Chapter 4 वैश्वीकरण व अर्थव्यवस्था Class 10th SST Economics Book (RCSCE Question Bank 2024 Answer Key)

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Objective Questions

प्र.1 किसी देश में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की स्थापना में महत्वपूर्ण कारण है –

(अ) बाजार से नजदीकी (ब) कुशल व अकुशल श्रम की उपलब्धता

(स) सरकारी नीतियाँ (द) उपर्युक्त सभी ( )

प्र.2 कौनसी बहुराष्ट्रीय कम्पनी अमरीकी नहीं है?

(अ) करगिल फूड्स (ब) फोर्ड मोटर्स (स) कोका कोला (द) नोकिया ( )

प्र.3 विश्व की सबसे महंगी मोटर गाड़ी निर्माता कम्पनी है –

(अ) महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा (ब) होण्डा मोटर्स

(स) फोर्ड मोटर्स (द) मारूति-सुजूकि ( )

प्र.4 कौनसा वैश्वीकरण का परिणाम है –

(अ) तीव्र वैश्विक एकीकरण (ब) निवेश व प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान

(स) वस्तुओं व सेवाओं में निवेश (द) उपर्युक्त सभी ( )

प्र.5 कौनसी भारतीय कम्पनी नहीं है?

(अ) टाटा मोटर्स (ब) इंफोसिस (स) रैन बैक्सी (द) करगिल फुड्स ( )

प्र.6 आयात पर कर …………………………………… का एक उदाहरण है। (व्यापार अवरोधक)

प्र.7 विश्व के लगभग …………………………………… देश विश्व व्यापार संगठन के सदस्य है। (160)

प्र.8 भारत में सन् …………………………………… के प्रारम्भ से नीतियों में कुछ दूरगामी परिवर्तन किये गए। (1991)

प्र.9 विभिन्न देशों के बीच परस्पर सम्बन्ध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया …………………………………… है। (वैश्वीकरण)

प्र.10 विदेशी व्यापार का एक बड़ा भाग …………………………………… कम्पनियों द्वारा नियंत्रित है। (बहुराष्ट्रीय)

अति लघुत्तरात्मक प्रश्न

प्र.1 डबल्यूटीओ का पूरा नाम लिखिए।

विश्व व्यापार संगठन

प्र.2 भारत की किन्ही चार बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के नाम लिखिए।

टाटा मोटर्स, sun pharma, Infosys, tcs

प्र.3 भारत में रोजगार प्रदाता दो सर्वोच्च क्षेत्रों के नाम लिखिये।

कृषि, पशुपालन

प्र.4 वैश्वीकरण की दृष्टि से कौन से वर्ष में दूरगामी नीतिगत परिवर्तन किये गये?

जून 1991

प्र.5 ‘कोटा’ से आप क्या समझते हैं?

कोटा एक सरकार द्वारा लगाया गया व्यापार प्रतिबंध है जो उन वस्तुओं की संख्या या मौद्रिक मूल्य को सीमित करता है

प्र.6 उदारीकरण से आप क्या समझते हैं?

उदारीकरण का अर्थ है ‘बाज़ार को मुक्त करना’ अर्थात उसपर से अनावश्यक सरकारी नियन्त्रण को कम करना

प्र.7 कौनसा वैश्विक संगठन विश्व व्यापार से सम्बन्धित नियमों को निर्धारित करता हैं?

विश्व व्यापार संगठन (WTO)

प्र.8 ‘निवेश’ से क्या अभिप्राय है?

निवेश किसी ऐसी चीज़ में पैसा, समय और प्रयास लगाना है जो भविष्य में लाभ या लाभ के माध्यम से लाभांश का भुगतान करेगी

