स्त्री |
| धनी - धणी | धनवान - पति |
| धरा - धारा | पृथ्वी - प्रवाह |
| धन - धान - धान्य | संपत्ति - चावल - अनाज |
| धनु - धेनु | धनुष - गाय |
| नंदी - नांदी | शिव का वाहन - मंगलाचारण |
| नद - नत | नदी - झुका हुआ, विनम्र |
| नशा - निशा | मदहोशी - रात |
| नहर - नाहर | जलवाहिनी - सिंह |
| नगर - नागर | शहर - शहरवासी |
| नियत - नीयत - नियति | निश्चित - मन की इच्छा - भाग्य |
| नीरज - नीरद | कमल - बादल |
| नाई - नाईं | हजामत बनानेवाला - तरह, समान |
| नक़ल - नकुल | अनुकरण - नेवला |
| निशाचर - निशाकर | राक्षस - चंद्रमा |
| निर्वाद - निर्वात | निंदा - बिना हवा के |
| निर्माण - निर्वाण | रचना - मोक्ष |
| निगम - निर्गम | वेद/संगठन - निकास |
| निशामुख - निशामृग | गोधूलि वेला - गीदड़ |
| नौल - नौला | नया - नेवला |
| नीड़ - नीर | घोंसला - पानी |
| निधन - निर्धन | मृत्यु - ग़रीब |
| नम - नम: | गीला - नमस्कार |
| नाक - नाग | नासिका - साँप |
| निदेश - निर्देशक | निर्देश, आज्ञा - निर्देश देनेवाला |
| निर्जन - निर्जर - निर्झर | एकांत - देवता, जो कभी बूढ़ा न हो - झरना |
| निवृत्ति - निर्वृत्ति | अवकाश - सिद्धि |
| नियुत - नियुक्त | दस लाख - सेवा में लगाया हुआ |
| नेक - नेग | भला, थोड़ा - दस्तूर |
| निहत - निहित | मारा हुआ - रखा हुआ |
| नक्र - नरक | मगर - पापियों का स्थान |
| नख - नग - नाग | नाखून - नगीना - सर्प |
| नद - नाद | बड़ी नदी - आवाज़ |
| नर्म - नम्र | कोमल - विनीत |
| निश्छल - निश्चल | बिना कपट के - जो चल न सके |
| निंदा - निद्रा | बुराई - नींद |
| पंक - पंगु | कीचड़ - लंगड़ा |
| पतन - पत्तन | गिरावट - नगर |
| पथ - पथ्य | रास्ता - रोगी के लिए खाने योग्य भोजन |
| पावस - पायस | वर्षा - खीर |
| पद - पद्य | ओहदा, पाँव - छंदबद्ध रचना |
| पर - परा | अन्य, दूसरा - ब्रह्मविद्या |
| परीक्षा - परिक्षा | जाँच - कीचड़ |
| पता - पत्ता | ठिकाना - पत्र |
| पट - पट्ट | वस्त्र - तख़्ती, पीठ |
| पटु - पट्टू | कुशल - ऊनी वस्त्र |
| परम - परमा | बड़ा - सुंदरता |
| पवन - पावन - प्लावन | हवा - पवित्र - प्रलयकारी बाढ़ |
| पातक - पत - पति | पापी - प्रतिष्ठा - स्वामी |
| परिमाण - परिणाम | मात्रा - नतीजा |
| परिधान - प्रधान | वस्त्र - मुखिया |
| परुष - पुरुष | कठोर - आदमी |
| पहाड़ - फाड़ | पर्वत - चीर |
| परिचालक - प्रचारक | बस कंडक्टर - प्रचार करनेवाला |
| परिचालक - परिचारक | बस कंडक्टर - सेवक |
| परमिति - परिमित | परम सीमा - सीमित |
| पदत्राण - परित्राण | जूता - रक्षण |
| परिक्षत - परीक्षित | नष्ट - भ्रष्ट - जाँचा हुआ |
| पास - पाश | नज़दीक - बंधन |
| पार्श्व - पाश | पास - बंधन |
| पेय - प्रेय | पीने योग्य - प्रिय |
| पिक - पीक | कोयल - थूक |
| परिताप - प्रताप | दु:ख - पराक्रम |
| पयोज - पयोद | कमल - बादल |
| पाणि - पानी | हाथ - जल |
| पर्यंक - पर्यंत | पलंग - तक |
| पायस - पायसा | खीर - पड़ोस |
| परिजन - पर्जन्य | परिवार के लोग - बादल |
