कक्षा 10 विज्ञान – पाठ 3 धातु और अधातु (RCSCE Question Bank Solution 2024)

यहां पर आप राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर द्वारा जारी किए गए एवं शाला दर्पण की सहायता से बनाए गए क्वेश्चन बैंक कक्षा 10 विज्ञान के पाठ 3 धातु और आधातु मैं से पूछे जाने वाले सभी ऑब्जेक्टिव प्रश्न और लघु उत्तरात्मक प्रश्नों का जवाब देख सकते हैं, RBSE 10th science 2024 एवं राजस्थान बोर्ड कक्षा 10 की विज्ञान की परीक्षाओं के लिए यह सभी प्रश्न और उनके जवाब आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे, RCSCE Question Bank Solution 2024 Class 10th Science को यहां पर एक-एक करके डाला जा रहा है

RCSCE Question Bank Solution Class 10th Science PDF क्या है – यह शाला दर्पण द्वारा कक्षा 10 के विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया प्रश्न बैंक है जिसमें यह बताया गया है कि अब हमें पासबुक लेने की आवश्यकता नहीं है, एवं हम बिना पासबुक के भी महत्वपूर्ण प्रश्नों को दौरान करके कक्षा 10 विज्ञान की परीक्षा में अच्छा अंक प्राप्त कर सकते हैं.

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इन प्रश्नों को यहां पर देखने के साथ-साथ आप इन्हें यूट्यूब पर भी देख सकते हैं जिसका पूरा वीडियो आपको नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करने के बाद मिल जाएगा, इस यूट्यूब चैनल पर आपको राजस्थान बोर्ड की प्रत्येक कक्षाओं से जुड़े वीडियो मिल जाएंगे इसीलिए आप इसे जरूर सब्सक्राइब करें समय

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नीचे दिए गए पैराग्राफ में आपको कक्षा 10 विज्ञान पाठ 3 धातु और आधातु के लिए सभी पूछे जाने वाले ऑब्जेक्टिव प्रश्न, छोटे उत्तर वाले प्रश्न, चार लाइन वाले प्रश्न, एवं अन्य सभी प्रश्न जो आरसीएससीई क्वेश्चन बैंक में पूछे गए हैं, के जवाब आपको दिए जा रहे हैं

Objective Questions

1. खाद्य पदार्थों के डिब्बो पर जिंक के बजाय tin का लेप क्यों होता हैtin की अपेक्षा जिंक अधिक क्रियाशील है
2. विद्युत तारों की वेल्डिंग के लिए कौन से मिश्र धातु का प्रयोग किया जाता हैसोल्डर
3. शोल्डर मिश्र धातु का गलनांक बहुत कम होता है इसमें क्या-क्या पाया जाता हैLead or Tin
4. कार्बन का क्रिस्टलीय अपरूप क्या हैहीरा ग्रेफाइट और फुलरीन
5. स्टील में आयरन को किन के साथ मिलाया जाता हैNi & Cr
6. निम्नलिखित में से कौन सी अधातु द्रव अवस्था में पाई जाती हैब्रोमीन
7. धातु जो कैमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाई जाती हैMercury (पारा)
8. निम्नलिखित में से कौन सा तत्व अम्लीय ऑक्साइड बनाएगाकार्बन
9. वायु में लंबे समय तक संपर्क में रहने से सिल्वर की वस्तुएं काली हो जाती है ऐसा क्यों होता हैAg2S के कारण
10. एक्वा रेजिया में HCL और HNO3 किस अनुपात में पाए जाते हैं3:1
11. कोई धातु ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके उच्च गलनांक वाला योगिक बनाती है यह योग जल में विलय है, यह कौन सा तत्व हो सकता हैCa
12. निम्नलिखित में से कौन सा आयनिक यौगिक नहीं हैCCl4

रिक्त स्थान की पूर्ति करो

13. धातु या अधातु में इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण से बने योग आयनिक यौगिक कहलाते हैं.
दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिश्र धातु कहते हैं
आयनिक यौगिक का गलनांक और क्वथनांक बहुत ज्यादा होता है क्योंकि विपरीत आवेश आइनो में मजबूत अंतर आयनिक आकर्षण बल होता है

लघुत्तरात्मक प्रश्न

Ag, Au

यशदलेपन

एनोड पंक

पृथ्वी तल के नीचे पाए जाने वाले वे प्राकृतिक पदार्थ जिनमें धातु या उनके यौगिक स्थित रहते हैं, खनिज कहलाते हैं।वे खनिज पदार्थ जिनसे धातुएँ सस्ती और आसानी से प्राप्त की जा सकता हैं, अयस्क कहलाते हैं
धातु के में योग जिम धातु की मात्रा बहुत कम होती है जो पृथ्वी के अंदर मिट्टी और अन्य अशुद्धियों के साथ पाए जाते हैं खनिज कहलाते हैंअयस्क धातुओं के वह योग होते हैं जिनमें धातु की पर्याप्त मात्रा होती है
खनिज से धातु को शुद्ध रूप में प्राप्त करना कठिन होता हैअयस्क से धातुओं को शुद्ध रूप में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है
सभी अयस्क खनिज होते हैं सभी खनिज अयस्क नहीं होते हैं।
जा उदाहरण के लिए अभ्रक, फेल्सपार, लिमोनिटउदाहरण के लिए एल्युमिनियम के अयस्क, क्रायलाइट, बॉक्साइट, हैमेटाईट, मैगनेटाईट, सिडेराईट,