प्र.9 ई-मेल का पूरा नाम लिखिए।

इलॅक्ट्रॉनिक मेल

लघुत्तरात्मक प्रश्न

प्र.1 दो कारण लिखिये जो भारत में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों हेतु महत्वपूर्ण हैं?विशाल और विविध बाजार कुशल और किफायती श्रम बल:
प्र.2 ‘बहुराष्ट्रीय कम्पनी’ से आप क्या समझते है? इनकी कोई दो विशेषताएँ लिखिये।“बहुराष्ट्रीय कंपनी” (MNC) एक ऐसी व्यावसायिक संस्था है जो कई देशों में अपने उत्पादन और सेवा परिचालन को संचालित करती है, लेकिन इसका मुख्यालय या पंजीकृत कार्यालय एक देश में स्थित होता है। इन कंपनियों की विशेषताएं उन्हें घरेलू कंपनियों से अलग करती हैं और वैश्विक बाजार में उनकी महत्वपूर्ण उपस्थिति को दर्शाती हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियां विश्वभर में अपनी शाखाएं, उत्पादन सुविधाएँ, और विपणन नेटवर्क स्थापित करती हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियां संसाधनों, जैसे कच्चा माल, श्रम, और वित्तीय संसाधनों का वैश्विक स्तर पर संयोजन करती हैं।
प्र.3 बहुराष्ट्रीय कम्पनी किस प्रकार लाभकारी है?रोज़गार सृजन, बेकार संसाधनों के समुचित उपयोग, भुगतान स्थिती के संतुलन में सुधार, जिवन स्तर में सुधार, अंतरराष्ट्रीय भाईचारे और संस्कृति के संवर्धन
प्र.4 विदेशी व्यापार के बुनियादी कार्य क्या हैं?(i) विदेश व्यापार घरेलू बाजारों से बाहर के बाजारों में पहुँचने के लिए अवसर प्रदान करता है ताकि वह अपने उत्पाद अन्य देशों में बेच सकें। (ii) यह खरीददारों को वस्तुओं के विभिन्न विकल्प प्रदान करता है। (iii) विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को जोड़ने या एकीकरण में सहायक होता है।
प्र.5 वैश्वीकरण को परिभाषित कीजिए।देश की अर्थव्यवस्था को संसार के अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं से मुक्त व्यापार, पूँजी और श्रम की मुक्त गतिशीलता आदि के द्वारा संबंधित करना।
प्र.6 विभिन्न देशों को जोड़ने हेतु 4 माध्यम लिखिये, जो आर्थिक गतिविधियों हेतु भी महत्वपूर्ण हो।अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वैश्विक वित्तीय बाजा बहुपक्षीय और द्विपक्षीय समझौते: अंतरराष्ट्रीय संगठन और मंच:

लघुत्तरात्मक प्रश्न

प्र.1 किन कारणों ने वैश्वीकरण को सुगमता प्रदान की? स्पष्ट कीजिये।विभिन्न देशों के बीच आप्रवासन मुक्त व्यापार क्षेत्रों का विकास, विभिन्न संस्कृतियाँ वाले समाजों का एक दूसरे के सम्पर्क में आना, वैश्विक संस्कृति का उदय आदि परिवर्तन वैश्वीकरण के कारण ही संभव हो सके ।
प्र.2 वैश्वीकरण व विदेशी निवेश आकर्षित करने हेतु भारत सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की विवेचनाआर्थिक नीतियों में सुधार किए, विदेशी प्रतिबंधों को कम किया और आर्थिक संबंधों में विश्वस्तरीय समन्वय को प्रोत्साहित किया। विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित करना और श्रम कानूनों में लचीलेपन की अनुमति देना ।
कीजिये। 
प्र.3 1991 के पूर्व की व 1991 के बाद की भारतीय अर्थव्यवस्था में आये परिवर्तन का संक्षेप में उल्लेख कीजिये।कर व्यवस्था में सुधार , विदेशी विनिमय सुधार , जीएसटी 2016 , रूपये का अवमोल्याण, निवेश नीति सुधार, आयात लाइसेन्स व्यवस्था को समाप्त किया गया, निर्यात शुल्क खतम किया,
प्र.4 बहुराष्ट्रीय कम्पनीयाँ अन्य कम्पनियों से किस प्रकार भिन्न हैं? 