| पका - पक्का | सीझा हुआ - मजबूत |
| परजन - पर्जन्य | शत्रु - बादल |
| पशु - पांशु | जानवर - रेत |
| परिच्छद - परिच्छेद | वस्त्र - विभाग |
| प्रसाद - प्रासाद | कृपा - महल |
| प्रेषित - प्रेक्षित | भेजा गया - देखा हुआ |
| प्रोषित - प्रेषित | प्रवास करनेवाला - भेजा गया |
| पृथा - प्रथा | कुंती - रीति |
| पर्ण - प्रण | पत्ता - प्रतिज्ञा |
| पण - प्रण | मूल्य - प्रतिज्ञा |
| प्राणी - पानी | जीव - जल |
| पुष्कल - पुष्कर | बहुत - सरोवर |
| प्रवाल - प्रवार/प्रावार | मूँगा - ओढ़नी |
| प्रणाम - प्रमाण | नमस्कार - सबूत |
| प्रस्तर - प्रस्तार | पत्थर - प्रसार |
| प्रवाह - परवाह | बहना - चिंता |
| परिणय - प्रणय | विवाह - प्रेम |
| प्रणय - प्रणत | प्रेम - झुका हुआ |
| प्रणीत - परिणीत | रचित - विवाहित |
| प्रतिशोध - प्रतिषेध | बदला - मनाही |
| प्रत्युपकार - प्रत्यपकर | उपकार के बदले उपकार - अपकार के बदले अपकार |
| परिवर्तन - प्रवर्तन | बदलाव - आगे लाना |
| प्रदीप - प्रतीप | दीपक - उलटा |
| प्रकार - प्राकार | ढंग - परकोटा |
| प्रकर - प्रकार | समुह - ढ़ग |
| प्रहर - प्रहार | पहर - हमला |
| प्रहार - परिहार | हमला - त्याग |
| प्रांजल - प्रांजलि | सरल - जो हाथ जोड़े हो |
| फ़न - फण | गुण - साँप का फैला हुआ मुँह |
| बुरा - बूरा | खराब - एक प्रकार की शक्कर |
| बात - वात | बातचीत - हवा |
| बद - बंद | बुरा - जो खुला न हो |
| बाँट - बाट | बाँटना - तौलने का वज़न |
| बली - बलि | बलवान - भेंट |
| बहन - वहन | भगिनी - भार ढोना |
| वारीश - वारिस | समुद्र - उत्तराधिकारी |
| बारिश - वारिस | वर्षा - उत्तराधिकारी |
| बास - वास | दुर्गंध - रहने का स्थान |
| बिना - वीणा | रहित - एक वाद्य यंत्र |
| बीच - बीज | मध्य - उत्पन्न करने के लिए दाना |
| बाध्य - बंध्या | लाचार - बाँझ |
| बाध्य - वध्य | लाचार - मारने योग्य |
| बाड़ - बाढ़ | खेत के चारों ओर रुकावट - तेज़ी से जल - प्रवाह |
| बदन - वदन | शरीर - मुँह |
| बान - बाण | आदत - तीर |
| बंदी - वंदी | कैैदी - वंदना करनेवाला |
| बाज़ी - वाजी | दाव - घोड़ा |
| ब्याज - व्याज | सूद - बहाना |
| भव - भाव | संसार - मूल्य |
| भवन - भुवन | मकान - संसार |
| भारती - भारतीय | सरस्वती - भारतवासी |
| भट - भाट | योद्धा - बंदी( एक जाति ) |
| भान - भाण | ज्ञान - एक प्रकार का नाटक |
| भीति - भित्ति | डर - दीवार |
| भिड़ - भीड़ | ततैया - झुंड |
| मद - मद्य | अहंकार - शराब |
| मेघ - मेध | बादल - हवन |
| मेध - मेद | हवन - चर्बी |
| मूल - मूल्य | जड़ - क़ीमत |
| मत - मत्त | सलाह - मतवाला |
| मत्त - मति | मतवाला - बुद्धि |
| मास - माष | महीना - उड़द |
| मौर - मोर | मुकुट - पक्षी विशेष |
| मंदर - मंदिर | पर्वत - देवालय |
| मेल - मैल | एकता - गंदगी |
| मल्ल - मल | योद्धा - गंदगी |
| मणि - मणी | एक रत्न - सर्प |
| मनुज - मनोज | मनुष्य - कामदेव |
| मरीचि - मरीची | किरण - सूर्य |
| मानक - मानिक | मानदंडानुसार - एक रत्न |