धात्विक लवण का उपयोग विद्युत अपघट्य के रूप में लिया जाता है , जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो धनायन पर स्थित अशुद्धि धातु विद्युत अपघट्य में चली जाती है, और इतनी ही मात्रा में शुद्ध धातु कैथोड पर निक्षेपित हो जाती है, एवं समस्त घुलनशील अशुद्धियां अपघट्य में मिल जाती है, और अवुलनशील अशुद्धियां एनोड के तले पर जमा हो जाती है जिसे एनोड पंक कहा जाता है,

निस्तापन – कार्बनैट अयस्क को सीमित वायु में अधिक ताप पर गरम करने से ये आक्साइड में बदल जाती हैं , इस प्रक्रिया को निस्तापन कहा जाता हैं ,

भर्जन – सल्फाइड़ अयस्क को वायु की उपस्थिति में अधिक ताप पर गरम करने से ये आक्साइड में बदल जाता हैं इसको भर्जन कहते हैं ।

उभयधर्मी ऑक्साइड : अधिकतर धात्विक ऑक्साइड क्षारीय ऑक्साइड होते हैं। लेकिन कुछ धात्विक ऑक्साइड अम्लीय और क्षारीय दोनों अभिलक्षण दर्शाते हैं, अर्थात यह अम्ल और क्षारों दोनों से अभिक्रिया करके लवण और पानी बनाते हैं। ऐसे ऑक्साइडों को उभयधर्मी ऑक्साइड कहते हैं । जिंक, ऐलुमिनियम, काँच और टिन के ऑक्साइड उभयधर्मी होते हैं।

सोडियम बहु सक्रीय धातु है जो, वायु में उपस्थित ऑक्सीजन से क्रिया करके आग पकड़ लेती है और सोडियम ऑक्साइड बनाती है । यह पानी से क्रिया कर सोडियम हाइड्रोऑक्साइड तथा हाइड्रोजन उप्तन्न करती है।

धातुओं को उनके अयस्कों से स्वतंत्र और शुद्ध अवस्था में प्राप्त करने की प्रक्रिया को धातुकर्मीय या धातु का निष्कर्षण कहते हैं तथा इस प्रक्रिया में होने वाली अभिक्रियाएँ धातुकर्म कहलाती हैं । साधारणतया अयस्क बालू मिट्टी, चूने के पत्थर आदि भू- अपद्रव्यों के साथ मिश्रित रहते हैं । अयस्क में मौजूद इन अवांछित अपद्रव्यों को गैंग अथवा मैट्रिक्स कहते हैं।

चूँकि तत्व का ऑक्साइड अम्लीय प्रकृति का है, अतः A अधातु होगा ।

प्लैटिनम, सोना एवं चाँदी बहुत कम अभिक्रियाशील है तथा ये संक्षारित नहीं होते हैं। उनकी चमक भी तेज होती है। अतः इनका उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।

हीटर के तार एक तरह के मिश्र धातु से बने होते हैं, जिसे नाइक्रोम के नाम से जाना जाता है। नाइक्रोम में निकिल और क्रोमियम का मिश्रण होता है। यह मिश्र धातु विद्युत प्रतिरोधकता, उच्च गलनांक और जंग प्रतिरोध के लिए जाना जाता है।

आयनिक यौगिक के गुण निम्नलिखित है –
(1) आयनिक यौगिक ठोस , कठोर तथा भंगुर होते है।
(2)उनके क्वथनांक तथा गलनांक उच्च होते है।
(3) वे जल में सामान्यतः घुलनशील तथा कार्बनिक विलायकों , जैसे किरोसिन , पेट्रोल में अघुलनशील होते है।

आयनिक यौगिकों के मध्य आकर्षण का प्रबल स्थिरविद्युत बल (इलेक्ट्रोस्थैतिक फ़ोर्स) उपस्थित होता है। विपरीत रूप से आवेशित आयनों के मध्य प्रबल स्थिरविद्युत बलों से बने बंधों को तोड़ने के लिये बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए आयनिक यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक उच्च होते हैं

आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है क्योंकि वर्षा के जल में घुलित लवणों के कारण उसमें आयन उपस्थित होते हैं , जो उसे विद्युत का सुचालक बनाते हैं, जबकि आसवित जल में कोई आयन उपस्थित नहीं होते हैं अतः यह विद्युत का चालक नहीं होता है

धातु ऑक्साइड – धातु ऑक्साइड सामान्यतः क्षारीय प्रकृति के होते है क्योंकि जब वे पानी मे घुलते है तो क्षार बनाते है उदाहरण के लिए Na2O,MgO,CaO आदि
लेकिन कुछ धातु ऑक्साइड, जैसे ZnO,Al2O3 की प्रकृति उभयधर्मी होती है क्योंकि वे कभी अम्ल तो कभी क्षार की तरह व्यवहार करते है तथा इन दू प्रकार के यौगिकों के साथ क्रिया कर लेते है।
अधातु ऑक्साइड – अधातु ऑक्साइड सामान्यतः अम्लीय प्रकृति के होते है क्योंकि जब वे क्षारो के साथ क्रिया करते है तो लवण ओर पानी बनाते है उदाहरण के लिए SO2,CO2,NO2
आदि।
कुछ अधातु ऑक्साइड उदासीन भी होते है जैसे CO.

सही उत्तर जिप्सम है।

CaSO4. 1/2 H2O → CaSO4.2H2O

X = NaOH, A = Na2ZnO2

X = NaOH, B = NaCl

X = NaOH, C = CH3COONa

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