निबन्धात्मक प्रश्न

(i) बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आने से पहले उत्पादन एक देश के अंदर तक ही सीमित था।

(ii) देश केवल कच्चा माल, खाद्य पदार्थ और तैयार उत्पादों में ही व्यापार करते थे।

(iii) परंतु बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आने से कंपनियों की आर्थिक गतिविधि याँ अनेक देशों में फैल गई।

(iv) वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन विश्वस्तर पर होने लगा।

बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ (MNCs)अन्य कंपनियाँ
वैश्विक कार्यक्षेत्र: विभिन्न देशों में व्यापार और उत्पादन संचालन करती हैं।स्थानीय कार्यक्षेत्र: मुख्य रूप से एक ही देश या क्षेत्र में सीमित रहती हैं।
बड़े पैमाने पर संसाधन: उच्च पूंजी, तकनीकी, और मानव संसाधन तक पहुँच होती है।सीमित संसाधन: संसाधनों तक पहुँच अक्सर सीमित होती है, विशेषकर पूंजी और तकनीक में।
वैश्विक ब्रांड पहचान: दुनिया भर में अपने ब्रांड्स की पहचान और मांग।स्थानीय या क्षेत्रीय ब्रांड: ब्रांड पहचान मुख्य रूप से स्थानीय या क्षेत्रीय स्तर पर होती है।
वैश्विक रणनीति और उपस्थिति: विश्वव्यापी बाजारों में विविधता और रणनीतिक उपस्थिति।स्थानीय रणनीति: बाजार रणनीतियाँ और उपस्थिति मुख्य रूप से स्थानीय बाजारों पर केंद्रित होती हैं।

वैश्वीकरण के परिणामस्वरूप भारतीय समाज ने पश्चिमी समाज तथा संस्कृतियों के कुछ बातों को आत्मसात् किया है, जैसे- महिलाओं की स्वतंत्रता हेतु पहल, रूढ़िवादी तत्त्वों का विरोध। शिक्षा की अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँच सुनिश्चित हुई है।

शहरीकरण, जनजागरूकता, संसाधनों की पहुँच में वृद्धि हुई है। हमारे खान-पान, रहन-सहन तथा पहनावे में विविधता आई है, वैश्वीकरण ने हमारे सामने विकल्पों की उपलब्धता को बढ़ावा दिया है। भारतीय समाज में आधुनिकतम तकनीकों का आगमन हुआ। लेपटॉप, एयर कंडीशनर, आदि आज आम बात हो गई है। वैश्वीकरण के फलस्वरूप भारतीय समाज में मध्यम वर्ग का उदय हुआ।

इसके अलावा डिजिटल लेन-देन, सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स आदि कई क्षेत्रों में प्रगति हुई है। हालाँकि वैश्वीकरण का समाज पर पड़ने वाले प्रभाव की भी सीमाएँ हैं, जैसे- शिक्षा बाजार केंद्रित हो गई है और आज पढ़ाई का उद्देश्य मात्र पैसे कमाने तक सीमित रह गया है।

न्यायसंगत वैश्वीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जो सभी के लिए समान अवसर और लाभ सुनिश्चित करती है, विशेष रूप से कम आय वाले देशों और समाज के कमजोर वर्गों के लिए। इसके लिए निम्नलिखित सुझाव प्रस्तुत किए जा सकते हैं:

1. **व्यापार नीतियों में सुधार:** व्यापार नीतियों को अधिक समावेशी बनाने के लिए सुधार करना, जिससे सभी देशों, विशेष रूप से विकासशील देशों को वैश्विक बाजार में समान अवसर मिल सकें।

2. **सामाजिक संरक्षण को मजबूत करना:** वैश्वीकरण से प्रभावित कमजोर समूहों के लिए सामाजिक संरक्षण कार्यक्रमों को मजबूत करना, जैसे कि रोजगार की गारंटी, स्वास्थ्य बीमा, और शिक्षा तक पहुंच।

3. **सतत विकास को प्रोत्साहित करना:** वैश्वीकरण की प्रक्रियाओं को सतत विकास के साथ संगत बनाना, जिससे पर्यावरणीय संरक्षण और आर्थिक विकास एक साथ हो सकें।

4. **श्रमिक अधिकारों का संरक्षण:** वैश्विक सप्लाई चेन में श्रमिक अधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित करना, जिसमें उचित मजदूरी, काम करने की सुरक्षित परिस्थितियां, और संगठन की स्वतंत्रता शामिल हैं।

5. **तकनीकी हस्तांतरण और क्षमता निर्माण:** विकासशील देशों में तकनीकी हस्तांतरण और क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करना, ताकि वे वैश्वीकरण की प्रक्रिया में अधिक सक्रिय भागीदार बन सकें।

6. **अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समर्थन:** अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वित्तीय समर्थन के माध्यम से विकासशील देशों की सहायता करना, विशेष रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा, और आधारभूत संरचना परियोजनाओं में।

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