| मानक - माणक | मानदंडानुसार - एक रत्न |
| योग - योग्य | संयोग - लायक़ |
| यक्ष - यज्ञ | एक जाति विशेष - हवन |
| युगल - युग्म | जोड़ा - जुड़वाँ |
| योगेश्वर - योगीश्वर | योग में सिद्ध (शिव) - योगियों में शिरोमणि ( कृष्ण ) |
| रंक - रंग | दरिद्र - वर्ण |
| रक्त - रिक्त | खून - ख़ाली |
| रंचक - रंजक | थोड़ा - मेंहदी |
| रंभा - रंभाना | एक अप्सरा - गाय का स्वर |
| रक्षित - रक्षिता | रक्षा किया हुआ - एक अप्सरा का नाम |
| रति - रत्ती | कामदेव की स्त्री - तौल की एक मात्रा |
| रीछ - रीझ | भालू - आसक्त |
| राही - रोही | राहगीर - चढ़नेवाला |
| रीस - रिस | ईर्ष्या - क्रोध |
| लग्न - लगन | मुहूर्त - उत्साह |
| लक्ष - लाक्षा | लाख (संख्या) - लाख (चूड़ी हेतु पदार्थ) |
| लक्ष्य - लक्ष | उद्देश्य - लाख (संख्या) |
| लता - लत्ता | बेल - कपड़ा |
| लगान - लगाम | भूमि कर - घोड़े को नियंत्रित करने वाली रस्सी |
| लोभ - लोम | लालच - बाल |
| लौटना - लेटना | वापस होना - करवट लेना |
| लिपट - लपट | चिपक - ज्वाला |
| लपट - लंपट | ज्वाला - कामीपुरुष |
| वन - वन्य | जंगल - जंगल की वस्तुएँ |
| व्याध - व्याधि | शिकारी - रोग |
| विजन - व्यंजन | एकांत - क्, ख् आदि ध्वनियाँ |
| व्यजन - व्यंजन | पंखा - क्, ख् आदि ध्वनियाँ |
| विपन्न - विस्मृत | निर्धन - भूला हुआ |
| विस्मित - विस्मृत | चकित - भूला हुआ |
| व्रण - वर्ण | घाव - रंग |
| विश्वंभर - विश्वंभरा | परमेश्वर - पृथ्वी |
| विद्या - विधा | शिक्षा - ढंग |
| विरुद - विरुद्ध | यश - ख़िलाफ़ |
| वृत्त - व्रत | गोला - उपवास |
| वृंद - वृंत | समूह - डंठल |
| वित्त - वृत्त | रुपया - पैसा - गोला |
| व्यंग - व्यंग्य | विकलांग - छींटाकसी |
| व्यसन - वसन | बुरी लत - वस्त्र |
| विधान - व्यवधान | व्यवस्था - रुकावट |
| विख्यात - विज्ञात | प्रसिद्ध - विशेष रूप से जानना |
| विपणी - विपण | दुकानदार - बाज़ार |
| विवरण - विवर्ण | ब्यौरा - बदरंग |
| विपणि - विपणी | दुकान - दुकानदार |
| विपन्न - विपिन | ग़रीब - जंगल |
| वमन - वामन | उल्टी - बौना |
| वरण - वारण | चुनाव - न्योछावर करना |
| विच्छेद - परिच्छेद | टूटकर अलग होना - अलग किया हुआ |
| वहन - वाहन | धारण करना - सवारी |
| वास्तु - वस्तुत: | मकान - असल में |
| वाद - वाद्य | मत - बाजा |
| वस्तु - वास्तु | चीज़ - मकान |
| व्याकरण - वैयाकरण | शब्दशास्त्र - व्याकरण का ज्ञाता |
| विजय - विजया | जीत - देवी/भाग |
| व्यष्टि - व्यष्टका | व्यक्ति - कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा |
| व्याधि - आधि | शारीरिक रोग - मानसिक पीड़ा |
| शकल (अरबी) - सकल | शक्ल - समस्त |
| शोक - शौक | अफ़सोस - रुचि |
| शकल (संस्कृत) - सकल | चमड़ा - समस्त |
| शंकर - संकर | शिव - मिश्रण |
| शंकु - शंक | कोई नुकीली वस्तु, भाला - आशंका |
| शंबु - शंभु | घोंघा - शिव |
| शकटार - शकटारि | महानंद का प्रधानमंत्री - श्रीकृष्ण |
| शकट - शकटार | बैलगाड़ी - महानंद का प्रधानमंत्री |
| शक्ति - शक्तु | बल - भुने हुए अन्न का आटा |
| शप्त - सप्त | शाप पाया हुआ - सात |
| शचि, शची - शुचि | इंद्र की पत्नी - पवित्र |
| सूची - सूचि | नामावली लिस्ट - सूई |
| शलभ - सुलभ | पतंगा - आसानी से प्राप्त |
| शशिधर - शशधर | शिव - चंद्रमा |
| शमीर - समीर | शमी वृक्ष - हवा |
| श्रोत - श्रमण | कान - बौद्ध |
| श्रवण - श्रमण | सुनना - बौद्ध |
| शव - सब - शब | लाश - संपूर्ण - रात्रि |
| शूर - सूर | शूरवीर - सूर्य |
| शील - सिल | मर्यादा - पत्थर |
| शुक्ल - श्वेत | सफ़ेद - सफ़ेद |
| श्वेत - स्वेद | सफ़ेद - पसीना |
| शाला - साला | घर - पत्नी का भाई |
| शर - सर | बाण - तालाब |
| शिष्ट - शिष्य | सदाचारी - छात्र |
| शिरा - सिरा | नाड़ी - छोर |
| शिव - शर्व | शंकर - विष्णु |
| शर्व - सर्व | विष्णु - सब |
| शिवि - शिविर | एक राजा - छावनी |
| शिखर - शेखर | चोटी - सिर |
| शेखर - शिशिर | सिर - जाड़ा |
| शम - सम | शांति - बराबर |
| शांति - श्रांति | स्थिरता - थकावट |
| शिति - सित | श्याम - सफ़ेद |
| शील - सिल | चरित्र - पत्थर |
| शूर - सूर | वीर - सूर्य |
| श्व - स्व | आनेवाला कल - अपना |
| षष्टि - षष्ठी | 60 वर्ष - छठी |
| संदिग्ध - संदग्ध | संदेहपूर्ण - जला हुआ |
| स्वजन - श्वजन | बंधु - कुत्ता |
| संप्रति - संप्राप्ति | अब - प्राप्त होना |
| सदेह - संदेह | देहसहित - शंका |
| सिता - सीता | शक्कर - राम की पत्नी |
| सुखी - सूखी | सुखवाला - शुष्क |
| सुत - सूत | पुत्र - धागा |
| समान - सम्मान - सामान | बराबर - आदर - सामग्री |
| सौगंध - सुगंध | शपथ - अच्छी गंध |
| सज़ा - सज्जा | दंड - सजावट |
| सबल - शबल | शक्तिशाली - रंग - बिरंगा |
| सिवा - शिवा | अतिरिक्त - पार्वती |
| समिति - सम्मति | सभा - राय |
| सत्त्व - स्वत्व | सार - अधिकार |
| सत - सत्त | सत्य - सार |
| सप्त - सुप्त | सात - सोया हुआ |
| संग - संघ | संगति - संगठन |
| सम्मत - संवत् | एक ही राय का - वर्ष |
| सुधी - सुधि - सुध | बुद्धिमान - याद - होश |
| सर्ग - स्वर्ग | सृष्टि - देवलोक |
| सुन - सुन्न | सुनना - सूना |
| सवर्ण - सुवर्ण | ऊँची जाति का - सोना |
| सम - शम | बराबर - शांति |
| साम - शाम | एक वेद - संध्या |
| सर्वदा - सर्वथा | हमेशा - सब तरह से |
| सागर - साग़र | समुद्र - शराब का प्याला |
| सुधार - सिधार | संस्कार - प्रस्थान |
| सुरभि - सुरभी | गंध - गाय |
| सीसा - शीशा | एक धातु - दर्पण |
| सोम - सौम्य | चंद्रमा - सरल |
| स्तन - स्तन्य | उरोज - दूध |
| स्रोत - श्रोत/श्रोत्र - स्तोत्र | उद्गम - कान - स्तुति |
| हरण - हरिण | चोरी - मृग |
| हरिण - हरिण्य | मृग - सोना |
| ह्रद् - हृद् | तालाब - हृदय |
| हास - ह्रास | हँसी - हानि |
| हाल - हाला | दशा - शराब |
| हरि - हरी | विष्णु - हरे रंग की |
| हरी - हर | हरे रंग की - शिव |
| हंस - हँस | एक पक्षी - हँसना |
| हय - हेय | घोड़ा - निम्न |
| हितु - हेतु | लाभ पहुँचानेवाला - कारण |
| हेतु - हत | कारण - मरा हुआ |
| हेम - होम | सोना - हवन |